फिरोज खान पठान/अज़वद काज़मी
जौनपुर।जौनपुर लोकसभा सीट पर इस बार चुनाव काफी दिलचस्प नज़र आ रहा है इस सीट पर बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है जबकि दूसरी ओर सपा ने एक वक्त में मायावती के करीबी रहे बाबू सिंह कुशवाहा को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि दूसरी ओर भाजपा ने पूर्व कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री कृपाशंकर सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट देने से पहले सपा से कई लोगों ने दावेदारी ठोंकी थी वहीं जौनपुर के वर्तमान सांसद श्याम सिंह यादव को लेकर कयास लगाया जा रहा था कि सपा उनको भी अपना उम्मीदवार बना सकती है जबकि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तमाम कयास पर विराम लगाते हुए फाइनली बाबू सिंह कुशवाहा को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है वहीं श्याम सिंह यादव ने पत्र के माध्यम से अखिलेश यादव से अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए लिखा कि अखिलेश यादव ने मुझसे टिकट देने का वादा किया था मगर उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया ये पत्र सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हो रहा है जिसको लेकर सपा समर्थकों ने श्याम सिंह यादव पर पलटवार करते हुए लिखा कि
“यह पत्र लिखकर आपने जिस मानसिक दिवालियेपन का परिचय दिया है उसके लिए हम लोग को आप पर शर्म आती है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व समाजवादी पार्टी जौनपुर के कार्यकर्ताओ का आपको एहसान मानना चाहिए और धन्यवाद देना चाहिए। जिन्होंने आपको बड़े दिल का परिचय देते हुए लोकसभा का सदस्य बना दिया और आप पांच साल तक लोकसभा का सदस्य रहे और इन पांच साल के दौरान कभी उन कार्यकर्ताओ को जिन्होंने आपको सांसद बनाया कभी उनका ध्यान नही दिया और समाजवादी पार्टी न होती तो आप लोकसभा के सदस्य तक नही होते।आप अपने भरोसे अपनी ग्राम सभा के सदस्य भी नही बन पाते। माननीय अध्यक्ष जी का आपको टिकट न देने का फैसला जौनपुर की सम्मानित जनता के मन की भावना है और जौनपुर की जनता इससे खुश है।”