ब्यूरो चीफ दीपचंद शर्मा
मथुरा, मथुरा
महापंचायत में व्यास पीठ से अनर्गल वक्तव्य पर सभी धर्माचार्य को चेतावनी
माफी की बात समाप्त, अब होगी बड़ी कार्रवाई
इंद्रदेव को चेतावनी ब्रजमंडल में नहीं कर पाएंगे कथा
इंद्रदेव के विवादित बयान के बाद एक के बाद एक धर्म सभा महापंचायत बैठक हो रही है। जिसमें व्यास पीठ से बोलने वाले वक्ताओं का पुरजोर विरोध किया जा रहा है और सब तरफ से एक ही आवाज उठ रही है कि इनको माफी नहीं दी जाएगी उनके लिए कठोर कानून बने और उनको सजा मिले, इसी क्रम में श्री चतुर्वेदी रामलीला महासभा के द्वारा एक महापंचायत का आयोजन पुण्यतीर्थ विश्राम घाट पर ब्रजमंडल के सभी कथावाचक संत समाज रामलीला, रासलीला समाज की उपस्थिति में हुई जिसमें वृंदावन से पधारे मोहनी शरण महाराज द्वारा कहा गया के अब माफी से काम नहीं चलेगा उसके लिए दंड निर्धारित करना होगा । चतुर्वेदी रामलीला महासभा के कोषाध्यक्ष नीरज चतुर्वेदी ने कहा की रामलीला महासभा का पांच सदस्य प्रतिनिधिमंडल मिलेगा और वह ब्रजमंडल के सभी संगठनों से मिलकर कठोर से कठोर कार्रवाई के लिए बाध्य होगा । तीर्थ पुरोहित महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रयागनाथ चतुर्वेदी ने कहा ऐसी कथा वाचक जो अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कानून बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे । हिंदूवादी नेता गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने कहा यह सनातन धर्म के लिए शर्म की बात है कि एक के बाद एक सनातन पर उंगली उठ रही है ऐसे वक्त भारतवर्ष में कहीं होने नहीं बख्शा जाएगा । संजय हरियाणा ने कहा यह प्रसन्नता का विषय है कि सनातन के लिए सभी संगठन एक मंच पर आ रहे हैं और सब मिलकर ऐसे वक्ता जो अपने वक्तव्य में चाहे जो बोल देते हैं उनके खिलाफ कठोर कानून बने। बाहर से आई सभी साधु संतों का रामलीला महासभा की अध्यक्ष बैजनाथ चतुर्वेदी ने आभार व्यक्त किया तथा महापंचायत का संचालन रामलीला महासभा की महामंत्री कमल चतुर्वेदी ने किया । महापंचायत में उज्जैन से महामंडलेश्वर व्यासाचार्य महाराज, वृंदावन से आचार्य बद्रीश महाराज, धर्म रक्षा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़, वृंदावन के संत किशोरी शरण महाराज, नंदगांव से सुशील गोस्वामी पंडित, अमित भारद्वाज, बाल रामलीला कमेटी के प्रधानमंत्री योगेंद्र चतुर्वेदी, यज्ञदत्त चतुर्वेदी, दीर्घ विष्णु सेवा संस्थान के महंत कांतानाथ सरदार भारतीय चरित्र निर्माण संस्था कपिलानंद चतुर्वेदी, मथुरानाथ व्यास श्यामसुंदर व्यास, पवन चतुर्वेदी व्यास, ध्रुव चतुर्वेदी व्यास, राजेंद्र चतुर्वेदी, आचार्य लाल भाई शास्त्री, पंडित मुरारी लाल उपाध्याय, संजय अल्पाइन, आनंद बादाम छाप, दिनेश, दिनेश चतुर्वेदी, रतन चतुर्वेदी आदि उपस्थित थे ।