सत्यार्थ न्यूज़ ब्यूरो चीफ भीलवाड़ा
रिपोर्टर अब्दुल सलाम रंगरेज
बिजोलिया नेशनल हाईवे 27 पर पैंथर काशव मिला
अंडरपास बनाने की मांग-
भीलवाड़ा –-मांडलगढ़-बिजौलिया नेशनल हाईवे 27 पर ट्रक पार्किंग में बने नाले में रविवार दोपहर एक मादा लेपर्ड पैंथर का शव मिला। घटना की सूचना पर लेपर्ड को मेनाल फॉरेस्ट चौकी पोस्ट पर लाया गया। जहां शव का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया। प्रातः सड़क पार करते समय अज्ञात वाहन की टक्कर से पैंथर की मृत्यु हो गई । मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
यह क्षेत्र चित्तौड़गढ़ जिले की सीमा से सटा हुआ है।
पेट्रोलिंग कर रहे संजय कुमार ने बताया कि मेनाल से दो किलोमीटर दूर दोपहर 2 बजे के करीब एक लेपर्ड पैंथर का शव दिखाई दिया। शव से हल्की बदबू आ रही थी। जिस पर फौरन वन विभाग को सूचना दी। ऐसा लग रहा था कि पैंथर को किसी अज्ञात वाहन ने शनिवार देर रात टक्कर मारी है।
मांडलगढ़ रेंजर सुरेश चौधरी ने बताया कि लेपर्ड के आगे के पैर पर चोट के निशान हैं। इसकी काफी पसलियां टूटी हुई हैं। फिलहाल मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार किया गया है। मेनाल फॉरेस्ट एरिया में काफी संख्या में वन्य जीव रहते हैं। नेशनल हाइवे पर वन्य जीवों के विचरण के लिए अंडर पास बनाया जाना चाहिए।
पिछले साल 2 फरवरी 2023 को भी मेनाल के पास इसी तरह सड़क पार कर रहे मादा लेपर्ड की अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। स्थानीय दिनेश सनाढ्य का कहना है कि मेनाल वन क्षेत्र में जंगली जीवों के प्राकृतिक आवास बने हुए हैं। यहां के जंगलों में काफी संख्या में लेपर्ड रहते हैं। एनएच पर अंडर पास नहीं बने होने से अक्सर जंगली जीव सड़क दुर्घटना का शिकार होते हैं। यह एनएच ऑथोरिटी की लापरवाही है।
वन्य जीव प्रेमी और लाडपुरा वन सुरक्षा समिति महासंघ के अध्यक्ष सत्य नारायण जोशी ने बताया कि यह क्षेत्र सघन वन क्षेत्र में आता है। राष्ट्रीय सड़क मार्ग पर जंगली जीव सड़क क्रॉस करते समय अक्सर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। यहां अंडरपास बनाने के लिए कई बार पत्र लिखे गए हैं।