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अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना: त्रासदी ने फिर ताज़ा कीं पुरानी यादें

अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना: त्रासदी ने फिर ताज़ा कीं पुरानी यादें

 अहमदाबाद
 हरिशंकर पाराशर, वरिष्ठ संवाददाता
दिनांक: 12 जून 2025, 17:28 IST

गुजरात की आर्थिक राजधानी अहमदाबाद में आज एक भयावह हवाई हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर, टेकऑफ के महज सात मिनट बाद मेघानीनगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे ने न केवल स्थानीय निवासियों को स्तब्ध कर दिया, बल्कि भारत के विमानन इतिहास में हुई अन्य त्रासदियों की यादें भी ताज़ा कर दीं।हादसे का विवरणआज दोपहर 1:10 पर बोर्डिंग शुरू होने के बाद फ्लाइट AI-171 ने 1:39 पर रनवे 23 से उड़ान भरी। डीजीसीए के अनुसार, पायलट ने 1:39 पर मेडे कॉल (आपातकालीन संदेश) भेजा, जिसके तुरंत बाद विमान हवाई अड्डे की परिधि से बाहर, मेघानीनगर के एक मानसिक स्वास्थ्य केंद्र के पास एक मैदान में जा गिरा।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान तेजी से नीचे आया और ज़मीन से टकराने के बाद उसमें आग लग गई, जिससे दो किलोमीटर तक धुएं का गुबार दिखाई दिया।विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, और 1 कनाडाई यात्री शामिल थे। चालक दल में 2 पायलट और 10 केबिन क्रू मेंबर थे। विमान की कमान कैप्टन सुमीत सभरवाल (8200 घंटे का उड़ान अनुभव) और सह-पायलट क्लाइव कुंदर (1100 घंटे का अनुभव) के हाथ में थी। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, कार्गो मोटर्स के प्रमुख नंदा, और ल्यूबी के निदेशक सुभाष अमीन सहित कई प्रमुख हस्तियों के सवार होने की पुष्टि हुई है।बचाव और राहत कार्यहादसे की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), गुजरात पुलिस, और दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। तीन दमकल गाड़ियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन विमान का मलबा और बिखरे हुए शवों ने बचाव कार्य को जटिल बना दिया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “मैं घर पर था जब एक ज़ोरदार धमाका हुआ। बाहर निकलकर देखा तो धुआं और मलबा हर तरफ बिखरा था।

यह दृश्य भयानक था।”केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू, जो विजयवाड़ा में एक कार्यक्रम में थे, तुरंत अहमदाबाद पहुंचे और बचाव कार्यों की निगरानी शुरू की। उन्होंने डीजीसीए, भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (AAI), और गुजरात प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित किया। एयर इंडिया ने हेल्पलाइन नंबर 1800-5691-444 जारी किया है, ताकि यात्रियों के परिजन जानकारी प्राप्त कर सकें।प्रारंभिक अनुमान और जांचहादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। डीजीसीए ने जांच शुरू कर दी है, और बोइंग 787 के ब्लैक बॉक्स की तलाश की जा रही है। विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि संभावित कारणों में तकनीकी खराबी, पक्षी से टक्कर, या पायलट त्रुटि शामिल हो सकती है। Flightradar24 के अनुसार, विमान का अंतिम सिग्नल 1:38 PM IST पर प्राप्त हुआ था। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए गहन जांच की मांग की है।भारत में हाल की अन्य विमान दुर्घटनाएंयह हादसा भारत के विमानन इतिहास में एक और दुखद अध्याय जोड़ता है। हाल के वर्षों में देश ने कई बड़े विमान हादसों का सामना किया है, जिनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं:अमरेली, गुजरात (22 अप्रैल 2025): अमरेली के शास्त्री नगर में विजन फ्लाइंग इंस्टीट्यूट का एक प्रशिक्षण विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया,

जिसमें प्रशिक्षु पायलट अनिकेत महाजन की मौत हो गई। विमान आवासीय क्षेत्र में गिरा और आग लगने से पूरी तरह नष्ट हो गया।जामनगर, गुजरात (2 अप्रैल 2025): भारतीय वायुसेना का एक जगुआर फाइटर जेट कलावड रोड पर सुवरदा गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में एक पायलट की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल हो गया।मंगलौर, कर्नाटक (22 मई 2010): एयर इंडिया एक्सप्रेस की बोइंग 737-800 दुबई से लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसलकर खाई में गिर गई। इस हादसे में 158 लोगों की मौत हुई, और केवल 8 लोग बचे। पायलट की थकान और रनवे ओवरशूट को मुख्य कारण माना गया।चरखी दादरी, हरियाणा (12 नवंबर 1996): सऊदी अरब एयरलाइंस की फ्लाइट 763 और कजाकिस्तान एयरलाइंस की फ्लाइट 1907 हवा में टकरा गईं। यह भारत का सबसे बड़ा हवाई हादसा था,

जिसमें 349 लोगों की मौत हुई। यह दुनिया के सबसे घातक मिड-एयर टक्करों में से एक है।मुंबई (1 जनवरी 1978): एयर इंडिया की बोइंग 747 फ्लाइट 855 टेकऑफ के तुरंत बाद अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इंस्ट्रूमेंट फेल्योर और पायलट त्रुटि के कारण सभी 213यात्रियों और चालक दल की मौत हो गई।प्रतिक्रियाएं और भविष्य के कदमप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और ट्वीट कर कहा, “अहमदाबाद विमान हादसे की खबर अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है।” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री और पुलिस आयुक्त से बात कर स्थिति का जायजा लिया।विमानन उद्योग के विशेषज्ञों ने इस हादसे को विमानन सुरक्षा मानकों पर पुनर्विचार का अवसर बताया है।

पिछले कुछ वर्षों में भारत ने हवाई यात्रा की सुरक्षा में सुधार किया है, लेकिन तकनीकी खामियों और प्रशिक्षण की कमी जैसे मुद्दे अभी भी चुनौती बने हुए हैं।निष्कर्षअहमदाबाद का यह हादसा न केवल एक त्रासदी है, बल्कि एक चेतावनी भी कि हमें अपने विमानन तंत्र को और मजबूत करने की आवश्यकता है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, उम्मीद है कि हादसे के सटीक कारणों का पता चलेगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। फिलहाल, देश उन परिवारों के साथ खड़ा है, जिन्होंने इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोया।

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