होली स्नेह मिलान कार्यक्रम
अहमदाबाद के मधुबन ग्रीन पार्टी में गुजराज युवा संघ द्वारा रविवार को समस्त राजस्थानियों का होली स्नेह मिलन समारोह ‘होली के रंग, अपनों के संग” सम्पन हुआ। जिसमें समस्त राजस्थानी पुरुष व महिलाएँ अपनी पारम्परिक वेशभूषा में सजकर आए। पुरुषों ने ढोल के संग गेर नृत्य कर कार्यक्रम को आकर्षक बनाया। संघ के संस्थापक व कार्यक्रम संयोजक भरत राजपुरोहित मंडवाड़ा ने बताया कि इस वर्ष संघ का यह तीसरा कार्यकम सम्पक हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि सुदर्शन न्यूज चैनल के प्रधान सम्पादक सुरेश चव्हाणके, और अध्यक्षता प्रतिभाबैन जैन मेयर महानगरपालिका अहमदाबाद ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम गेर नृत्य से की। जिसमें पुरुषों ने हाथों में डिंडोरी लेकर गोल बडे घेरे में गेर नाचने का लुत्फ उठाया। मुख्य अतिथि सुरेश चव्हाणके ने वभी गेर नाची और तलवारबाजी कर कार्यक्रम को तालियों की कॅज से गुंजायमान किया। गैर नृत्य के पश्चात सभी अतिथियों का मंच पर संघ, व भामाशाहों ने मिलकर साफा, खेच, स्मृति चिन्ह इत्यादि प्रदान कर स्वागत किया। मुख्य अतिथि सुरेश चव्हाणके को संयोजक भरतराज ने सिरोही की सुप्रसिद्ध तलवार भेंट कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक हंसमुख भाई पटेल सांसद, दिनेशभाई कुशवाह विधायक बापूनगर, दिनेश शर्मा भाजपा प्रदेश कारोबारीरी सदस्य, राजस्थान से विधायक छगनसिंह राजपुरोहित समेत पधारे दर्जनों सभी अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया ,कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रतिभाबैन जैन ने राजस्थानियों
को उत्सव की बहुत बहुत शुभकामनाएं और बधाइयां देते कहा कि राजस्थान की संस्कृति व संस्कार अलग परिवेश में भी खास वातावरण तैयार करने जैसे है।गुजराज संघ के इस आयोजन की महत्ता बताते हुए कहा कि ये उत्सव ही हम सभी राजस्थानियों को एकता के सूत्र में पिरोकर रखते है।
बापूनगर विधायक दिनेशभाई कुशवाह ने भी समारोह को सम्बोधित कर राजस्थानियों की सरलता एवं व्यवसाय में कुशलता का जिक्र कर सभी को हंसाया । मुख्य अतिथि ज्यो हि संबोधन के लिए आने लगे तो कार्यक्रम में भारत माता की जय के जयकारे लगने लगे । सुरेश चव्हाणके ने भारत के सांस्कृतिक मूल्यों एवं विरासत को बताते हुए कहा कि हमारी संस्कृति ने बाहरी आक्रमणकारियों की खूब झेला है। पर हमने संस्कृति को खत्म नहीं होने दिया। मुख्य अतिथि ने कहा कि अहमदाबाद का नाम कर्णावती होना चाहिए। और कहा कि बताइए कौन-कौन चाहता है कि कर्णावती होना चाहिए इस पर मंच सहित सभी दर्शकों ने हाथ खडे कर समर्थन “किया। साथ ही राजस्थान को वीर भूमि बताते हुए स्वयं को भी बताया कि मेरे पूर्वज भी राजस्थान से महाराष्ट्र आकर बसे थे। इन्होने संस्कृति, संस्कार, उत्सव के सम्बन्ध में विचार रखकर पांडाल को तालियों की गडगडाहर है गुंजायमान कर दिया।
होली के विशेष गीत फाग की प्रस्तुतियाँ बाबूलाल राजपुरोहित पार्टी सुन्दर दी । जिस पर कालबेलियां गुजरियों ने नृत्य कर समां बांधा। भरत राजपुरोहित ने कार्यक्रम की सफलता का श्रेय सभी भामाशाहो एवम समस्त टीम को देकर आभार प्रकट किया, अंत मे विशेष राजस्थानी व्यंजन दाल बाटी, चूरमा का भोजन कर कार्यक्रम का विसर्जन किया,
संवाददाता:अशोककुमार चंदेल सत्यार्थ न्यूज़ अहमदाबाद