रिपोर्टर नाजिम अली
लखनऊ –दिल्ली हाइवे पर दो युवकों की मौत डाक काबड़ के लौट रहे थे युवक

मुरादाबाद |– हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौट रहे बरेली के 2 युवकों की मुरादाबाद में हाईवे पर मौत हो गई। मुरादाबाद में लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर मूंढापांडे थाना क्षेत्र में बाइक सवार 3 दोस्तों को पिकअप गाड़ी ने टक्कर मार दी। हादसे में दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक युवक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है।
हादसा मुरादाबाद-रामपुर के बीच मूंढापांडे थाना क्षेत्र में पराग फैक्ट्री के ठीक सामने शुभ करीब 4 बजे हुआ। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने तुरंत एंबुलेंस की मदद से घायल हो अस्पताल पहुंचाया। मृतकों एवं घायल की जेब से मिले पेपर्स के आधार पर उनकी शिनाख्त की जा सकी। पुलिस का कहना है कि हादसे के बाद पिकअप का चालक पिकअप को भगा ले गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
बरेली के तीन युवक गंगाजल लेने बाइक से गए थे हरिद्वार
बरेली के आंवला थाना क्षेत्र में गांव करूआ ताल निवासी आकाश (19 साल) पुत्र स्व. रामवीर सिंह, माधव राम(20 साल) पुत्र जगपाल सिंह और अमर सिंह (20 साल) पुत्र बेचेलाल बाइक से डाक कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार गए थे। तीनों दोस्त रविवार सुबह घर से निकले थे। हरिद्वार से गंगाजल लेने के बाद बरेली अपने गांव वापस जा रहे थे। तीनों एक बाइक पर सवार थे। तभी मुरादाबाद में पराग फैक्ट्री के सामने हादसे का शिकार हो गए। एक पिकअप गाड़ी की टक्कर के बाद इनमें से आकाश और माधव राम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि इनके तीसरे साथी अमर सिंह को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आकाश का बर्थडे था, परिवार ने रोका लेकिन रुका नहीं

हादसे में जान गंवाने वाला आकाश कुमार 12वीं में पढ़ता था। बीते दिन यानी 27 जुलाई को ही उसका जन्मदिन था। आकाश के चाचा उदयवीर ने बताया कि उन्होंने और परिवार के बाकी लोगों ने आकाश को बहुत रोका। उससे कहा था कि उसके बर्थडे की पार्टी
: में जान गंवाने वाला आकाश कुमार 12वीं में पढ़ता था। बीते दिन यानी 27 जुलाई को ही उसका जन्मदिन था। आकाश के चाचा उदयवीर ने बताया कि उन्होंने और परिवार के बाकी लोगों ने आकाश को बहुत रोका। उससे कहा था कि उसके बर्थडे की पार्टी करेंगे, लेकिन वो नहीं माना। वो डाक कांवड़ लाने की जिद पर अड़ा था।
आकाश के परिवार में केवल मां ही बची
उदयवीर बताते हैं कि आकाश के पिता रामवीर सिंह और भाई की पहले ही मौत हो चुकी है। परिवार में अब सिर्फ मां सीमा देवी ही जिंदा बची है। उदयवीर ने बताया कि वो दिल्ली में रहकर काम करते हैं। उन्हें किसी राहगीर ने फोन करके बताया था कि आपका भतीजा हाईवे पर पड़ा है।















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