सत्यार्थ न्यूज़ / मनीष माली की रिपोर्ट
जनपद सदस्य ने फांसी लगाई, डाक्टर की कमी चलते मरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए परेशान हो रहे परिजन
सुसनेर। जनपद पंचायत सुसनेर के जनपद सदस्य देवीलाल गुर्जर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अपनी मृत्यु से दो दिन पूर्व ही डोंगरगांव निवासी जनपद पंचायत सदस्य देवीलाल गुर्जर ने 11 जुलाई को ही जनपद सीईओ राजेश कुमार शाक्य को लिखित आवेदन देकर अपने जनपद पंचायत सदस्य पद से कार्य मुक्त के लिए भी मांग की थी। वही वही अज्ञात कारणों के चलते वे लंबे समय से जनपद पंचायत की बैठक मे भी उपस्थित नहीं हो पा रहे थे। पत्र मे बीमारी होने की भी कही गयी बात उनके द्वारा बताई गई थी। जनपद सदस्य की आत्महत्या के बाद सोशल मिडिया पर उनका 11 जुलाई को कार्य मुक्त का मांग पत्र भी वायरल हो रहा है। वही सोयतकलां पुलिस ने प्रकरण दर्ज मामला विवेचना में लेकर जनपद सदस्य देवीलाल गुर्जर की लाश को परिजनों के साथ सोयतकलां पुलिस कर्मी पोस्टमार्टम के लिए सुसनेर के पुराना बस स्टैंड के समीप स्थित शासकीय सिविल अस्पताल में शनिवार 13 जुलाई की दोपहर 1 बजे लेकर आये थे। परन्तु अस्पताल में पोस्टमार्टम करने वाले कोई भी डॉक्टर ड्यूटी पर नही होने से दो घण्टे तक परेशान होते रहे वही परिजनों की कोई सुनवाई अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए नही होने पर उन्होंने किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं सुसनेर मार्केटिंग अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह कांवल एवं पूर्व कृषि उपज मंडी सुसनेर उपाध्यक्ष अमरसिंह सिसोदिया को अस्पताल में बुलवाया। जिस पर उन्होंने सीबीएमओ डॉक्टर राजीव बरसेना से दूरभाष पर बात की जिस पर डॉक्टर बरसेना ने बताया कि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर की ड्यूटी रात में होने से शायद पर नही होंगे। मेरी पत्नी की तबीयत खराब होने से में उनको उज्जैन लेकर आया था। में निकल गया हूं। अभी डेढ़ घण्टे में सुसनेर पहुँच जाऊंगा। वही खबर लिखे जाने तक कोई भी डाक्टर मृतक जनपद पंचायत सदस्य गुर्जर के पोस्टमार्टम के लिए उपलब्ध नही हुआ था। वही भाजपा नेता कांवल एवं पूर्व मंडी उपाध्यक्ष सिसोदिया मृतक परिजनों की परेशानी, बरसात के मौसम और 40 किलोमीटर दूर डोंगरगांव में अंतिम संस्कार करने के लिए जाने हेतु परिजनों के सहयोग में डॉक्टरो को कॉल करते मशक्कत कर रहे थे।
चित्र : सुसनेर अस्पताल में मृतक जनपद सदस्य के परिजन पोस्टमार्टम के लिए परेशान होते दिखाई दिए।