सोलर स्ट्रीट लाइट की अनियमितता की जांच शुरू
कांकेर/भानुप्रतापपुर
संवाददाता
देवव्रत टांडिया
भानुप्रतापपुर। जनपद पंचायत भानुप्रतापपुर के 20 ग्राम पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट खरीदी में अनियमितता व भंडार क्रय नियम का पालन नहीं किये जाने की शिकायत जनशिकायत निवारण विभाग छग शासन में किया गया था। जिसकी जांच उप संचालक पंचायत जिला कांकेर के द्वारा किया जा रहा है। 20 ग्राम पंचायतों में से 15 ग्राम पंचायतों के सचिवों को सोलर स्ट्रीट लाइट खरीदी के समस्त दस्तावेजों को लेकर जनपद पंचायत बुलाया गया था। जिसके बाद जांच अधिकारी ब्रिज लाल देवा जिला अपेक्षक द्वारा सभी ग्राम पंचायत के सचिवों को सोलर स्ट्रीट लाइट खरीदी के समस्त दस्तावेजों का छाया कॉपी एक घण्टे जमा करने के लिए कहा गया था। लेकिन जांच अधिकारी इंतजार करते रहे चार घण्टे बाद आठ ग्राम पंचायत के सचिव दस्तावेज लेकर जनपद कार्यालय पहुंचे और दस्तवेज जमा किया गया। सभी ग्राम पंचायतों का दस्तावेज जमा होने के बाद सभी ग्राम पंचायतों में जाकर भौतिक सत्यापन किया जाएगा।शिकायतकर्ता यशवंत चक्रधारी ने बताया कि 20 ग्राम पंचायतों में एक करोड़ पच्चास हजार का मात्र 223 सोलर स्ट्रीट लाइट विभिन्न ग्राम पंचायतों में लगाया गया है। भावेश ट्रेडर्स , नायक कंस्ट्रक्शन के द्वारा एक एक ग्राम पंचायत में सप्लाई किया गया है व रिचा एंटरप्राइजेज के द्वारा कुल 18 ग्राम पंचायतों में लगभग 90 लाख में मात्र 200 सोलर स्ट्रीट लाइट का सप्लाई किया गया है। इतने ज्यादा दाम में इतने कम स्ट्रीट लाइट की खरीदी करना समझ से परे हैं, जबकि मार्केट में 15 से 20 हजार में अच्छी कम्पनी का सोलर स्ट्रीट लाइट मिल जाता हैं। गांव के विकास के बहाने चुनाव से पहले पंचायत प्रतिनिधि द्वारा सरकारी खजाने को लूटने में लगे हुए हैं। इस तरह का खेल जनपद के अधिकारियों की मिलीभगत से किया जाता हैं जिसका कमीशन सभी को बराबर मिलता हैं। अगर इसकी निष्पक्षता से जांच की जाएगी तो कई सरपंच सचिव सलाखों के पीछे चले जायेंगे।जनपद पंचायत के 20 ग्राम पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने के नाम पर शासकीय राशि का दुरुपयोग किया गया है, एक – एक स्ट्रीट लाइट का 45 हजार का बिल लगया गया है वहां लाइट भी निम्न स्तर का स्ट्रीट लाइट हैं जो कुछ घण्टे जलने के बाद बंद हो जाता है अभी गर्मी में यहां हाल हैं तो बारिश में क्या हाल होंगा। इसका ताजा उदाहरण ग्राम पंचायत जातावाड़ा व ग्राम पंचायत कनेचुर में देख सकते हैं जहां पर जनपद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के द्वारा लगाया गया था जो कुछ दिनों में खराब हो गया। ग्राम पंचायत द्वारा पंचायत चुनाव से पहले शासकीय राशि को डकारने के लिए गांव में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का पैतरा आजमाया गया हैं जिससे बाजार मूल्यों से तीन गुना का बिल लगाकर राशि निकाल लिया गया हैं और शासकीय राशि का बंदरबांट किया गया है। इसी तरह का खेल पूरा पांच साल तक चला है। किसी भी ग्राम पंचायतों में भंडार क्रय नियम का पालन नहीं किया जाता हैं। आडिट के समय में आडिटरों में को भी मैनेज किया जाता है जिस कारण आडिट आपत्ति भी नहीं जताई जाती हैं। सरपंच सचिव द्वारा अपने मनमानी किया जाता है। जबकि शासकीय कार्यालयों में कोई भी सामग्री खरीदी के लिए विभिन्न फर्मों से कोटेशन मंगाया जाता हैं जिसके कम दर वाले फर्म से खरीदी की जाती हैं लेकिन जनपद पंचायत भानुप्रतापपुर के ग्राम पंचायतों में इसके विपरीत कार्य किया जा रहा है। खरीदी के लिए कोई भी फर्म से कोटेशन नहीं मंगया जाता हैं। व्यापारियों से कमीशन फिक्स होने के कारण अपने चाहते व्यपारी से खरीदी की जाती हैं जहां इनका कमिशन फिक्स रहता हैं। ग्राम पंचायत भैसाकन्हार क, में 15 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 8 लाख 55 हजार, ग्राम पंचायत भोडिया में 5 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 2 लाख 25 हजार, ग्राम पंचायत दाबकट्टा में 7 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 3 लाख 15 हजार, ग्राम पंचायत धनेली में 10 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 4 लाख 50 हजार, ग्राम पंचायत डोंगरगांव में 15 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 6 लाख 75 हजार, ग्राम पंचायत डोंगरकट्टा में 16 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 7 लाख 20 हजार, ग्राम पंचायत डुमरकोट में 10 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 4 लाख 50 हजार, ग्राम पंचायत हरनपुरी में 10 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 4 लाख 50 हजार, ग्राम पंचायत हाटकर्रा में 15 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 6 लाख 75 हजार, ग्राम पंचायत हेटारकसा में 10 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 4 लाख 50 हजार, ग्राम पंचायत करमोती में 4 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 1 लाख 80 हजार, ग्राम पंचायत केवटी में 5 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 2 लाख 25 हजार, ग्राम पंचायत मुंगवाल में 4 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 1 लाख 80 हजार, ग्राम पंचायत फरसकोट में 15 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 6 लाख 75 हजार, ग्राम पंचायत साल्हे में 23 सोलर स्ट्रीट लाइट 10 लाख 35 हजार, ग्राम पंचायत सेलेगांव में 15 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 6 लाख 75 हजार, ग्राम पंचायत सोनेकन्हार में 6 सोलर स्ट्रीट लाइट 2 लाख 70 हजार, ग्राम पंचायत तरांदुल में 11 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 4 लाख 95 हजार का रिचा एंटरप्राइजेज का बिल लगाकर कर राशि आहरण किया गया है। ग्राम पंचायत कनेचुर में 20 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 9 लाख 15 हजार का भावेश ट्रेडर्स व ग्राम पंचायत तुएगुहान में 4 सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 1 लाख 35 हजार का नायक कंस्ट्रक्शन का बिल लगाकर राशि आहरण कर लिया गया है। सोलर स्ट्रीट लाइट का मूल्य बाजार में 15 से 20 हजार के बीच में एक लाइट आ जाता है। लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा गांव में जो सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं इसमें एक लाइट की खरीदी 45 हजार का दिखाया गया है। इस तरह से ग्राम पंचायत द्वारा गांव के विकास के लिए आये शासकीय राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है। जिस कारण गांव का विकास नहीं हो पा रहा है। सरकार द्वारा गांवो में मूलभूत सुविधा व अन्य सुविधाओं के लिए सालाना लाखों का बजट देती हैं लेकिन उसके पंचायत प्रतिनिधि अधिकारी के साथ मिलाकर डकार जाते हैं। समस्या जस के तस नहीं रहती हैं।