क्लोजिंग द गेप: ब्रेस्ट फिडिंग सपोर्ट फॉर ऑल थीम पर मनाया जाएगा स्तनपान सप्ताह
1 से 7 अगस्त तक जिलेभर में प्रोत्साहन के लिए चलेगी गतिविधियां
बांसवाड़ा।
संवाददाता पूर्णानंद पांडेय 9414267596
इस वर्ष क्लोजिंग द गेप: ब्रेस्ट फिडिंग सपोर्ट फॉर ऑल थीम पर स्तनपान सप्ताह मनाया जाएगा। हर वर्ष एक अगस्त से लेकर 7 तारीख तक यह सप्ताह चिकित्सा संस्थानों की ओर से मनाया जाता है। इस दौरान स्नतपान को प्रोत्साहित करने के लिए जिलेभर में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एचएल ताबियार ने बताया कि बच्चे के जन्म के बाद शीघ्र स्तनपान कराना चाहिए। साथ ही छह माह तक बच्चे को केवल स्तनपान करवाना चाहिए। और कम से कम दो वर्ष तक बच्चे को स्तनपान कराया जाता है तो वह सर्वाेत्तम रहता है। उन्होंने बताया कि मां का दूध ही सर्वोत्तम आहार है। जो छह माह तक सभी पौष्टिक आहार की पूर्ति करता है।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भरतराम मीणा ने बताया कि सभी चिकित्सा संस्थानों में स्तनपान के प्रति जागरूकता लाने के निर्देश दिए है। अस्पतालों में जहां भी प्रसव हो रहे हैं वहां पर प्रसूताओं को स्तनपान का महत्व बताया जाएगा और शीघ्र स्तनापन करवाने के लिए नर्सिंगकर्मियों द्वारा प्रोत्साहित भी किया जाएगा। इस संबंध में निजी संस्थानों को भी कहा गया है। प्रसव पूर्व जांच के दौरान भी गर्भवती महिलाओं को स्तनपान के लाभ व प्रबंधन के बारे में सलाह दी जाएगी। चिकित्सा अधिकारी, एएनएम और एलएचवी द्वारा जन्म से एक घंटे के भीतर स्तनपान कराने में मदद भी की जाएगी। समस्त माताओं को सिखाया जाएगा कि स्तनपान के लिए सही स्थिति किस प्रकार होती है तथा कैसे स्तनपान को जारी रखा जा सकता है। चिकित्सक सलाह के बिना उपरी आहार या पेय नहीं देने की अपील भी की जाएगी। वहीं डिस्जार्च के बाद माताओं को स्तनपान सहयोग के लिए समुदाय में एएनएम और आशा से जोड़ा जाएगा।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान और एमसीएचएन डे के दिन भी होगा प्रचार
जिला शिशु एवं प्रजनन अधिकारी डॉ दिनेश कुमार भाबोर ने बताया कि जिले में हर गुरूवार को एमसीएचएन डे मनाया जाता है। जिसमे बच्चों का टीकाकरण और गर्भवति महिलाओं को भी पौष्टिक आहार की जानकारी दी जाती है। इस दौरान भी स्तनपान के बारे में बताया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि हर माह की 9,18 और 27 को होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत भी स्तनपान के बारे में जागरूकता लाई जाएगी।