Advertisement

बीकानेर- श्री डुंगरगढ के मंदिरों मे रामनवमी की पूजा

न्यूज़ चीफ रिपोर्टर रमाकांत झंवर

श्री डूंगरगढ़ वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन चैत्र नवरात्रि पर्व का समापन होता है.

इस दिन व्रत का पारण विधि-विधान से किया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन मां भगवती के साथ-साथ प्रभु श्री राम की उपासना का भी विधान है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन राम नवमी पर्व देश भर में हर्षोल्लाह के साथ मनाया जाता है ! बुधवार को चैत्र नवरात्रि का 9वां दिन है. इसे महानवमी और दुर्गा नवमी के नाम से भी जानते हैं. इस दिन राम नवमी भी मनाते हैं. महानवमी के दिन व्रत रखते हैं और मां दुर्गा नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा करते हैं. मां सिद्धिदात्री की कृपा से व्यक्ति को 8 प्रकार की सिद्धियां प्राप्त हो सकती हैं, उसके साथ ही 9 तरह की निधियां भी मिल सकती हैं. देवी सिद्धिदात्री के आशीर्वाद से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. ग्रह दोष, रोग, नकारात्मकता आदि का अंत होता है. मां सिद्धिदात्री की कृपा से व्यक्ति किसी अनहोनी का शिकार होने से बच जाता है. श्री डूंगरगढ़ में आज आडसर बास माता जी मंदिर में भी सुबह से भीड़ उमड़ने लगी 12 बजे विशेष ज्योत एवं माता की आरती की गई पूरा मन्दिर माँ के जयकारों से गूँज उठा आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया आज नवमी के दिन महिलाये सुबहे से घरों में व्यस्त आयी महिलाओं ने घरों में कन्याओं के पैर धोकर पूजन किया तथा भोजन करवाके उपहार भेंट करके माँ का आशीर्वाद प्राप्त किया
आडसर् बास के राम नवमी पर राम मन्दिर और राम दरबार को विशेष कर सजाया गया जिसमे मन्दिर मे पूजा पाठ किया गया मन्दिर के मुख्य पुजारी द्वारा राम दरबार की विशेष आरती की गयी
जिसमे स्थानीय नागरिकों और पूजा डागा मनोज डागा की आगन्तुक का स्वागत किया

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!