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तालाब में हुए अवैध कब्जे के चलते लोगों का घरों से निकलना हुआ दुश्वार पहली ही बरसात में खुली भजनपुर के विकास की पोल- गोरे फौजी

तालाब में हुए अवैध कब्जे के चलते लोगों का घरों से निकलना हुआ दुश्वार पहली ही बरसात में खुली भजनपुर के विकास की पोल- गोरे फौजी

जिला संवाददाता विमल गुप्ता यूपी
 कानपुर देहात भजनपुर

कानपुर देहात । ब्लॉक मलासा ग्राम पंचायत मोहम्मदपुर के मजरा भजनपुर का है पूरा मामला ।‌ पहली ही बरसात में स्वच्छ भारत मिशन की खुली पोल । ग्राम पंचायत सचिव व ब्लॉक स्तर पर बैठे अधिकारियों के द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत आम जनता को अच्छी रास्ता , अच्छी नालियों , नालों से होते हुए गांव का पानी तालाबों तक जाने की तैयारी की खुली पोल । भजनपुर में आज ऐसी स्थिति है जिससे लोगों का घर से निकलना बड़ा मुश्किल हो गया है

ज्यादातर रास्तों में खचाखच पानी भरा हुआ है । जिससे लोगों का घर से निकलना दुश्वार हो गया है । गांव के बीच में बना एक तालाब जो पूरी तरीके से आज अवैध कब्जे के चलते हुए समाप्त हो गया है। जो पानी उस तालाब में जाता था आज वह लोगों के घरों में भर रहा है। क्योंकि उस तालाब पर हो चुका है अवैध कब्जा ।जब इस तालाब पर हुए अवैध कब्जे की शिकायतें की गई तो नतीजा ये रहा कि वो तालाब आज तक कब्जा मुक्त नहीं हो सका है।

तालाब में हुए अवैध कब्जे का आज तक कोई निराकरण नहीं निकल पाया है । तहसील स्तर से लेकर जिला स्तर तक इस तालाब पर हुए अवैध कब्जे को लेकर कई बार गोरे फौजी के द्वारा लेटर लिखे गए लेकिन आज तक सिर्फ जांच का आश्वासन मिला है। तालाब के कब्जे को लेकर आजतक कोई सही निराकरण नहीं निकला जिसका नतीजा यह है कि बरसात का पानी लोगों के घरों में ही भर रहा है और लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव के तालाब में कब्जे के चलते हुए घर से निकलने वाला पानी आज रास्तों में ही भर रहा है जो लोगों के घरों के अंदर तक जा रहा है। जिससे लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। बच्चे महिलाएं घर से नहीं निकल पा रहे हैं । बच्चों को स्कूल जाने की भी दिक्कतें सामने आने लगेगी और बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। अगर इसी तरीके से जल भराव हुआ तो बीमारियां बढ़ना स्वाभाविक है। बरसात को देखते हुए तालाब में कब्जे को हटाया जाए। ग्रामीणों ने तालाब के कब्जे को लेकर के आक्रोश है क्योंकि पहली ही बरसात में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

रामू यादव,सोने लाल यादव, कल्लू , छोटे , सूरज यादव, धर्मेंद्र यादव, चक्रवीर यादव , विजय यादव , राजेन्द्र फौजी , सुधीर यादव , रंजीत यादव, कैलाश यादव, देवीशंकर यादव, सुनील यादव, गोविंद यादव, अरविंद यादव, अशोक यादव, ओम यादव, पंकज यादव, अंकित यादव, बालक राम यादव, अतर सिंह यादव एवम् बडी संख्या में महिलाएं ने मांग की है कि जल्द से जल्द तालाब को कब्जा मुक्त कराया जाये। जिससे पहली ही बरसात से आयी मुसीबत से निजात मिल सके और जैसे पूरे गांव का पानी तालाब में पहले जाता था वैसे ही आज भी तालाब में ही जाये।

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