बाबा साहब सदैव प्रासंगिक रहेंगेः गोष्ठी में विमर्श
रिपोर्टर-शिवेश शुक्ला बस्ती उत्तर प्रदेश
बस्ती । रविवार को भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरतियन के संयोजन में भारत रत्न बाबा साहब के जयन्ती अवसर पर उन्हें याद किया गया। मड़वानगर स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद आयोजित गोष्ठी में मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरतियन ने कहा कि बाबा साहब आजीवन छूआछूत, भेदभाव के विरोध में लडे और दबे कुचले समाज को शिक्षित बनो, संघर्ष करो का मंत्र दिया। जब तक समाज में विषमता, भेदभाव है बाबा साहब सदैव प्रासंगिक रहेंगे। मानवता ही उनके लिए सबसे बड़ा धर्म था। समाज के लोगों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है। मजदूरों और किसानों के लिए उनकी सोच हमेशा सकारात्मक रहेगी।
सामाजिक कार्यकर्ता चन्द्रिका प्रसाद, हृदय गौतम, चन्द्र प्रकाश गौतम, प्रदीप चौधरी, दिनेश चौधरी आदि ने बाबा साहब को नमन् करते हुये कहा कि वे एक विश्व स्तरीय वकील, समाज सुधारक थे, जिन्होंने आजादी के बाद देश को सही दिशा में आगे बढ़ाने में अहम योगदान दिया था। साल 1947 में भारत को आजादी मिलने के बाद, बी.आर. अंबेडकर देश के पहले कानून मंत्री बने थे। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने सामाजिक और आर्थिक मुद्दों के समाधान के लिए विभिन्न कानूनों और सुधारों का मसौदा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।
गोष्ठी के बाद भारत मुक्ति मोर्चा पदाधिकारियोें ने हर्रैया में आयोजित विभिन्न शोभा यात्रा और अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। कार्यक्रमों में कैलाशनाथ, आर.पी. आजाद, आर.पी. कन्नौजिया, बुद्धेश राना, पंचलाल, सशाग्रसेन मेंधाकर, दुर्गेश कुमार के साथ ही अनेक सामाजिक संगठनों के लोग उपस्थित रहे।