अंकुर कुमार पाण्डेय
रिपोर्ट सत्यार्थ न्युज वाराणसी
वाराणसी। बनारस के शहरी क्षेत्र में एक साल तक के बच्चों के लिए चलेगा ‘ज़ीरो डोज़र’ कार्यक्रम, टीका न लगवाने वाले हो जाएं सावधान बर्थ डोज़ के साथ शिशु को एक साल के अंदर पेंटा की तीनों खुराक जरूर लगवाएंडेढ़ माह पर लगती है पेंटा की पहली डोज़, 10वें सप्ताह पर दूसरी तो 14वें पर तीसरी
वाराणसी। जनपद में यदि किसी बच्चे को एक साल के अंदर पेंटा की एक भी खुराक नहीं लगी है, तो उनके परिजनों को सावधान और सतर्क होने कीआवश्यकता है। राष्ट्रीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद के शहरी क्षेत्र में जल्द ही ‘ज़ीरो डोज़र’ कार्यक्रम शुरू होगा। इसके तहत नवजात शिशु को डेढ़ माह पर पेंटा की पहली खुराक शत प्रतिशत बच्चों को लगाई जाएगी। इसके साथ ही 10वें सप्ताह पर दूसरी और 14वें सप्ताह पर तीसरी डोज़ पर भी विशेष ज़ोर दिया जाएगा। शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का ज़ोर सिर्फ एक साल तक के बच्चों पर ही नहीं बल्कि जन्म से लेकर पाँच वर्ष तक के सभी बच्चों के शत-प्रतिशत टीकाकरण पर है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि समाज में बहुत से परिवारों की टीकाकरण सेवा तक पहुँच नहीं बन पाती है। जीरो डोज़र अभियान उन सभी परिवारों के बच्चों को टीके लगाकर उन्हे महत्वपूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल का अभिन्न अंग बनाने का प्रयास है, जिससे उन्हें भी स्वास्थ्य लाभ दिया जा सके। इसी उद्देश्य से जनपद में नियमित टीकाकरण पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है। सही समय पर बच्चों के टीकाकरण होने से कई गंभीर बीमारियों जैसे टीबी, पोलियो, डायरिया, पीलिया, निमोनिया, खसरा, काली खांसी, गलघोंटू, टिटनेस, हीमोफीलिया इंफ्लुएंज़ा और रतौंधी से बचाया जा सकता है। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए जल्द ही नगर निगम के अंतर्गत आने वाले इलाकों में ‘ज़ीरो डोज़र’ कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिसमें किन्हीं कारणों से पेंटा की एक भी खुराक न लेने वाले बच्चों को उस टीके से आच्छादित किया जाएगा। जिन बच्चों को एक साल के अंदर पेंटा की एक भी खुराक नहीं लगी या फिर सिर्फ एक या दो खुराक लगी हैं, ऐसे बच्चों को एक साल के अंदर ही तीनों खुराक लगाई जाएगी। सीएमओ ने बताया कि टीकाकरण के प्रति उदासीन और इन्कार करने वाले परिवारों (वैब फॅमिली) का व्यवहार परिवर्तन कर छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने परिजनों से अपील की है कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत अपने बच्चे का समय पर टीकाकरण जरूर कराएं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ एके मौर्य ने बताया कि वाराणसी समेत प्रदेश के 68 जिलों में ‘ज़ीरो डोज़र’ कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत यह कार्यक्रम हर बुधवार और शनिवार को संचालित किया जाएगा। एक साल के अंदर यदि किसी बच्चे को पेंटा की पहली खुराक (डेढ़ माह) के अतिरिक्त दूसरी (10वें सप्ताह) और तीसरी (14वें सप्ताह) नहीं लग सकी, उन बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाएगा। पेंटा में एक साथ पाँच टीकों (डीपीटी, पर्ट्युसिस, टिटनेस, पीसीवी और हेपटाइटिस बी) को शामिल किया गया है। यह बच्चे के लिए बेहद खास व प्रभावी टीका है, जो एक साथ कई गंभीर बीमारियों से बचाव करता है। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम नगर निगम के अंतर्गत आने वाले इलाकों में संचालित किया जाएगा। वर्तमान में इन इलाकों में स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है। इसके पूरा होने के बाद विभागीय अधिकारियों और सहयोगी संस्थाओं डबल्यूएचओ, यूनिसेफ और यूएनडीपी के द्वारा वैरिफ़ाई का कार्य किया जाएगा। फिर वैलिडेशन का कार्य पूरा होगा। इसके बाद कार्यक्रम को शुरू किया जाएगा।
कब-कब आवश्यक है टीकाकरण – जन्म के समय पर – बीoसीoजीo, ओ०पी०बी०, हेपेटाइटिस बी
छह सप्ताह (डेढ़ माह) पर – ओ०पी०बी०1, पेन्टावेलेन्ट 1, एफ-आई०पी०वी० 1, रोटा 1 व पीसीवी 1
– 10 सप्ताह पर – ओ०पी०वी०-2, पेन्टावेलेन्ट-2 एवं रोटा-2
– 14 सप्ताह पर – ओ०पी०वी०-3, पेन्टावेलेन्ट-3, एफ-आई०पी०वी०-2, रोटा-3 एवं पी०सी०वी०-2
– 9 माह से 12 माह तक – एम०आर०-1, पी०सी०वी० बूस्टर एवं विटामिन ए की पहली खुराक
– 16 से 24 माह – एम०आर०2, डी०पी०टी०- बूस्टर प्रथम, बी०ओ०पी०वी०- बूस्टर, एवं विटामिन ए -2
– 5 से 6 वर्ष में डी०पी०टी०-बूस्टर द्वितीय
– 10 वर्ष पर टीडी
– 16 वर्ष पर टीडी