न्यूज रिपोर्टर दीपक कुमार बागेश्वर उत्तराखंड
प्रधानाचार्यों के 59 और प्रधानाध्यापक के 29 पद रिक्त
बागेश्वर। साल बदलते जा रहे हैं, लेकिन शिक्षा के हाल में सुधार नहीं हो रहा है। विद्यालयों में प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापकों के रिक्त पदों की संख्या घटने के बजाय बढ़ती जा रही है। वर्तमान में जिले के मात्र दो इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्य और तीन हाईस्कूल में स्थायी प्रधानाध्यापक हैं। अन्य विद्यालय प्रभारियों के भरोसे पर चल रहे हैं।
जिले में 61 राजकीय इंटर कॉलेज और 32 राजकीय हाईस्कूल हैं। इनमें 59 इंटर कॉलेज प्रधानाचार्य विहीन हैं तो 29 हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापक का पद खाली है। बागेश्वर विकासखंड के राजकीय इंटर कॉलेज मंडलसेरा और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में स्थायी प्रधानाचार्य हैं। कपकोट और गरुड़ विकासखंड में एक भी स्थायी प्रधानाचार्य नहीं है। गरुड़ ब्लॉक के हाईस्कूल सिमार-मजकोट, गलई-कंधार और बागेश्वर के बहुली हाईस्कूल में स्थायी प्रधानध्यापक हैं। प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापकों के पद रिक्त होने से विद्यालय के एक शिक्षक को प्रभारी की जिम्मेदारी उठानी पड़ती है। इस कारण उनके पास अपने विषय का शिक्षण कार्य करने के लिए समय की कमी है। प्रभारियों के भरोसे चल रहे विद्यालयों में वेतन, विद्यालय के विकास में होने वाले कार्यों के लिए बजट की उपलब्धता आदि दिक्कतें भी बनी रहती हैं।
सीईओ बागेश्वर, जीएस सौन ने बताया कि प्रधानाचार्यों के रिक्त पदों की भर्ती के लिए फार्म भराने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। जिले से करीब 100 प्रवक्ताओं ने फार्म भरे हैं। चुनाव संपन्न होने के बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। उम्मीद है इस साल जिले के कई विद्यालयों को प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापक मिल जाएंगे।