सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ़-सवांददाता नरसीराम शर्मा
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है। शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है। पंचांग में सूर्योदय सूर्यास्त,चद्रोदय-चन्द्रास्त काल,तिथि,नक्षत्र,मुहूर्त योगकाल,करण,सूर्य-चंद्र के राशि,चौघड़िया मुहूर्त दिए गए हैं।
🙏जय श्री गणेशाय नमः🙏
🙏जय श्री कृष्णा🙏
🕉️आज का पंचांग-28.02.2025🕉️
✴️ दैनिक गोचर राशिफल सहित✴️
🕉️ शुभ शुक्रवार – 🌞 – शुभ प्रभात् 🕉️
74-30💥मध्यमान💥75-30
(केतकी चित्रापक्षीय गणितानुसारेण निर्मितम्)
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____________आज विशेष____________
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के अंदर कौनसा
पौधा कहां लगायें और किस दिशा में लगायें
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_________दैनिक पंचांग विवरण________
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आज दिनांक………………….28.02.2025
कलियुग संवत्…………………………5126
विक्रम संवत्………………………….. 2081
शक संवत्……………………………..1946
संवत्सर………………………….श्री कालयुक्त
अयन…………………………………….उत्तर
गोल………………………. …………..दक्षिण
ऋतु……………………………………. बसंत
मास…………………………………..फाल्गुन
पक्ष……………………………………. .शुक्ल
तिथि.. प्रतिपदा. रात्रि. 3.16* तक / द्वितीया
वार……………………………………शुक्रवार
नक्षत्र..शतभिषा..अपरा.1.40 तक/पू.भाद्रपद
चंद्रराशि……कुंभ. उ.रात्रि. 5.58* तक / मीन
योग………….सिद्ध. रात्रि. 8.07 तक / साध्य
करण……………किंस्तुघ्न. अपरा. 4.46 तक
करण……..बव. उ.रात्रि. 3.16* तक / बालव
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नोट-जिस रात्रि समय के ऊपर(*) लगा हुआ हो
वह समय अर्द्ध रात्रि के बाद सूर्योदय तक का है
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विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट
दिल्ली -10 मिनट———जोधपुर +6 मिनट
जयपुर -5 मिनट——अहमदाबाद +8 मिनट
कोटा – 5 मिनट————-मुंबई +7 मिनट
लखनऊ – 25 मिनट——बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट–जैसलमेर +15 मिनट
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सूर्योंदयास्त दिनमानादि-अन्य आवश्यक सूची
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सूर्योदय…………………. प्रातः 6.56.34 पर
सूर्यास्त…………………. सायं. 6.31.38 पर
दिनमान-घं.मि.से…………………11.35.03
रात्रिमान-घं.मि.से……………….. 12.24.00
चंद्रास्त…………………… 7.01.24 PM पर
चंद्रोदय……………………7.28.02 AM पर
राहुकाल..अप.11.17 से 12.44 तक(अशुभ)
यमघंट…..अपरा. 3.38 से 5.05 तक(अशुभ)
गुलिक………….प्रातः 8.23 से से 9.50 तक
अभिजित………. मध्या.12.21 से 1.07 तक
पंचक…………………………………. जारी है
शुभ हवन मुहूर्त……………………… आज है
दिशाशूल……………………….. पश्चिम दिशा
दोष परिहार………जौ का सेवन कर यात्रा करें
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विशिष्ट काल-मुहूर्त-वेला परिचय
अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता.
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ब्रह्म मुहूर्त – सूर्योदय से पहले का 1.30 घंटे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है..
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प्रदोष काल – सूर्यास्त के पहले 45 मिनट और
बाद का 45 मिनट प्रदोष माना जाता है…
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गौधूलिक काल -सूर्यास्त से 12 मिनट पहले एवं
12 मिनट बाद का समय कहलाता है
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🌄✴️भद्रा वास शुभाशुभ विचार✴️🌄
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भद्रा मेष, वृष, मिथुन, वृश्चिक के चंद्रमा में स्वर्ग में व कन्या, तुला, धनु, मकर के चंद्रमा में पाताल लोक में और कुंभ, मीन, कर्क, सिंह के चंद्रमा में मृत्युलोक में मानी जाती है यहां स्वर्ग और पाताल लोक की भद्रा शुभ मानी जाती हैं और मृत्युलोक की भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होते हैं इसी तरह भद्रा फल विचार करें।
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दैनिक सूर्योदय कालीन लग्न एवं ग्रह स्पष्ट
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लग्न ……….. कुम्भ 14°56′ शतभिषा 3 सी
सूर्य ………… कुम्भ 15°30′ शतभिषा 3 सी
चन्द्र ………. कुम्भ 15°57′ शतभिषा 3 सी
बुध …………..मीन 0°32′ पूर्वभाद्रपद 4 दी
शुक्र * ……मीन 16°34′ उत्तरभाद्रपद 4 ञ
मंगल …………मिथुन 22°55′ पुनर्वसु 1 के
बृहस्पति ……..वृषभ 17°58′ रोहिणी 3 वी
शनि ^ ….. कुम्भ 26°27′ पूर्वभाद्रपद 2 सो
राहू * ……….मीन 4°17′ उत्तरभाद्रपद 1 दू
केतु * … .कन्या 4°17′ उत्तर फाल्गुनी 3 पा
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✴️🌄दैनिक लग्न समय सारिणी 🌄✴️
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लग्न——————–प्रारंभ—-समापन
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कुम्भ …………………… 06:57 – 07:42
मीन ……………………. 07:42 – 09:10
मेष ………………………09:10 – 10:48
वृषभ ………………….. .10:48 – 12:45
मिथुन ………………….. 12:45 – 14:59
कर्क …………………… .14:59 – 17:17
सिंह ……………………. 17:17 – 19:30
कन्या ……………………19:30 – 21:44
तुला ……………………..21:44 – 23:59
वृश्चिक ………………… 23:59 – 26:17*
धनु …………………… 26:17* – 28:22*
मकर …………………. 28:22* – 30:07*
कुम्भ ……………….. ..30:07* – 30:56*
जहां समय के आगे (*) लगा है वह समय
अर्द्ध रात्रि उपरांत समय का सूचक है।
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✴️🌄दिन का चौघड़िया🌄✴️
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चंचल……………..प्रातः 6.57 से 8.23 तक
लाभ…………….. प्रातः 8.23 से 9.50 तक
अमृत………….. प्रातः 9.50 से 11.17 तक
शुभ…………. .अपरा. 12.44 से 2.11 तक
चंचल……………. सायं. 5.05 से 6.32 तक
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✴️🌄रात्रि का चौघड़िया🌄✴️
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लाभ……………रात्रि. 9.38 से 11.11 तक
शुभ….रात्रि.12.44 AM से 2.17 AM तक
अमृत…रात्रि. 2.17 AM से 3.50 AM तक
चंचल…रात्रि. 3.50 AM से 5.23 AM तक
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(विशेष – ज्योतिष शास्त्र में एक शुभ योग और एक अशुभ योग जब भी साथ साथ आते हैं तो शुभ योग की स्वीकार्यता मानी गई है )
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🌞🕉️शुभ शिववास की तिथियां🕉️🌞
शुक्ल पक्ष-2—–5—–6—- 9——-12—-13.
कृष्ण पक्ष-1—4—-5—-8—11—-12—-30.
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दिन नक्षत्र एवं चरणाक्षर संबंधी संपूर्ण विवरण
संदर्भ विशेष -यदि किसी बालक का जन्म गंड नक्षत्रों (रेवती, अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा और मूल) में होता है तो सविधि नक्षत्र शांति की आवश्यक मानी गयी है और करवाना चाहिये..
आज जन्मे बालकों का नक्षत्र के चरण अनुसार राशिगत् नामाक्षर..
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समय-नक्षत्र नाम-नक्षत्र चरण-चरणाक्षर
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08.12 AM तक—-शतभिषा—-3——सी
01.40 PM तक—-शतभिषा—-4——-सु
_______राशि कुंभ – पाया ताम्र________
07.06 PM तक—–पूर्वाभाद्र—-1——से
12.32 AM तक—–पूर्वाभाद्र—-2——सो
05.57 AM तक—–पूर्वाभाद्र—-3——-द
_______राशि कुंभ – पाया लौह
उपरांत रात्रि तक—–पूर्वाभाद्र—-4——दी
________राशि मीन – पाया लौह_______
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___________आज का दिन___________
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व्रत विशेष…………………………….. नहीं है
अन्य व्रत……………………………… .नहीं है
पर्व विशेष………………………………नहीं है
दिन विशेष…..फरवरी 2025 का अंतिम दिन
दिन विशेष……………..राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
दिन विशेष……. सिद्धार्थी नाम संवत्सर प्रवेश
पंचक………………………………… जारी है
विष्टि(भद्रा)………………………आज नहीं है
खगोल विशेष………………….. आज नहीं है
सर्वा.सि.योग…………………… आज नहीं है अमृ.सि.योग……………………. आज नहीं है
सिद्ध रवियोग………….……….. आज नहीं है _______________________________
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अगले दिन की प्रतीकात्मक जानकारी
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दिनांक………………………..01.03.2025
तिथि……… फाल्गुन शुक्ला द्वितीया शनिवार
व्रत विशेष………………………… फुलेरा दूज
अन्य व्रत………………………………. नहीं है
पर्व विशेष…….. श्री रामकृष्ण परमहंस जयंती
दिन विशेष………………. चंद्रदर्शन सायंकाल
दिन विशेष……………….. मार्च 2025 प्रारंभ
दिन विशेष…………….. .शून्य भेदभाव दिवस
पंचक………………………………… .जारी है
विष्टि(भद्रा)……………………… आज नहीं है
खगोल विशेष… उभायां बुध. रात्रि.12.17*पर
सर्वा.सि.योग…………………….. आज नहीं है अमृ.सि.योग………………………आज नहीं है
सिद्ध रवियोग……………………. आज नहीं है _______________________________
✴️आज की विशेष प्रस्तुति✴️
💥धर्म ज्योतिष आध्यात्म वास्तु राशिफल 💥
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वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के अंदर कौनसा
पौधा कहां लगायें और किस दिशा में लगायें
वास्तु के अनुसार पेड़-पौधे की दिशा वास्तु के हिसाब से कई पेड़-पौधे बेहद शुभ होते हैं और इनको घर में लगाने के कई फायदे हो सकते हैं । वास्तु के अनुसार पौधे को अच्छी किस्मत और समृद्धि के लिए लिविंग रूम के दक्षिण-पूर्व कोने में रखा जाना चाहिए। दक्षिण पूर्व दिशा शुक्र ग्रह द्वारा शासित है और भगवान गणेश के स्वामित्व में है। पेड़-पौधे से घर की सुख समृद्धि व संपन्नता भी जुड़ी होती थी। वास्तु के हिसाब से आइए आपको ऐसे पेड़-पौधों के बारे में बताते हैं, जो आपके घर के लिए बेहद लाभकारी हैं।
वास्तु के अनुसार लाभकारी पेड़-पौधे
तुलसी का पौधा: सबसे पहले शुरुआत तुलसी के पौधे से करते हैं, जो हर दूसरे भारतीय के घर में आपको मिल जाएगा। हिंदूू धर्म में इसे एक तरह से लक्ष्मी का दूसरा रूप माना गया है। सेहत के लिहाज से भी इसमें अद्भुत औषधीय गुण हैं। साथ ही तुलसी के पौधे के बारे में यह भी कहा जाता है कि यह घर में विपत्ति को आने से रोकता है और जिनको नहीं रोक पाता उसके संकेत देता है। तुलसी का पौधा घर में उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। यह घर से निगेटिव एनर्जी को दूर रखता है। वहीं यह अपने चारों ओर 50 मीटर तक का वातावरण भी शुद्ध रखता है। मगर गलती से भी तुलसी के पौधे को दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि फिर यह आपको फायदे की जगह काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
बांस का पेड़: वास्तु में बांस के पेड़ को लेकर ऐसी मान्यताएं हैं कि इसे लगाने से आपकी तरक्की होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। वहीं घर की निगेटिव एनर्जी भी दूर होती है। बांस के पेड़ के बारे में कहा जाता है कि यह हर वातारण में तमाम मुश्किलों के बाद भी तेजी से बढ़ता है। इसलिए इसे उन्नति, दीर्घ आयु और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। वहीं हिंदू धर्म के अनुसार भी बांस का घर में होना बेहद शुभ है। भगवान श्री कृष्ण हमेशा अपने पास बांस की बनी बांसुरी रखते थे। सभी शुभ अवसरों जैसे मुंडन, जनेउ व शादी आदि में बांस का जरूर उपयोग किया जाता है। इसे आप घर में कहीं भी लगा सकते हैं।
केले का पेड़: केला भी एक दिव्य गुणों से भरा पौधा है। यह एक फलदार पौधा होने के साथ ही घर में सुख और संपत्ति का संकेत भी देता है। हिंदु धर्म के अनुसार केले के पौधे में भगवान विष्णु का वास होता है और जिन घरों में होता है उन घरों की यह आर्थिक स्थिति कभी खराब नहीं होने देता है। ईशान कोण की दिशा में इसे लगाया जाना शुभ बताया गया है।
हल्दी: तुलसी की तरह हल्दी भी वरदान प्राप्त पौधा है। यह गुणकारी और चमत्कारी है। यह ऐसी चीज है जिसका हर चीज में इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कि पूजा, औषधी, आहार,सौन्दर्य प्रसाधन।
आंवले का पेड़: कहते हैं कि आंवले के पेड़ की पूजा करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसकी हर रोज पूजा करने से सारे पापों का नाश भी होता है। इसे उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना अत्यंत लाभकारी माना गया है।
श्वेतार्क का पौधा: इसे गणपति का पौधा मानते हैं और यह दूध वाला होता है। अब वैसे तो वास्तु के हिसाब से ऐसे पौधों का घर के भीतर होना अशुभ होता है, मगर श्वेतार्क इस मामले में अपवाद है। ऐसी भी मान्यता है कि जिसके घर के समीप यह पौधा फलता-फुलता है वहां हमेशा बरकत बनी रहती है।
अनार का पेड़: अनार भी एक गुणकारी पौधा है। वास्तु के अनुसार, यह ग्रह दोष को दूर करने और व्यक्ति को समृद्धि बनाने वाला है। घर में अनार का पेड़ होने से ग्रह दोषों से बचा जा सकता है।
परिजात का पौधा: परिजात के पौधे के बारे में शास्त्रों में कहा गया है कि यह समुद्रमंथन से निकला था। इसके फूूल को भगवान के चरणों में चढ़ाने से स्वर्ण दान का पुण्य मिलता है और इसके घर में होने से सारे देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है।
गुड़हल का पौधा: गुड़हल का पौधा देखने में जितना खूबसूरत होता है, उतना ही लाभकारी भी होता है। कहा जाता है कि घर में इसे लगाने से कानून संबंधी सभी काम पूरे हो जाते हैं। वहीं इसको आप कहीं भी रख सकते हैं। पूजा भी इसका इस्तेमाल होता है।
नारियल का पेड़: नारियल के पेड़ को भी शुभ माना गया है। कहते हैं जिस घर में नारियल के पेड़ होते हैं, उनके मान-सम्मान में खूब वृद्धि होती है।
बेल पत्र का पौधा: यह तो आपको पता ही होगा कि बेल पत्र का पौधा भगवान शिव को बेहद पसंद है, ऐसा कहा जाता है कि इस पर स्वयं भगवान शिव का वास होता है। जहां यह पौधा होता है, वहां पीढ़ी दर पीढ़ी लक्ष्मी जी का वास भी होता है।
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✴️ 🕉️आज का राशिफल🕉️ ✴️
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मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आज आप अपने जीवन-साथी के साथ पारिवारिक समस्याओं को साझा करें। एक-दूसरे को फिर से भली-भांति जानने के लिए थोड़ा और वक़्त एक-दूसरे के साथ बिताएँ और ख़ुद की स्नेही जोड़े की छवि को मज़बूत करें। आपके बच्चे भी घर में ख़ुशी और सुकून के माहौल को महसूस कर सकेंगे। इससे आपको एक-दूसरे के साथ व्यवहार में ज़्यादा खुलापन और आज़ादी मिलेगी। हालाँकि धन आपकी मुट्ठियों से आसानी से सरक जाएगा, लेकिन आपके अच्छे सितारे तंगी नहीं आने देंगे। आपका मज़ाकिया स्वभाव आपके चारों ओर के वातावरण को ख़ुशनुमा बना देगा। अगर आप अपनों के साथ कहीं बाहर घूमने जा रहे हैं तो कपड़े सोच-समझकर पहनें। अगर आप ऐसा नहीं करते तो सभी आपसे नाराज हो सकते है। लंबित परियोजनाएँ पूरी होने की दिशा में बढ़ेंगी। घर से बाहर निकलकर आज आप खुली हवाओं में टहलना पसंद करेंगे। आज आपका मन शांत होगा जिसका फायदा आपको पूरे दिन मिलेगा। आपकी व्यस्त दिनचर्या के चलते आपका जीवनसाथी आपके ऊपर शक़ कर सकता है। लेकिन दिन के अन्त तक वह आपकी बात समझेगा और आपको गले लगाएगा।
वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो)
आज घर पर तनाव का माहौल आपको नाराज़ कर सकता है। इसे दबाना आपकी शारीरिक समस्याओं में बढोत्तरी कर सकता है। शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाकर इससे निजात पाएँ। ख़राब हालात से दूर रहना ही बेहतर है। जिन लोगों की अब तक तनख्वाह नहीं आयी है आज वो पैसों के लिए बहुत परेशान रह सकते हैं और अपने किसी दोस्त से उधार मांग सकते हैं। कोई चिट्ठी या ई-मेल पूरे परिवार के लिए अच्छी ख़बर लाएगी। आज आप अपने संगी के साथ कहीं घूमने का प्लान बनाएंगे लेकिन किसी जरुरी काम के आने की वजह से यह प्लान सफल नहीं हो पाएगा जिसकी वजह से आप दोनों के बीच कहासुनी हो सकती है। किसी नयी परियोजना पर काम करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार लें। दिन के अंत में आज आप अपने घर के लोगों को वक्त देना चाहेंगे लेकिन इस दौरान घर के किसी करीबी के साथ आपकी कहासुनी हो सकती है और आपका मूड खराब हो सकता है. घरेलू मोर्चे पर बढ़िया खाने और गहरी नींद का पूरा आनंद आप ले पाएंगे।
मिथुन– (क की कू घ ङ छ के को ह)
आज अपने शारीरिक और मानसिक लाभ के लिए ध्यान व योग करना उपयोगी रहेगा। आज आप अपने घर के वरिष्ठ जनों से पैसे की बचत करने को लेकर कोई सलाह ले सकते हैं और उस सलाह को जिंदगी में जगह भी दे सकते हैं. आपका मज़ाकिया स्वभाव सामाजिक मेल-जोल की जगहों पर आपकी लोकप्रियता में वृद्धि करेगा। आज आपको अपने प्रिय का एक अलग ही अन्दाज़ देखने को मिल सकता है। आप लम्बे समय से दफ़्तर में किसी से बात करना चाह रहे थे। आज ऐसा होना संभव है। इस राशि के छात्र-छात्राएं आज अपने कीमती समय का दुरुपयोग कर सकते हैं। आप मोबाइल या टीवी पर आवश्यकता से अधिक समय जाया कर सकते हैं। आप दुनिया में ख़ुद को सबसे रईस महसूस करेंगे, क्योंकि आपके जीवनसाथी का व्यवहार आपको ऐसा महसूस कराएगा।
कर्क– (ही हू हे हो डा डी डू डे डो)
आज किसी संभावित चोट से बचने के लिए सावधानी से बैठें। साथ ही सही तरीक़े से कमर सीधी करके बैठना न केवल व्यक्तित्वमें सुधार लाता है, बल्कि सेहत और आत्म-विश्वास के स्तर को भी ऊपर ले जाता है। आकस्मिक लाभ या निवेश के ज़रिए आर्थिक हालात सुदृढ़ होंगे। दोस्तों के साथ घूमना-फिरना मज़ेदार रहेगा। लेकिन ज़्यादा पैसे ख़र्च न करें, नहीं तो आप खाली जेब लेकर घर पहुँचेंगे। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा। लेखक और मीडियाकर्मी बड़ी ख्याति प्राप्त कर सकते हैं। आज घर में अधिकतर समय आप सो कर गुजार सकते हैं। शाम के वक्त आपको महसूस होगा कि आपने अपना कितना कीमती समय बर्बाद कर दिया।
सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे)
आज अपनी नकारात्मक भावनाओं और वृत्तियों पर लगाम लगाकर रखें। आपकी रुढ़िवादी सोच/ पुराने ख़याल आपकी प्रगति में रोड़ा बन सकते हैं, उसकी दिशा बदल सकते हैं और आपकी राह में आगे कई बाधाएँ खड़ी कर सकते हैं। आज निवेश के जो नए अवसर आपकी ओर आएँ, उनपर विचार करें। लेकिन धन तभी लगाएँ जब आप उन योजनाओं का भली-भांति अध्ययन कर लें। बढ़िया दिन है जब आप सबके ध्यान को अपनी तरफ़ खींचेंगे- आपके सामने चुनने के लिए कई चीज़ें होंगी और आपके सामने समस्या यह होगी कि किसे पहले चुना जाए। किसी से आँखें चार होने की काफ़ी संभावना है। आपमें बहुत-कुछ हासिल करने की क्षमता है- इसलिए अपने रास्ते में आने वाले सभी मौक़ों का तत्काल लाभ लें। वक्त पर चलने के साथ-साथ अपनों को वक्त देना भी आवश्यक है। यह बात आज आप समझेंगे लेकिन इसके बावजूद भी आप अपने घरवालों को पर्याप्त समय नहीं दे पाएंगे। घरेलू मोर्चे पर बढ़िया खाने और गहरी नीन्द का पूरा आनंद आप ले पाएंगे।
कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो)
आज अपनी मज़बूती और निडरता का गुण आपकी मानसिक क्षमताओं में वृद्धि करेगा। किसी भी तरह के हालात को क़ाबू में रखने के लिए इस रफ़्तार को बरक़रार रखिए। आपके माता पिता आपकी फिजूलखर्ची को देखकर आज चिंतित हो सकते हैं और इसलिए आपको उनके गुस्से का शिकार भी होना पड़ सकता है। परिवार के साथ सामाजिक गतिविधियाँ सभी को ख़ुश रखेंगी। किसी की प्यार में क़ामयाबी मिलने की कल्पना को सच कराने में मदद करें। बिना गहराई से समझे-बूझे किसी व्यावसायिक/क़ानूनी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर न करें। आपके घर का कोई करीबी शख्स आज आपके साथ वक्त बिताने की बात कहेगा लेकिन आपके पास उनके लिए वक्त नहीं होगा जिसकी वजह से उनको तो बुरा लगेगा ही आपको भी बुरा लगेगा। आज आप अपने जीवनसाथी के साथ बेहतरीन समय बिता सकते हैं।
तुला– (रा री रू रे रो ता ती तू ते)
आज आप मानसिक शान्ति के लिए किसी दान-पुण्य के काम में सहभागिता करें। आज आपकी कोई चल संपत्ति चोरी हो सकती है इसलिए जितना हो सके इनका ध्यान रखें। आज का दिन ख़ुशियों से भरा रहेगा, क्योंकि आपका जीवन-साथी आपको ख़ुशी देने का हर प्रयास करेगा। भावनात्मक उथल-पुथल आपको परेशान कर सकती है। आपको पता लग सकता है कि आपके बॉस आपसे इतने रूखेपन से क्यों बात करते हैं। वजह जानकर आपको वाक़ई तसल्ली होगी। आज के दिन यात्रा, मनोरंजन और लोगों से मिलना-जुलना होगा। जीवनसाथी का स्वास्थ्य कुछ गड़बड़ हो सकता है।
वृश्चिक– (तो ना नी नू ने नो या यी यू)
आज आप ऊर्जा से परिपूर्ण होंगे- आप जो भी करेंगे उसे आप उससे आधे वक़्त में ही कर देंगे, जितना वक़्त आप अक्सर लेते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में लाभ कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। पारिवारिक तनावों को अपना ध्यान भंग न करने दें। ख़राब दौर हमें बहुत-कुछ देता है। अपने प्रिय की नाराज़गी के बावजूद अपना प्यार ज़ाहिर करते रहें। आपको अपने भागीदार को आपकी योजना से जुड़े रहने के लिए मनाने में दिक़्क़त होगी। इस राशि के जातक आज के दिन अपने भाई-बहनों के साथ घर पर कोई मूवी या मैच देख सकते हैं। रिश्तेदारों को लेकर जीवनसाथी के साथ नोंकझोंक हो सकती है।
धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे)
आज आपका उदार स्वभाव आपके लिए कई ख़ुशनुमा पल लेकर आएगा। घर की जरुरतों को देखते हुए आज आप अपने जीवनसाथी के साथ कोई कीमती सामान खरीद सकते हैं जिससे आर्थिक हालात थोड़े तंग हो सकते हैं। विवाद, मतभेद और दूसरों की आपमें कमियाँ निकालने की आदत को नज़रअन्दाज़ करें। अपने प्रेम-प्रसंग के बारे में इधर-उधर ज़्यादा बातें न करें। अपने काम और प्राथमिकताओं पर ध्यान एकाग्र करें। आज का दिन फ़ायदेमंद साबित होगा, क्योंकि ऐसा लगता है कि चीज़ें आपके पक्ष में जाएंगी और आप हर काम में अव्वल रहेंगे। किराने की ख़रीदारी को लेकर जीवनसाथी से तक़रार मुमकिन है।
मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी)
आज घरेलू परेशानियाँ आपको तनाव दे सकती हैं। कोई बड़ी योजनाओं और विचारों के ज़रिए आपका ध्यान आकर्षित कर सकता है। किसी भी तरह का निवेश करने से पहले उस व्यक्ति के बारे में भली-भांति जाँच-पड़ताल कर लें। घरेलू ज़िन्दगी में कुछ तनाव का सामना करना पड़ सकता है। आज आप हर तरफ़ प्यार-ही-प्यार फैलाएंगे। सहकर्मी आपको काफ़ी सहयोग देंगे और कार्यक्षेत्र में विश्वास की नींव पर नए रिश्तों की शुरुआत होगी। कोई आध्यात्मिक गुरू या बड़ा आपकी सहायता कर सकता है।
कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द)
आज का दिन आपके लिए ऊर्जा से भरा दिन नहीं है और आप छोटी-छोटी बातों पर झुंझलाएंगे। आपका बचाया धन आज आपके काम आ सकता है।
मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची)
आज नियमित व्यायाम के माध्यम से वज़न को नियन्त्रित रखें। निवेश करना कई बार आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है आज आपको यह बात समझ में आ सकती है क्योंकि किसी पुराने निवेश से आज आपको लाभ हो सकता है। जीवनसाथी और बच्चों से अतिरिक्त स्नेह और सहयोग मिलेगा। घर में परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं। लेकिन अपने साथी को छोटी-छोटी बातों के लिए ताने देने से बचें। अगर आपको एक दिन की छुट्टी पर जाना है तो चिंता न करें, आपकी ग़ैरहाज़िरी में सभी काम ठीक से चलते रहेंगे। और अगर किसी ख़ास वजह से कोई परेशानी खड़ी भी हो जाए, तो आप लौटने पर उसे आसानी से हल कर लेंगे। आज खाली वक्त का सही उपयोग करने के लिए आप अपने पुराने मित्रों से मिलने का प्लान बना सकते हैं। जीवनसाथी के ख़राब व्यवहार का नकारात्मक असर आपके ऊपर पड़ सकता है।
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किसी एक प्रसंग पर लक्ष्मी जी ने कहा है।
स्थिता पुण्यवताँ गेहे सुनीतिपथवेदिनाम्।
गृहस्थानाँनृपाणाँ वा पुत्रवत्पालयामितान्।।
नीति मार्ग पर चलने वाले, पुण्य कर्म करने वाले गृहस्थ व राजाओं के यहाँ मैं टिकती हूँ और ऐसों का मैं पुत्र के समान पालन करती हूँ।
गृहान् यास्यामि देवानाँ युष्माकं चाज्ञया द्विजाः।
येषाँगेहं नगच्छामि श्रृणुध्वं भारतेषु च।।
-(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ३ / २३)
तुम ब्राह्मणों की आज्ञा से दवों के गृह में मैं जाऊँगी। जिनके घर न जाऊँगी उनको सुनो।
मिथ्यावादीचयः शश्वनध्यायीचयः सदा।
सत्वहीश्च दुश्शीलोनगेहं तस्ययाम्यहम्।।
मिथ्यावादी, धर्म ग्रन्थों में न दिखने वाला, पराक्रम से हीन, खोटे स्वभाव का, ऐसे पुरुषों के गृह में मैं नहीं जाती।
सत्यहीनः स्थाप्यहारी मिथ्या साक्ष्य प्रदायकः।
विश्वसघ्नः कृतघ्नो वायामि तस्यनमन्दिरम्।।
सत्य से हीन की सी की धरोहर मारने वाला, झूठी गवाही देने वाला, विश्वास देकर मुकरने वाला, ऐसों के घर मैं नहीं जाती।
चिन्ताग्रस्तो भयग्रस्तः शत्रुग्रस्तोऽतिपातकी।
ऋणग्रस्तोऽति कृपणो न गेहं यामिपापिनाम्।।
चिन्ताग्रस्त, भयग्रस्त, शत्रुग्रस्त, पातकी, कर्जदार, अधिक कंजूस ऐसे पापियों के घर मैं नहीं जाती।
दीक्षाहीनश्चशोकार्त्तोमन्दघीः स्त्रीजितः सदा।
नयास्यामि कदागेहं पुँश्चल्याः पतिपुत्रयोः॥ 24॥
गुरु से हीन, शोक ग्रस्त, मंदबुद्धि, स्त्री का गुलाम, व्यभिचारिणी का पति और पुत्र ऐसे पुरुष के यहाँ मैं कदापि नहीं जाती।
योदुवीक् कलर्हावष्टः कलिः शश्वद्यदालाये।
स्त्रीप्रधाना गृहेयस्य यामितस्यनमंदिरम्।।
कटुभाषी, कलहप्रिय, जिसके घर निरन्तर कलह होता रहे, जिसके यहाँ स्त्री की चलती रहे ऐसे पुरुष के यहां मैं नहीं जाती।
यत्रनास्ति हरेः पूजातदीय गुणकीर्तनम्।
नोत्सुकस्तत्प्रशंसायाँयामि तस्यतमन्दिरम्।।
जहाँ भगवान की पूजा और कीर्तन नहीं, भगवान की प्रशंसा में उत्सुकता नहीं ऐसे घर में मैं नहीं जाती।