पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने मोटर साईकल चोर गिरोह का किया पर्दाफाश , 28 मोटरसाइकिल बरामद
गाडरवारा l तहसील के सभागार में पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने प्रेस वार्ता में मोटर साईकल चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बताया कि गाडरवारा पुलिस ने मोटर साईकल चोर गिरोह से चोरी गई 28 मोटरसाईकल बरामद की । उल्लेखनीय है कि प्रार्थी धनसिंह ठाकुर पिता नारायण सिंह ठाकुर उम्र 32 वर्ष निवासी निरंजन वार्ड गाडरवारा ने थाना गाडरवारा जिला नरसिंहपुर में दिनांक 24/06/2024 की रात उसके घर के बरामदे के गेट का ताला तोड़कर उसमें खड़ी हीरो स्प्लेंडर प्लस मोटरसाईकल MP49MJ5035 गुम हो जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात चोर के विरूद्ध अपराध क्र. 731/2024 धारा 457,380 भारतीय दंड विधान का कायम कर विवेचना में लिया गया।
दिनांक 07/07/2024 को थाना गाडरवारा पुलिस टीम द्वारा पिपरिया रोड शनि मंदिर के पास वाहन वैकिंग दौरान एक वाहन चालक पिपरिया तरफ से एक लाल रंग की मोटरसाईकल हीरो स्प्लेंडर प्लस से आते दिखा। जिसकी नंबर प्लेट पर रजिस्ट्रेशन क्र. MP04MC6819 लिखा हुआ है, व्हीकल डिटेक्सन पोर्टल पर चैक करने पर उक्त मोटरसाईकल पर अंकित चैचिस नंबर एवं मोटरसाईकल का मॉडल भिन्न पाया गया। जो उक्त मोटरसाईकल संदेहास्पद होने पर मोटरसाईकल चालक का नाम पता पूछने पर अपना नाम दंगल उर्फ भुरा गुर्जर पिता शंकर सिह गुर्जर उम्र 36 साल निवासी रामनगर थाना सोहागपुर जिला नर्मदापुरम का होना बताया। जिससे सूझबूझ से क्रमबद्ध पूछताछ की गई। जिसने अपने मेमोरेंडम में उक्त मोटरसाईकल दीपक मेहरा निवासी इटारसी से करीबन 10 दिन पहले 10,000 रूपये में खरीदना एवं दीपक मेहरा के द्वारा मोटरसाईकल की असली नंबर प्लेट निकालकर अपने पास रखना एवं मोटरसाईकल में दूसरी नंबर प्लेट मोटरसाईकल में लगाना बताया। इसके अलावा उसके द्वारा 2 माह पहले दीपक मेहरा से चोरी की 3 अन्य मोटरसाईकल सस्ते दाम में खरीदना बताया। पुलिस टीम द्वारा आरोपी दंगल उर्फ भूरा गुर्जर के घर के पीछे खलियान मे पेड़ के नीचे से बरामद की गई।
आरोपी दंगल उर्फ भूरा गुर्जर से पूछताछ पर उसने बताया कि पवन कीर निवासी डोलरिया ने भी दीपक मेहरा से चोरी की मोटरसाईकल खरीदना बताया। जो पवन कीर पिता देवीराम कीर उम्र 25 साल निवासी कजलास थाना डोलरिया जिला नर्मदापुरम को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। जिसने 11 माह पूर्व दीपक मेहरा के द्वारा चोरी की गई एक काले रंग की हीरो पैशन प्रो मोटरसाईकल सस्ते दाम 10,000 रूपये में खरीदना बताया।
उक्त दोनों आरोपीगण से पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि मोटरसाईकल चोर दीपक मेहरा निवासी इटारसी ने चोरी की बहुत सारी गाड़ियाँ कहीं छिपाकर रखी है। जिसकी जानकारी शुभम गुर्जर निवासी रामनगर को होना बताया। शुभम गुर्जर से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि मुख्य चोर दीपक मेहरा के द्वारा बताया गया था कि उसने भोपाल से बहुत सारी गाड़ियाँ नीलामी में खरीदी है और वह गाड़ियाँ सस्ते दामों पर जल्द ही बेचना चाहता है। जिसने उक्त ग्राम बोरनागुर्जर में छिपाकर रखना बताया। पुलिस टीम द्वारा ग्राम बोरनागुर्जर थाना सोहागपुर जिला नर्मदापुरम से झाड़ियों में छिपाकर रखी कुल 23 मोटरसाईकल समक्ष गवाहान बरामद की गई। शुभम गुर्जर के द्वारा बताया गया कि उसने उनमें से कोई गाड़ी नहीं खरीदी क्योंकि दीपक मेहरा ने बाद में बताया था कि वह मोटरसाईकले चोरी करता है तथा यह सभी मोटरसाईकल चोरी की हैं।
मध्य प्रदेश के 9 जिलों से चोरी गयी मोटरसाईकल हुई जप्त
पुलिस टीम द्वारा 9 जिलों से चोरी गई कुल 28 मोटरसाईकल बरामद की गई है जिसमे जिला भोपाल-17. जिला नर्मदापुरम – 3 जिला सिहोरा – 2 जिला नरसिंहपुर – 1 जिला रायसेन – 1 जिला सागर – 1 जिला राजगढ़-1 जिला बैतूल – 1 जिला छिंदवाड़ा-1 से है । प्रकरण के कुख्यात वाहन चोर दीपक मेहरा निवासी इटारसी की गिरफ्तारी होने उपरांत चोरी की गई और अधिक मोटरसाईकल मिलने की संभावना है।
पुलिस टीम द्वारा पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि मोटरसाईकल चोर ऐसी मोटरसाईकलों को चिन्हित करता है, जिसका लॉक आसानी से खुल जाये तथा जो मोटरसाईकल लॉक ना हो तथा मुख्यतः हीरो कंपनी की गाड़ी चोरी करने के लिये टारगेट करता है क्योंकि हीरो कंपनी की गाड़ियाँ आसानी से बिक जाती है। साथ ही गाड़ियाँ भीड़-भाड़ वाले ईलाकों से चोरी करता है।
वाहन चोर, चोरी की गई मोटरसाईकलों की नंबर प्लेट बदलकर एवं ईजिन नंबर, चैचिस नंबर को घिसकर पंच कर विरूपित कर देता था जिससे मोटरसाईकले की पहचान ना हो सके।
मोटरसाईकल चोर गिरोह की गिरफ्तारी एवं मोटरसाईकल बरामदगी कार्यवाही में एस.डी.ओ.पी. गाडरवारा रत्नेश मिश्रा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी गाडरवारा निरीक्षक उमेश तिवारी के साथ चौकी प्रभारी सालीचौका उप निरीक्षक अभिषेक पटेल, सहायक उप निरीक्षक मोहन पवार, प्रधान आरक्षक भास्कर पटेल, आरक्षक दिनेश पटेल की विशेष भूमिका रही । इसके साथ ही सहायक उप निरीक्षक राकेश दीक्षित, प्रधान आरक्षक धनीराम, बरिष्ठ आरक्षक रूपेन्द्र चौबे, राकेश झा, आरक्षक बालकिशन रघुवंशी, सिद्धार्थ मिश्रा, ऐश्वर्य वेंकट, मौसम राय, हेमराज कुशवाहा, जमना प्रसाद रजक, कुमुद पाठक की सराहनीय भूमिका रही है।