सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
योगगुरू स्वामी रामदेव ने योग को गांव गांव ढाणी ढाणी तक पहुंचाया है। : कालवा
श्रीडूंगरगढ़ कस्बे की ओम योग सेवा संस्था के निदेशक योगाचार्य ओम प्रकाश कालवा ने सत्यार्थ न्यूज चैनल पर 75 वां अंक प्रकाशित करते हुए योगगुरू बाबा रामदेव के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया। रामकृष्ण यादव भारतीय योगगुरु हैं। उन्होंने योग को गांव गांव ढाणी ढाणी तक पहुंचाया है। रामदेव जगह-जगह स्वयं जाकर योग-शिविरों का आयोजन करते हैं, जिनमें प्राय: हर सम्प्रदाय के लोग आते हैं। रामदेव अब तक देश-विदेश के करोड़ों लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से योग सिखा चुके हैं। बाबा रामदेव का जन्म 25 दिसंबर 1965 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के सैयद पुर गांव में हुआ था वे राम निवास यादव और गुलाबो देवी के सबसे बड़े बेटे हैं वे पारंपरिक आर्य समाज से संबंध रखते हैं और उनके एक छोटे भाई राम भारत भी है। समीपवर्ती गाँव शहजादपुर के सरकारी स्कूल से आठवीं कक्षा तक पढाई पूरी करने के बाद रामकृष्ण ने खानपुर गाँव के एक गुरुकुल में आचार्य प्रद्युम्न व योगाचार्य बलदेव जी महाराज कालवा ( कालवा आश्रम ) से वेद संस्कृत व योग की शिक्षा ली। रामकृष्ण ने युवावस्था में ही सन्यास लेने का संकल्प किया और बाबा रामदेव नाम से लोकप्रिय हो गए। रामदेव का कहना है कि उनकी कमाई का 100 फीसदी हिस्सा दान किया जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रामदेव देश के सबसे अमीर बाबाओं में शामिल हैं। उनकी नेट वर्थ 1400 करोड़ से भी ज्यादा है। बाबा रामदेव ने भले ही कंपनी की शुरुआत की हो, पतंजलि का चेहरा भी वही हैं। बाबा रामदेव से जुड़ी कंपनी पतंजलि फूड्स लिमिटेड को पहले रुचि सोया इंडस्ट्रीज के नाम से जाना जाता था। यह एडिबल ऑयल बनाने के लिए मशहूर थी। लेकिन साल 2019 में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने इसे इनसॉल्वेंसी प्रोसेस में 4,350 करोड़ रुपये में खरीदा था।
बाबा रामदेव दिन में दो बार ही खाना खाते हैं वह लंच सुबह 11 बजे के आस-पास और डिनर लगभग सात से आठ बजे करते हैं।-लंच में वह रिपोर्ट्स के मुताबिक 1 मौसमी सब्जी, 2 रोटी और 1 कटोरी चावल खाते हैं। डिनर में वह सिर्फ सब्जी और 2 रोटी लेते हैं, चावल नहीं खाते। बाबा दोनों टाइम में पोष्टिक अहार ही लेते हैं। स्वामी रामदेव ने संस्कृत व्याकरण, योग में दर्शन, वेद और उपनिषद की स्पेशिलिटी के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन में आचार्य की डिग्री ली। ओर एक तकनीकी संस्थान ने बाबा रामदेव को मानद पीएचडी की उपाधि प्रदान की, जिससे उन्हें यह गर्व महसूस हुआ कि वे आखिरकार डॉक्टर बन गए हैं। आचार्य बालकृष्ण पतंजलि आयुर्वेद के चेयरमैन और CEO है लेकिन कहा जाता है कि वह एक पाई भी सैलरी के तौर पर नहीं होती। बहुत कम समय में पतंजलि को बुलिंदियों पर पहुंचाने वाले रामदेव और बालकृष्ण ने तेजी से अकूत धन-दौलत इकट्ठा कर ली है। आचार्य बालकृष्ण को बाबा रामदेव का राइट हैंड माना जाता है। पतंजलि योगपीठ, जिसका उद्घाटन 2006 में हुआ था , उत्तर भारत के हरिद्वार में स्थित है। इसकी स्थापना स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने की थी। ट्रस्ट का उद्देश्य स्वास्थ्य संवर्धन और उपचार के तरीकों के रूप में योग और आयुर्वेद के प्रचार को बढ़ाना है। हमेशा केसरिया कपड़े पहनने वाले बाबा रामदेव की सुरक्षा में छह पर्सनल कमांडो तैनात रहते हैं। – इसके अलावा उन्हें केंद्र सरकार की ओर से जेड कैटेगरी की सिक्युरिटी मिली हुई है।
निवेदन
ओम योग सेवा संस्था श्री डूंगरगढ़ द्वारा जनहित में जारी।