क्यूं हटाया मायावती ने आकाश आंनद को?
रिपोर्ट समीर गुप्ता ब्यूरो चीफ पठानकोट पंजाब।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भांजे आकाश आंनद को बीएसपी के नेशनल कोआर्डिनेट और उतराधिकारी के पद से हटा दिया है। कांग्रेस और इंडिया गंठबंधन के विपक्षी दल इस फैसले को कहीं न कहीं बीजेपी के दबाव के रूप में लिया गया बता रहे हैं । इसके अलावा उनका कहना है कि बसपा भारतीय जनता पार्टी की बी टीम के रूप में कार्य कर रही है।
इस संबंध में बसपा सुप्रीमो मायावती ने स्पष्ट किया है कि आकाश आंनद अभी युवा हैं और इन पदों के लिए फिलहाल परिपक्व नही हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक उन्हें नेशनल कोआर्डिनेट और उतराधिकारी की जिम्मेदारी से अलग रखा जाएगा।
इस संदर्भ में गौरतलब है कि आकाश आंनद अभी लोकसभा चुनावों को लेकर यूपी के विभिन्न हिस्सों में रैलियां कर रहे थे और उनको सुनने के लिए अच्छी खासी भीड़ भी उमड़ रही थी — जिसके चलते लग रहा था कि बसपा अपना खोया हुआ जनाधार फिर से खड़ा करने में कामयाब हो सकती है। लोग आकाश में बहन मायावती की छवि देख रहे थे। आकाश आंनद निश्चित तौर पर बसपा में नया जोश भरने में भी कामयाब होते दिखाई दे रहे थे। परन्तु अचानक उनको पदों से हटाने के पीछे मायावती की दूरदर्शिता को दिखाता है — आकाश आंनद ने विदेश से एमबीए डिग्री की है, अच्छे वक्ता के आलावा युवा वर्ग से अच्छे से कनेक्ट करते हैं और सबसे बड़ी बात है कि मायावती के निकट रहते हुए उन्होंने राजनीति के दांव-पेंच सीखें हैं। मायावती भी बसपा का भविष्य आकाश में देख रही हैं। दरअसल आकाश अपनी रैलियों में भाजपा और योगी आदित्यनाथ की सरकार के खिलाफ मुखर होकर बोलते हैं। कुछ दिन पहले यूपी सरकार पर दिए गए एक विवादित बयान के लिए उन पर केस भी दर्ज हुआ था। इसके साथ खबरें आ रही थी कि बसपा में एक वर्ग आकाश की आक्रमक कार्यशैली से नाखुश है। मायावती ने कहीं न कहीं पार्टी और आकाश के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें फिलहाल राजनीतिक तौर पर अधिक परिपक्वता और सभी को साथ लेकर चलने का संदेश दिया है।