न्यूज रिपोर्टर मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
योग क्या है ? विश्व पटल पर बढ़ती लोकप्रियता जानिए योग एक्सपर्ट ओम प्रकाश कालवा के साथ।
श्रीडूंगरगढ़ कस्बे की ओम योग सेवा संस्था के निदेशक योग एक्सपर्ट ओम प्रकाश कालवा ने सत्यार्थ न्यूज चैनल पर 52 वां अंक प्रकाशित करते हुए बताया योग क्या है? और विश्व पटल पर योग की बढ़ती लोकप्रियता तथा मानव कल्याण के लिए किस प्रकार अरोग्य वर्धक कैसे साबित हो रहा है?
योग क्या है ?
योग का अर्थ – मिलाना या जोड़ना।
अर्थात किन्ही दो या दो से अधिक वस्तुओं के मिलाने अथवा जोड़ने को योग कहते है। संसार में किन्ही भी कम से कम दो वस्तुओं को मिलाया जाता है, तो एक नए शब्द का निर्माण होता है और उस शब्द का निर्माता उनका योग होता है।
कोई अन्य नहीं जैसे –
जीवात्मा व परमात्मा का योग
रज और वीर्य का योग
चंद्रमा और सूर्य का योग
जीवन और मृत्यु का योग
उत्थान और पतन का योग
जहां अन्य शास्त्र योग के अलग-अलग अर्थ परिभाषित करते हैं। वहीं ” पातंजल योगदर्शन ” योग की परिभाषा करते हुए “योगश्चितवृत्तिनिरोधः ” सूत्र की उत्पत्ति करते हैं अर्थात चित्त की वृत्तियों को पूर्णतया रोक देना योग कहलाता है। मानव मस्तिष्क में चित्त की एक अहम भूमिका होती है क्षिप्त, मूढ़, विक्षिप्त, एकाग्र और विरुद्ध। इन पाँच अवस्थाओं में रहने वाले चित्त को जब अभ्यास और वैराग्य की सतत प्रक्रिया के माध्यम से पूर्ण नियंत्रण में कर लिया जाता है तो व्यक्ति अपने स्वरुप को पहचानने लगता है कि वह कौन है? कहां से आया है क्या उसका लक्ष्य है उसे अवगत होना ही योग है तथा योग के माध्यम से व्यक्ति अध्यात्म की चरम सीमा तक पहुंच सकता है।
भारत से निकलकर दुनियाभर में पहुंचा योग _
योग दिवस भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में मनाया जाता है। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया है। कुछ समय पहले तक योग सिर्फ भारत में ही था, लेकिन अब यह भारत से निकलकर दुनिया के कई देशों में पहुंच गया है। कुछ देशों में योग की मदद से लोगों ने अपने व्यापार में भी इजाफा किया। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया है। इसके पहले योग दिवस केवल भारत में ही मनाया जाता था। योग मानव कल्याण के लिए रामबाण साबित हो रहा है योग का आध्यात्मिक महत्व तो है ही लेकिन यह इंसान के शरीर के लिए भी बेहद फायदेमंद है। योग के माध्यम से हम खुद को विभिन्न बीमारियों से दूर रख सकते हैं। इसके अलावा हम अपने मन को शांत करके मानसिक विकार को भी खुद से दूर रख सकते हैं। यही कारण है कि देखते ही देखते योग का लाभ अब दुनिया भर में उठाया जा रहा है। योग भारत से निकलकर वैश्विक पटल पर पहुंच गया है। स्टैटिस्टा के मुताबिक भारत से निकलने के बाद योग संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, स्पेन, फ्रांस, इटली, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, उत्तरी कोरिया, दक्षिणी कोरिया, चीन जापान, इंडोनेशिया और अफ्रीका जैसे देशों में पहुंच गया है और यहां बड़ी संख्या में आम लोग योग का इस्तेमाल करते हैं।
निवेदन
ओम योग सेवा संस्था श्री डूंगरगढ़ द्वारा जनहित में जारी।