भाजपा को सूट नही कर रहा है बाबा साहब का संविधान- ज्ञानेन्द्र
लोकतंत्र, संविधान बचाने को आगे आये जनता-ज्ञानेन्द्र
संवैधानिक व्यवस्था में भाजपा का विश्वास नही-देवेन्द्र
रिपोर्टर-शिवेश शुक्ला बस्ती उत्तर प्रदेश
बस्ती। समतामूलक समाज के संस्थापक, सशक्त संविधान बनाकर सम्पूर्ण भारत को एक सूत्र में पिरोने वाले भारत रत्न डा. भीमराव अम्बेडकर को उनकी जयंती के अवसर पर कांग्रेस पार्टी दफ्तर पर समारोहपूर्वक याद किया गया। जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ने कहा बाबा साहब का बनाया हुआ संविधान भाजपा को सूट नही कर रहा है। संविधान की शक्ति भारत का लोकतंत्र खत्म करने में आड़े आ रही है।
इसलिये भाजपा इसे पूरी तरह खत्म कर खुद का बनाया नया संविधान लागू करना चाहती है। इसके लिये पार्टी के नेता एक बार फिर दो तिहाई बहुमत के जिये जनता के सामने हाथ जोड़ रहे हैं। इस बार मतदाताओं से चूक हुई तो बहुत सारे अधिकार छिन जायेंगे। पूर्व विधायक अंबिका सिंह ने कहा तानाशाही और लोकतंत्र एक दूसरे के विरोधी हैं संविधान खत्म करने से लोकतंत्र अपने आप खत्म हो जायेगा। जनता को अपने अधिकारों को बनाये रखने के लिये जागरूक होना होगा। पूर्व विधानसभा प्रत्याशी देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा बाबा साहब ने समूचे भारत को लोकतांत्रिक ढाचें में बांधा, हजारों साल तक संविधान उपयोगी रहेगा लेकिन मौजूदा सरकार ने बाबा साहब के संविधान को कमजोर करने में कोई कसर नही छोड़ा।
उन्होने कहा इण्डिया गठबंधन की सरकार बनी तो तानाशाही खत्म होगी और बाबा साहब के संविधान को उचित सम्मान मिलेगा। किसान कांग्रेस के रामभवन शुक्ला व जि.प.स. अनिल भारती ने कहा बाबा साहब ने हमे अभिव्यक्ति की आजादी दी है औरइसी ताकत का इस्तेमाल कर हमे जनता को जागरूक करने के लिये बूथ लेवल तक जाना होगा। जिला महासचिव अशोक श्रीवास्तव ने कहा भाजपा ने फिर सरकार बनाया तो अगले टर्म में संविधान और उसके दूसरे टर्म में भारत का इतिहास बदल जायेगा। 2024 का चुनाव लोकतंत्र को बचाने के लिये लड़ा जा रहा है। सम्मानित मतदाता जानता है किसे वोट करने से लोकतंत्र बंचेगा।
कार्यक्रम का संचालन करते हुये प्रवक्ता मो. रफीक खां ने कहा बस्ती का चुनाव पूरी तरह गठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में है, हमे प्रयास करना है कि मतदान के दिन तक यह स्थिति बनी रहे। कार्यक्रम को सभी ब्लाक अध्यक्षों, सचिवों, महासचिवों, उपाध्यक्षों ने भी सम्बोधित किया। नर्वदेश्वर शुक्ला, सुरेन्द्र मिश्रा, चन्द्रशेखर वर्मा, गंगा मिश्रा, साधूसरन आर्या, मुकुल प्रताप पाण्डेय, राणा प्रताप सिंह, भूमिधर गुप्ता, सत्यप्रकाश सिंह, सलाहुद्दीन बित्तन, डा. मारूफ, विनय तिवारी, रामधीरज चौधरी, संजीव त्रिपाठी, सर्वेश शुक्ला, अशोक पाण्डेय, अलीम अख्तर, रामबचन भारती, सोमनाथ संत, राजबहादुर निषाद, शिवनारायण पाण्डेय रामबाबू, आनंद निषाद, राकेश मणि, गणेश दूबे, अफजल हुसेन, अमरबहादुर तप्पे, लालजीत पहलवान, शौकत अली नन्हू, नीलम विश्वकर्मा, उमेश कुमार, दीनानाथ शास्त्री, फिरोज खां, लक्ष्मी यादव, रामनरायन, विनोदरानी, सुबाष चन्द, राजेश चौधरी, हरिश्चन्द्र तित्रपाठी, शकुन्तला देवी, राजबहादुर निषाद, अशरफ अली, कपिलदेव यादव, रामजी शर्मा, बृजेश पाण्डेय, सुजीत शुक्ला, विनोद चौधरी, जगदीश शर्मा, मो. अकरम, मदनलाल, रामबृक्ष चौधरी, रामजनम वर्मा, पवन तिवारी, संजय कुमार, सूरज सोनी आदि की उपस्थिति रही।