नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक ने जिलेवासियों से सायबर अपराध व ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन हेतु किया जागरूक
: बलरामपुर रामानुजगंज
! मो. कौशल! जिले के नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने जिलावासियों से सायबर अपराध व ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन हेतु जागरूक रहने की सलाह दी किसी भी व्यक्ति / संगठन / मोबाइल एप्लीकेशन के द्वारा अवैध व गैर वित्तीय संस्थान के माध्यम से भारतीय मुद्रा क़ो निवेश करवाकर अत्यधिक मुनाफा देने वालों की सूचना बलरामपुर- रामानुजगंज पुलिस क़ो देने की अपील की।
सायबर संबंधी किसी भी प्रकार का वित्तीय अपराध होने पर तत्काल राष्ट्रीय सायबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें, साथ ही सबंधित थाना चौकी में अपराध दर्ज करवाऐं
जिले के नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक बलरामपुर रामानुजगंज श्री राजेश अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान सामाजिक परिवेश में समाज का बड़ा वर्ग मोबाइल / कम्प्यूटर व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपक्रम के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग बहुतायत में कर रहा है, जिसके कारण सूचना व संचार प्रौद्योगिकी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बनते हुये हमारे दैनिक जीवन के अधिकांश पहलुओं पर इसका प्रभाव पड़ा है।
वर्तमान समय में सायबर हैकर अथवा हैकर के संगठित गिरोह द्वारा फर्जी मोबाइल सन्देश अथवा ई-मेल भेजकर धोखा देना, दूर्भावना पूर्वक सॉफ्टवेयर अपलोड करवाना ,किसी भी व्यक्ति की निजी पहचान जैसे आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक खाता, क्रेडिट डेबिट कार्ड ,पासपोर्ट जैसे दस्तावेजो की निजी जानकारी प्राप्त कर आर्थिक ठगी किया जा रहा है। साथ ही व्यक्ति की निजी अथवा सामान्य फोटो क़ो एडिट कर भयदोहन किया जा रहा है।
वर्तमान समय में सायबर ठगों के द्वारा व्यक्तियों के मोबाइल नंबरो पर फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजकर फोन अथवा डिवाइस क़ो हैक कर अपने खाते में रकम का हस्तांतरण किया जा रहा है।
देश में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लगातार हो रहे ठगी के संबंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया की ठग समाज में एक संगठित समूह बनाकर कृत्रिम बाजार (Artificial market ) का परिवेश तैयार कर निवेशक क़ो अत्यधिक धन अर्जित के साथ कई गुना अत्यधिक लाभ मिलने का प्रलोभन देकर अपने संस्थान में निवेश करने हेतु उत्साहित करते हैं।
पुलिस अधीक्षक ने हाल ही में हिमाचल प्रदेश में हुये क्रिप्टो करेंसी ठगी कांड का उदाहरण देकर बताया की ठग एक समय बाद अपने संस्था अथवा मोबाइल एप्लिकेशन में पर्याप्त रकम निवेश करवाकर कुछ समय तक निवेशक को थोड़ा थोड़ा लाभांश देकर ठगी की सम्पूर्ण रकम लेकर फरार हो जाते है अथवा उस एप्लीकेशन क़ो ही पूर्ण रूपेण बंद कर देते हैं। पुलिस अधीक्षक ने ऐसे किसी भी डिजिटल या आभासी मुद्रा में किसी भी निवेशक क़ो निवेश न करने की सलाह दी साथ की किसी भी प्रकार की ठगी होने पर तत्काल 1930 अथवा जिले के किसी भी थाना चौकी में संपर्क करने की अपील की है |
पुलिस अधीक्षक ने टीन एजर बच्चो व युवा वर्ग क़ो बताया की किसी भी ऑनलाइन गेमिंग के झांसे में न आयें। किसी भी प्रकार की सायबर सम्बन्धी गलती होने पर तत्काल अपने माता पिता क़ो बताते हुये पुलिस क़ो सूचित करें।
सायबर फ्रॉड से बचाव हेतु क्या करें
व्हाट्सप, फेसबुक, इंस्टाग्राम या अन्य प्लेटफॉर्म में दिखाए जाने वाले विज्ञापन से सावधान रहें। ऐसे प्लेटफॉर्म में दिखाए जाने वाले विज्ञापन कम निवेश में अधिक लाभांश देने का प्रलोभन देते है जिससे सावधान रहें।
अपने मोबाइल अथवा कम्प्यूटर क़ो डबल लॉक रखें।
मैसेज अथवा मेल के माध्यम से प्राप्त होने वाले अनवांक्षित सन्देशो क़ो न खोले, न ही खोलने का प्रयास करे ।
ऑनलाइन जॉब ऑफर देने वाले कम्पनी का नाम, स्थान व अन्य आवश्यक सम्पूर्ण जानकारी फिजिकली जरूर चेक करें।
किसी भी संस्थान का ऑनलाइन फ्रेंचायजी प्राप्त करने के पूर्व संस्थान का भौतिक सत्यापन अवश्य करे।
किसी भी अनजान व्यक्ति क़ो पैसा ट्रांसफर करने के पूर्व पूर्णरूप से जांच परख ले की रकम सही अकाउंट में जा रही है या नहीं |