सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ़- सवांददाता ब्युरो चीफ
श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के बेनिसर निवासी सोहनलाल जाट पुत्र रुघाराम जाट निवासी बेनिसर ने 50 लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया है। जिसमें कूटरचित दस्तावेज तैयार करके 50 बीघा जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। प्रार्थी सोहनलाल जाट ने छत्तरगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज करवाते हुए पुलिस को बताया अजय कुमार पुत्र किशनाराम निवासी देशनोक ओमप्रकाश पुत्र मोहनी देवी पत्नी चम्पूराम,कविता पुत्री रूघाराम जवाड़ पुत्री पारूदेवी पत्नी भगवानाराम धर्माराम पुत्र मोहनी देवी पत्नी चम्पूराम बजरंगलाल पुत्र पारूदेवी पत्नी भगवानाराम बीरबलराम पुत्र पारूदेवी पत्नी भगवानाराम,भंवरीदेवी पुत्री पारू देवी पत्नी भगवानाराम,मीसीदेवी पुत्र पारूदेवी पत्नी भगवानाराम,मुखराम पुत्र तुलछाराम मघी पुत्री तुलछाराम मांगीलाल पुत्र मोहनी देवी पत्नी चम्पूराम मालाराम पुत्र पारूदेवी पत्नी भगवानाराम रामस्वरूप पुत्र तुलछाराम,लाली देवी पुत्री पारूदेवी पत्नी भगवानाराम,संतोषेदवी पत्नी तुलछाराम सुन्दरदेवी पत्नी रूघाराम,सरला देवी पुत्री तुलछाराम सुशीला पुत्री रुघाराम मोहनराम पुत्र पारूदेवी पत्नी भगवानाराम जाति जाट निवासीगण ग्राम लखासर अनुसूया पुत्री किशनाराम केशरदेवी पत्नी जगदीशराम गंगा पुत्री किशनाराम,घनश्याम पुत्र जगदीशराम,जमना पुत्री किशनाराम,पुष्पा पुत्री जगदीशराम पानी देवी पुत्री सुगनी देवी,मिरगादेवी पुत्री सुगनी देवी मोहनराम पुत्र जगदीशराम,राधेश्याम पुत्र जगदीशराम,रामी पुत्री किशनाराम,लिछमा पुत्री जगदीशराम,संतोष पुत्री किशनाराम सरस्वती पुत्री जगदीशराम,सोनी देवी पुत्री सुगनी देवी जाति जाट निवासीगण देशनोक,हल्का पटवारी केला पेमाराम सारण हल्का पटवारी देशनोक देवेन्द्र बिश्नोई, राजेन्द्र दान चारण वार्ड नं. २४ देशनोक लिच्छूदान वार्ड नं. १८,देशनोक,हरिओम पुत्र सुन्दरलाल वार्ड नं. २५,देशनोक,राधेश्याम,ओमप्रकाश पुत्र ईशरराम वार्ड नं. २४,देशनोक,अखराम जाट पुत्र कुम्भाराम निवासी वार्ड नं. २४, देशनोक,तालिब हसन एडवोकेट,सेन्ट्रल नोटेरी,बीकानेर,अजीज खां पुत्र अहमद अली निवासी केला तहसील छतरगढ़,सबीर अहमद पुत्र सालम खां निवासी केला तहसील छतरगढ़,मोहनराम पुत्र जगदीशराम जाति जाट निवासी देशनोक,उमेश पुत्र ईश्वरचंद पंजाबी निवासी करणी नगर,बीकानेर,प्रभुराम पुत्र उदाराम जाति जाट निवासी उदासर,सोहन कंवर पत्नि शिवरतन जाति चारण निवासी सुरपालिया तहसील नागौर आरोपियों ने एकराय होकर गैरकानूनी रूप से कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उसकी जमीन को अपने नाम करवा ली।पार्थी ने बताया कि उसके माता पिता पशुपालन का कार्य करते थे। और पशुओं को चराने के लिए अन्य गांवों में भी जाते रहते थे। प्रार्थी ने बताया कि उसके माता सुगनी देवी और पिता रुघाराम सन 1970-71 में देशनोक पशु पालन के लिए गए थे और वहां कुछ समय प्रवास भी किया था। उस वक्त मेरी माता को देशनोक के गांव सरदारपुरा में 31 अगस्त 1971 को 50 बीघा बारानी कृषि भूमि आवंटित हुई थी, जिसका खसरा नम्बर 221 था। इसके बाद सन 1973 में उनके नाम से पासबुक भी जारी हो गई थी। प्रार्थी ने बताया कि सन 1973 में इंतकाल भी दर्ज हुआ था। जिसके द्वारा माता को गैर खातेदारी का हक प्राप्त हुआ था। इसके बाद मेरी माता को खातेदारी अधिकार भी दिए गए। इसके बाद से ही निरन्तर हमारे द्वारा कब्जा किया हुआ है। प्रार्थी ने बताया कि रेवेन्यू रिकॉर्ड में त्रुटिवश रुघाराम की जगह रूपाराम दर्ज हो गया था, जिसे मेरी माता ने दुरस्त भी करवा लिया था। प्रार्थी ने कहा कि 2013 तक हम वारिसान ही इस भूमि पर काबिज थे। सन 2013 में मेरी माता की मृत्यु हो गई। हमारे पैतृक गांव से 200किमी दूर होने के कारण हमने हमारे परिचित सुनील मूलाराम लेघा निवासी छतरगढ़ को सार सम्भाल के लिए दी। कभी कभार हम भी सार सम्भाल करने जाते रहते थे। प्रार्थी ने बताया कि माता की मृत्यु के बाद हम सभी 8 वारिसान के नाम नामांतरण के लिए तहसीलदार छत्तरगढ़ को प्रार्थना पत्र दिया था। हल्का पटवारी कैला ने जांच कर रिपोर्ट पेश की जिसमें बताया कि रेवेन्यू रिकॉर्ड में मेरी माताजी का नाम है परंतु ऑनलाइन जमाबंदी रिकॉर्ड में नाम नहीं है। जब हमने जांच की तो पता चला कि 35 व्यक्तियों द्वारा मेरी माताजी के फर्जी व बनावटी वारिस बनकर नाम चढ़ा लिए गए हैं। इसमें प्रथम वारिस के रूप में अजय कुमार पुत्र किशनाराम जाट निवासी देशनोक ने मेरी माता की जगह अन्य महिला के नाम से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर फर्जी वारिस बनकर 34 अन्य और फर्जी वारिस बनाकर नामांतरण करवा लिया है। इसमें हल्का पटवारी पेमाराम सारण ने 3 मई, 2023 को वारिसान की गलत रिपोर्ट पेश की और देशनोक हल्का पटवारी देवेंद्र बिश्नोई द्वारा भी वारिस सम्बंधी फर्जी जांच की गई। प्रार्थी ने आरोप लगाया कि आरोपियों को ज्ञात था कि यह भूमि उनकी नहीं है बावजूद इसके आपसी षड्यंत्र,कूटरचित दस्तावेज,झूठे मृत्यु प्रमाण पत्र,झूठी वारिसान रिपोर्ट बनाकर कूटरचित दस्तावेज तैयार किये और भूमि विक्रय कर दी। छत्तरगढ़ पुलिस द्वारा मामला दर्ज करके जांच एसआई भजनलाल को सौंपी गई है।