पत्रकार को जातिसूचक गालियां देने पर एसपी के आदेश पर कैन्ट टीआई ने लिया एक्शन
रिपोर्टर, इदरीस मंसूरी
गुना
नपाध्यक्ष पति अरविंद गुप्ता के पेटी कॉन्ट्रेक्टर पंकज गुप्ता पर मामला दर्ज
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारों पर हमले, मान-सम्मान और इज्जत के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नही
गुना। कैन्ट थाना क्षेत्र अंतर्गत एक पत्रकार को जान से मारने की धमकी और जाति सूचक अपमान करने के मामले में पुलिस अधीक्षक के आदेश पर कैन्ट टीआई ने एक्शन लिया है। जिसमें नपाध्यक्ष पति अरविंद गुप्ता के पेटी कॉन्ट्रेक्टर पंकज गुप्ता पर मामला एससी-एसटी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। एफआईआर दर्ज करने के बाद पत्रकार द्वारा वायरल की गईं ऑडियों को सुनकर हर कोई अचंभित रह गया। चूकि इस तरह से किसी का जाति सूचक अपमान करना विधि विरूद्ध है। जिससे पत्रकारों में भी आक्रोश व्याप्त है, उन्होंने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारों पर हमले और उनके मान-सम्मान तथा इज्जत के साथ खिलवाड़ बर्दास्त नही करने की बात कही है।
दरअसल पूरा मामला ये है कि राम टेकरी के नीचे लाखों रूपये की राशि से हाट बाजार का कंस्ट्रक्शन चल रहा है। जिसमें पत्रकार हेमराज जाटव द्वारा भ्रष्टाचार और अनियमितताओं सहित पानी और बिजली चोरी करने के मामले में 23 जून 24 को खबर प्रकाशन की थी। जिसका निर्माण कार्य आरईएस विभाग द्वारा मेसर्स अरविंद गुप्ता के ऑनर अरविंद गुप्ता के द्वारा उनके पेटी कॉन्ट्रेक्टर पंकज गुप्ता के किया जा रहा है। उक्त खबर प्रकाशन के बाद उसी दिन रात्रि दिनांक 23/06/24 को रात करीब 11.30 बजे अचानक पंकज गुप्ता नामक ठेकेदार का फोन आया और धमकाने लगा। उसके द्वारा मां, बहन सहित चमरू आदि की तमाम गलियां दी गईं और कहां की तुझे जान से खत्म कर दूंगा। तू है कोन चमरा कब से पत्रकार बन गए। संजू भदौरिया का नाम सुना है तूने, तुम्हारी पत्रकारिता …में ठांस दें हमें पंकज गुप्ता कहत हैं। मैंने कहा मैं आपको नही जानता और मैंने तो अरविंद गुप्ता फर्म की खबर छापी है तो उनको भी गालियां देने लगे की वो कोन है काम मेरा हैं। इसके बाद मैंने फोन काट दिया फिर भी बार बार फोन लगाया। इसके बाद मैंने फोन उठा लिया तो दूसरी बार भी बुरी-बुरी और जाति सूचक गलियां दी गईं। जबकि इसकी सूचना मैंने पहले ही कलेक्टर से लिए गए स्टेट मेंट के दौरान बता दिया था और खबर में भी इस बात को स्पष्ट किया था कि भ्रष्टाचार रूपी खबर प्रकाशन पर अरविंद गुप्ता के द्वारा पत्रकारों को धमकी दी जाती है और विभाग के कर्मचारियों को नेतागिरी की आड़ में चमकाया और दबाया जाता है।
पत्रकार भयभीत, पुलिस से लगाई सुरक्षा की गुहार
पत्रकार को धमकी देने की ऑडियो कैन्ट टीआई दिलीप राजौरिया द्वारा सुनी गईं तो उन्होंने तुरंत ही एक्शन लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मानसिंह ठाकुर के निर्देश पर ठेकेदार पंकज गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस पूरे घटनाक्रम में मेसर्स अरविंद गुप्ता के ऑनर अरविंद गुप्ता का हाथ है। जिसमें उनके पेटी कॉन्ट्रेक्टर पंकज गुप्ता से धमकियां और गाली देने के साथ जान से मारने की धमकी दिलाई गई है। जबकि उक्त ठेकेदार ने अरविंद गुप्ता को भी भद्दी-भद्दी गालियां दी गईं। जबकि विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि विभाग के कार्यालय ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग गुना ऑफिस में बैठे कार्यपालन यंत्री ईई राजेश्वरी बघेल, एसडीओ गजेन्द्र नरवरिया और उपयंत्री द्वारा भी पत्रकार पर दबाव बनाने के लिए धमकी दिलाई गई है। जिससे विभाग की अनियमिताएं, सांठगांठ और कमीशनखोरी के साथ भ्रष्टाचार उजागर न हो सके। ठेकेदार द्वारा धमकी देने के तुरंत बाद ही पत्रकार ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ संबंधित थाना प्रभारी को व्हाट्सअप के माध्यम से अवगत करा दिया था। फिलहाल ठेकेदार की धमकी से पत्रकार भयभीत है और पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। यह मामला कलेक्टर डॉ. सतेन्द्रसिंह के संज्ञान में भी है।