सत्यार्थ न्यूज़ ब्यूरो भीलवाड़ा
रिपोर्टर अब्दुल सलाम रंगरेज
अफीम काश्तकारों ने डोडा चूरा नष्ट करने से किया इनकार__
₹2000 प्रति किलो सरकार दे मुआवजा_ किसान संगठन
वर्तमान में डोडा चूरा नष्ट करने के लिए सरकारी आदेश अनुसार शिविर लगाए जा रहे हैं। भीलवाड़ा शाहपुरा जिले के कोटडी, मांडलगढ़, जहाजपुर, बिजोलिया क्षेत्र के 97 गांव के 1086 लोगों को डोडा चुरा के लाइसेंस प्राप्त है। राज्य सरकार के आदेश पर विभिन्न क्षेत्रों में डोडा चूरा नष्ट करने के शिविर लगाए जा रहे हैं ।लेकिन किसान संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है की 2016 से पूर्व को 125 रुपए किलो के हिसाब से किसानों को मुआवजा मिलता था लेकिन उसके बाद राज्य सरकारों ने इसे बंद कर दिया। जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है।भारतीय किसान संघ ने पेशकश की है कि किसानों को ₹2000 प्रति किलो के हिसाब से मुआवजा मिले या उन्हें अधिकार मिले कि वह स्वयं के खेत में ही नष्ट कर दें। ताकि उनके खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ सके। हाल ही में आबकारी विभाग के द्वारा जहाजपुर तहसील के भगु नगर ग्राम में डोडा चुरा के नष्टीकरण की प्रक्रिया के लिए खजूरी नायब तहसीलदार बनवीर सिंह राठौड़, शाहपुरा आबकारी निरीक्षक मनीष वर्मा और जहाजपुर के आबकारी निरीक्षक ओम सिंह चुंडावत भगुनगर पहुंचे। और नष्टीकरण की प्रक्रिया शुरू करते उससे पूर्व किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम करने डोडा चूरा नष्ट न करने एवं किसानों को उचित मुआवजा देने का ज्ञापन दिया। जिससे नष्टीकरण की प्रक्रिया नहीं हो सकी और अधिकारी वापस चले गए।
ज्ञापन के दौरान जहाजपुर तहसील अध्यक्ष रामप्रसाद बलाई, ईश्वर धाकड़, ओमप्रकाश बांगड़ सहित कई किसान उपस्थित थे।
किसानों ने बताया कि भारत सरकार किसानों को अफीम उत्पादन का लाइसेंस जारी करती है जिससे भारत सरकार जीवन रक्षक दवाइयां बनाने के लिए मापदंड के अनुसार खरीदती है। वर्तमान में सरकार ने डोडा चूरा को नष्ट करने के या जमीदोज करने के आदेश दे रखे हैं। लेकिन किसान लगातार 3 वर्षों से सरकार को ज्ञापन देकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं। जिसे नष्टीकरण की प्रक्रिया नहीं हो पा रही है।