साई दास सेतिया की अठाई तपस्या पर मेहंदी रस्म का आयोजन, समाज रत्न सम्मान से हुए विभूषित
साध्वी श्री सर्वज्ञ जी महाराज के सानिध्य में हुआ आध्यात्मिक आयोजन
रिपोर्टर इंद्रजीत कालावाली
जिला सिरसा

कालावाली 26अगस्त ( )
एस.एस. जैन प्रांगण में सोमवार को एक भव्य एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें नवकार समिति के वरिष्ठ संरक्षक साई दास सेतिया की अठाई तपस्या के उपलक्ष्य में मेहंदी रस्म आयोजित की गई। इस अवसर पर जैन समाज ने उन्हें “समाज रत्न” की उपाधि देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु जितेंद्र कैलाश दरबार में हुआ, जहां हरियाणा सिहनी,पंजाब वीरांगना महासाध्वी श्री सर्वज्ञ जी महाराज साहब तथा महासाध्वी नमिता जी महाराज के सानिध्य संपन्न हुआ।
महासाध्वी श्री जी ने अपने प्रवचन में तपस्या के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तप ही आत्मा को पवित्र करने का मार्ग है, और अठाई जैसी कठिन साधना आत्मशुद्धि एवं आत्मबल की परम परिणति है। उन्होंने पर्युषण पर्व के सातवें दिन अंतगड सूत्र के वाचन के महत्व को भी बताया और कहा कि जैन महापुरुषों की तपस्या हम सभी के लिए प्रेरणा है।
समाज में गौरव का क्षण
साई दास सेतिया की इस तपस्या को पूरे जैन समाज ने अपना गौरव माना। इस अवसर पर जैन समाज के प्रधान सन्दीप जैन और महामंत्री राकेश जैन ने विशेष रूप से बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
प्रधान सन्दीप जैन ने कहा कि तपस्या से न केवल व्यक्तिगत आत्मबल की सिद्धि होती है, बल्कि समाज का भी उत्थान होता है। यह साधना समाज के लिए प्रेरणा का श्रोत है।
समाज रत्न उपाधि से सम्मानित
समारोह के दौरान साई दास सेतिया को “समाज रत्न” की उपाधि प्रदान की गई। यह सम्मान उनके साधना मार्ग पर चलने और समाज को अध्यात्म की ओर अग्रसर करने के योगदान के लिए दिया गया।
इस उपाधि से विभूषित किए जाने के बाद उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने हर्ष और गर्व की अनुभूति की।
आयोजन में समाज का उत्साह
मेहंदी रस्म के इस आयोजन में जैन समाज के महामंत्री राकेश जैन
युवक मंडल के प्रधान भूषण जैन,संरक्षक पूर्ण जैन, नरेश गर्ग जैन, पवन जैन, संजीव जैन
लवली स्टूडियो, सुभाष सेतिया, सुनील सेतिया,
रमेश प्रजापति, जीवन ठेकेदार, रबि बंसल, नरेश गोयल,मास्टर योगेश जैन, काका जैन, सतीश नरूला, नवकार समिति के प्रधान दीपक फता, सुख राम फता, शम्मी जैन, महिला मंडल की प्रधान निर्मला जैन,
बबली जैन, बबीता जैन, अंजू जैन, तनुजा जैन, कंचन जैन, वंदना जैन, निधि जैन के अलावा बड़ी संख्या में समाज के श्रद्धालु इस आध्यात्मिक अवसर पर एकत्र हुए और साई दास सेतिया को बधाई दी।
आध्यात्मिक वातावरण और प्रवचन
महासाध्वी श्री जी ने अपने प्रवचन में तपस्याग् की महिमा को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि तप के बिना जीवन अधूरा है और यह आत्मा को पाप बंधन से मुक्त करने का सर्वोत्तम उपाय है। उन्होंने फरमाया कि जैन महापुरुषों की तपस्या इतिहास के सुनहरे अध्याय हैं, और वर्तमान में भी जब साधक इस मार्ग पर चलते हैं, तो यह समाज को आध्यात्मिक दिशा प्रदान करता है।
श्रद्धालुओं की भावनाएँ
समारोह में उपस्थित श्रद्धालुओं ने साई दास सेतिया को समाज की शान बताया। कई श्रद्धालुओं ने कहा कि “हमारे बीच ऐसे तपस्वी होना हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है।”
महिला मंडल की प्रधान निर्मला जैन ने कहा कि इस तरह के आयोजन समाज को एकता, संस्कृति और अध्यात्म से जोड़ते हैं।
इस तरह, साई दास सेतिया की अठाई तपस्या पर आयोजित मेहंदी रस्म और समाज रत्न सम्मान समारोह पूरे समाज के लिए गौरवपूर्ण क्षण बन गया। यह आयोजन न केवल तपस्या की महिमा को रेखांकित करता है, बल्कि समाज को अध्यात्म, एकता और संस्कृति से भी जोड़ता है। इस अवसर पर दिया गया संदेश यह था कि तपस्या केवल साधक का व्यक्तिगत मार्ग नहीं, बल्कि समाज का सामूहिक उत्थान भी है।


















Leave a Reply