• ब्रजमंडल की धर्म सभा में हुए इंद्रदेव पर आरोप तय।
मथुरा, आज अक्रूर मंदिर वृंदावन में धर्मरक्षा संघ के द्वारा महामंडलेश्वर इंद्रदेव के विवादित बयान के खिलाफ एक धर्म सभा हुई जिसमें महामंडलेश्वर इंद्रदेव पर सर्व सम्मति से निम्न आरोप बताएं सर्वप्रथम रामलीला के पात्रों का अपमान दूसरा मातृशक्ति का अपमान तीसरा शिवलिंग का अपमान चौथा स्वास्तिक चिन्ह का अपमान और पांचवा अश्लील बातें व्यास मंच से कहने का आरोप यह पांच आप इंद्रदीप पर सभी साधु संत धर्माचार्य रासबिहारी समाज चतुर्वेदी समाज चतुर्वेदी रामलीला रासलीला समाज के सामने तथा बृजवासियों के सामने आरोपित किए गए
आपको बता दें कि विगत कुछ दिन पहले श्री राम और सीता के लिए महामंडलेश्वर इंद्रदेव द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिस पर सभी बृजवासियों में आक्रोश था किंतु इंद्रदेव द्वारा फिल्मी अंदाज में माफी मांगी गई इसके बाद विरोध नहीं रुख तो बृजवासियों में फूट डालने के लिए इंद्रदेव द्वारा एक नया षड्यंत्र रचा गया जिसमें कुछ रासबिहारी पर करके लोगों को बुलाकर और यह दर्शाया गया की माफी मांग की इस बात को यहीं समाप्त कर दिया जाए किंतु वही लोग आज धर्मसभा में आए और उन्होंने यह कहा कि हमको गुमराह करके वहां बुलाया गया था क्या हुआ ना था क्या हुआ हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है हमारी जानकारी के बिना उसकी वीडियो बनाकर और सोशल मीडिया तथा अखबारों में यह दिखाया कि यह प्रकरण समाप्त हो चुका है हमारे इस धोखे को हम पूरे तरीके से विरोध करते हैं और जो खबरें अखबार में छपी हैं इसका खंडन करते हैं । आज की धर्मसभा में ब्रजमंडल की सभी रामलीला रामलीला वाली भागवत वक्ता साधु संत सभी उपस्थित हैं जो सभी अन्य होगा वही इंद्रदेव के लिए दंड दिया जाएगा और सभी ने इसके लिए सर्वसम्मति से निम्न कार्रवाई करना निर्धारित किया जिसमें….
1. इंद्रदेव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई जाए
2. इंद्रदेव को पंचायती निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर पद से बर्खास्त किया जाए
3. इंद्रदीप का सामाजिक और धार्मिक बहिष्कार किया जाए
4. इंद्रदेव की काली करतूत एवं अश्लील भाषा को सोशल मीडिया समाचार चैनलों के माध्यम से उजागर किया जाए
5. आवश्यकता पड़ने पर धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा
धर्म सभा में इंद्रदेव के लिए यह सजा पारित की गई तथा अंत में महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद जी ने कहा यदि इंद्रदेव संपूर्ण समाज साधु संत धर्माचार्य चतुर्वेदी समाज तथा इस मामले से जुड़े विभिन्न संगठनों जिनको की इस वक्तव्य से कष्ट पहुंचा है उनके सामने क्षमा याचना करें तथा प्रभु श्री राम और माता जानकी के स्वरूप की पूजा करें और वृंदावन की परिक्रमा में सोहनी सेवा करें तो हो सकता है कि सभी आचार्य इंद्रदेव की उदारता पूर्वक क्षमा कर दें बिना दंड के यह मामला समाप्त नहीं होगा।
धर्म सभा का संचालन सौरभ गौर ने किया धर्म सभा में चतुर्वेदी रामलीला महासभा के अध्यक्ष बैजनाथ चतुर्वेदी हिंदूवादी नेता गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी चतुर संप्रदाय फूलडोल दास बिहारी महाराज पंडित अमित भारद्वाज स्वामी सत्यमित्र अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासंघ के ब्रज मंडल महामंत्री पंडित यज्ञदत्त शास्त्री एवं रासबिहारी परिकर से देवकीनंदन महाराज एवम साधु संत समाज रासलीला रामलीला कथा वाचक उपस्थित थे।