*अलग राज्य गठन से ही पूर्वांचल का विकास संभव*– एड पवन कुमार सिंह
सोनभद्र /सत्यनारायण मौर्य/संतेश्वर सिंह
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सोनभद्र 9अगस्त 24 अलग पूर्वाचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव एड पवन कुमार सिंह ने क्षेत्र की दुर्दशा को लेकर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पूर्वांचल की तकदीर और तस्वीर बदलने की परिकल्पना अलग राज्य के बिना संभव नहीं है।
एड पवन कुमार सिंह ने सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, हमारे क्षेत्र के नौनिहालों का भविष्य गर्त में है। यहां न तो अच्छी शिक्षा है, न स्वास्थ्य सुविधाएं, न रोजगार के अवसर और न ही विकास का कोई नामोनिशान। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारें पूर्वांचल की समस्याओं को अनदेखा कर रही हैं, जबकि नेता अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति में लगे हुए हैं।
पूर्वांचल में अलग राज्य की मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है। एड पवन कुमार सिंह ने कहा कि जब तक पूर्वांचल को अलग राज्य का दर्जा नहीं मिलता, तब तक क्षेत्र का विकास संभव नहीं है। हमारी समस्याओं को समझने और उनका समाधान करने के लिए एक अलग राज्य जरूरी है, उन्होंने कहा कि क्षेत्र की बदहाली पर गहरी चिंता जताई और कहा कि यहां के बच्चों का भविष्य अंधकार में है।सोनभद्र में शिक्षा के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय और स्वास्थ्य के लिए “एम्स” जैसा उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थान खोला जाए एवम् बुनियादी सुविधाओं की कमी को पूरा किया जाय, जिससे पूर्वांचल के लोग पलायन करने पर मजबूर न हो !
उन्होंने सरकार से अपील की कि पूर्वांचल की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए।
पूर्वांचल के लिए अलग राज्य की मांग करते हुए एड पवन कुमार सिंह ने कहा कि यदि सरकारें इस दिशा में कदम नहीं उठातीं, तो उन्हें जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। हम अपनी आवाज उठाते रहेंगे और तब तक आवाज उठाएंगे जब तक पूर्वांचल को अलग राज्य का दर्जा नहीं मिल जाता !