गांव की जनसंख्या के अनुसार शुगर-बीपी जांच के टारगेट तय होंगे, जिला कलक्टर ने दिए सख्त निर्देश
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा की
बांसवाड़ा।
संवाददाता पूर्णानंद पांडेय 9414 2696/913667596
जिला कलक्टर डॉ इंद्रजीत यादव की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक गुरूवार को हुई। इस दौरान जिला कलक्टर डॉ यादव ने गांव की जनसंख्या अनुसार शुगर-बीपी जांच करने के टारगेट स्थानीय स्वास्थ्यकर्ताओं को देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एनसीडी कार्यक्रम के तहत 30 वर्ष की उम्र से अधिक आयु वाल लोगों की स्क्रीनिंग होती है। जिसमें जनसंख्या के अनुरूप टारगेट तय किए जाए। वहीं फॉलोअप भी लिया जाए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एचएल ताबियार ने बताया कि सिकल सेल एनिमिया की जांच के लिए 60 हजार कीट एक दो दिन में प्राप्त होने वाले है। इस पर डॉ यादव ने ग्रामीण क्षेत्रों में वितरित करने के निर्देश दिए। उन्होंनें कहा कि जांच के बाद इसकी रिपोर्ट ऑनइलान करना सुनिश्चित करें। सिकल सेल एनिमिया की समीक्षा के दौरान उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राहुल डिंडोर ने बताया कि अभी तक 8 लाख 97 हजार 886 लोगों की जांच की है। जिसमें से 30598 तक डिफरेंस आ रहा है। इसे शीघ्र ही ऑनाइलान दर्ज करने के निर्देश दिए गए।
मेडिकल कॉलेज से गाइड लाइन लेकर पॉजिटिव के फॉलोअप लेना होगा
अब तक सिकल सेल एनिमिया की जांच में 556 पॉजिटिव आए है। इस पर जिला कलक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने मेडिकल कॉलेज से ट्रिटमेंट गाइडलाइन लेकर मरीजों का इलाज करने और उनका निरंतर फॉलोअप लेने के निर्देश दिए। जागरूकता के लिए अभियान चलाने के भी निर्देश दिए। वहीं प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत ऑनइलान रिपोर्टिंग में लापरवाही पर सख्त नाराजगी जताई। डॉ. यादव ने कहा कि पॉर्टल पर जो गर्भवती महिलाएं आ रही है उनके जांच का डेटा ही अपलोड नहीं कर पा रहे है तो यह बड़ी लापरवाही है।
सेक्टर मीटिंग के मिनटस तैयार करने के निर्देश
जिला कलक्टर डॉ इंद्रजीत यादव ने सेक्टर मीटिंग के मिनटस तैयार करने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि सेक्टर मीटिंग के मिनटस बनाकर जिला मुख्यालय भेजे जाए। साथ ही मिनटस रिपोर्ट में यह भी लिखे की पिछली बैठक में दिए गए निर्देर्शों की कितनी पालना हुई। जिससे प्रोग्रेस का आसानी से आंकलन किया जा सके। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भरतराम मीणा ने अंतरा इंजेक्शन में बांसवाड़ा का राजस्थान में दूसरा स्थान है। साथ ही उन्होंने शक्ति दिवस पर सभी चिकित्सा अधिकारियों को सब सेंटर पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। वहीं 32 सब सेंटर पर आईएफए सिरप और गोली की रिपोर्ट नहीं करने पर जिला कलक्टर डॉ यादव ने नाराजगी जताई। इस दौरान आरसीएचओ डॉ दिनेश कुमार भाबोर ने एमसीएचएन डे पर मॉनिटरिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। डब्ल्यूएचओ से डॉ अक्षय व्यास ने कहा कि एमआर वन और एमआर टू के टीके में अंतर आ रहा है। उन्होंने एमआर वन के अनुसारही एमआर टू के टीके शत प्रतिशत लगाने की बात कहीं।
हाइपर टेंशन के मरीजों का आयुर्वेद से भी होगा इलाज
बैठक में मौजूद आयुर्वेद अधिकारी ने बताया कि एकल चिकित्सक योजना के तहत जौलाना, पालोदा, सज्जनगढ़ और बागीदौरा में आयुर्वेद चिकित्सक नियुक्त है। इस पर जिला कलक्टर डॉ यादव ने निर्देश दिए कि इन अस्पतालों में हाईपर टेंशन वाले मरीजों को आयुर्वेद चिकित्सक के पास भी परामर्श लिया जाए। ताकी योग जैसी गतिविधियों को अमल में लाया जा सके। हालांकि 26 सीएचसी और पीएचसी में एकल चिकित्सक योजना है। लेकिन, फिलहाल चार चिकित्सक ही नियुक्त है।
आशाओं को डायरिया और दस्त प्रबंधन पर मिलेगा प्रशिक्षण
जिला कलक्टर ने पिछली डीएचएस में आशाओं को प्रशिक्षण देेने के लिए मॉडयूल तैयार करने के लिए कहा था। इसकी पालना में अब प्रशिक्षण शुरू होंगे। डीपीएम ललित सिंह झाला ने बताया कि अबकी बार सेक्टर बैठकों में आशाओं को डायरिया और दस्त प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रकार 17 अलग-अलग विषयों पर प्रशिक्षण दिए जाएंगे।
हर माह अनिवार्य निरीक्षण करने के निर्देश
सीएमएचओ डॉ एचएल ताबियार ने सभी बीसीएमओ को माह में एक बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, दो पीएचसी और 5 सब सेंटर के अनिवार्य रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि इसकी रिपोर्ट भी हर माह अनिवार्य रूप से जिला मुख्यालय पर भेजे।