सत्यार्थ न्यूज़
मनोज कुमार माली सुसनेर
अष्टान्हिका पर्व : मोड़ी के जैन मंदिर में शुरू हुआ सिद्घो की आराधना का दौर
सिद्धचक्र मण्डल विधान में इंद्र इंद्राणी बने समाजजन कर रहे भगवान को अर्घ्य समर्पित
सुसनेर। अष्टान्हिका पर्व की शुरुआत के साथ ही जैन मंदिरों में भी धर्म आराधना का दौर शुरू हो गया है। अष्टान्हिका पर्व के शुरुआत में तहसील के ग्राम मोड़ी स्थित श्री चंद्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में सकल दिगम्बर जैन समाज मोड़ी के द्वारा आठ दिवसीय सिद्धचक्र मंडल विधान का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को प्रथम दिवस पर ध्वजारोहण के साथ मंडल विधान प्रारंभ किया गया। इस अवसर पर ग्राम में घट यात्रा निकालकर लाभार्थी डॉ कैलाशचंद जैन, नरेंद्र जैन, हेमंत जैन, गजेंद्र जैन चेलावत परिवार मोड़ी के द्वारा ध्वजारोहण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। प्रथम दिवस रविवार को पंडित मुकेश जैन शास्त्री के सानिध्य में इंद्र इंद्राणी बने समाजजनो ने जिनेंद्र भगवान को आठ अर्घ्य समर्पित किए। समाज के आशीष जैन अध्यापक ने बताया कि अष्टान्हिका पर्व की शुरुआत हो गई है। जिसके चलते 13 जुलाई से सिद्ध चक्र मंडल विधान का आयोजन सम्पूर्ण समाज के तत्वावधान में किया जा रहा है। आयोजन में प्रतिदिन भगवान का अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजन के साथ मण्डल विधान की संगीतमय पूजन कर सिद्ध भगवान की आराधना की जा रही है। शाम को शास्त्र प्रवचन, मंगल आरती व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। जिसमें संगीतकार हरीश एंड पार्टी पिड़ावा के द्वारा प्रस्तुत भजनों पर समाजजन नृत्य कर भगवान की भक्ति कर रहे है। समापन 21 जुलाई को विश्व शांति महायज्ञ के साथ होगा।