उन्नाव ब्रेकिंग न्यूज़
दिनांक – 08.03.2024
न्यूज रिपोर्टर – दीपक कुमार (शुक्लागंज उन्नाव )
जनपद उन्नाव में चल रहा अमृत पेयजल योजना का कार्य , पूरी तरह नाकाम होता दिखा, पूरे शहर की सड़कों की हुई दुर्दशा, इस कार्य की नाकामी का पूरा श्रेय कंपनी और जलनिगम को जाता है
उन्नाव-जनपद उन्नाव में चल रहा अमृत पेयजल योजना के अंतर्गत पाइप लाइन संबंधित कार्य करा रहीं ओ पी गुप्ता कांट्रेक्टर प्रा लि का अनुभवहीन, मानकहीन और गुणवत्ताहीन कार्य अपनी कहानी चीख चीख कर बया कर रही हैं, पूरे शहर की सड़कों की दुर्दशा का पूरा श्रेय कंपनी और जलनिगम नगरीय को देना उचित होगा जहा जहां भी कंपनी ने पाइप लाइन और घरों के कनेक्शन का काम किया उनमें अधिकांश जगह पर काटी गई सड़कों को नहीं बनाया गया।
10 जोनो में से एक मैं भी कार्य पूरा nhi
कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आदिल खान और सर्वेश कुमार मिश्रा जिनके ऊपर कंपनी की ओर से सारे काम को सही तरीके और मानक अनुसार कराने की जिम्मेदारी हैं लेकिन इनकी कमाऊ कार्यशैली के कारण सभी 10 जोनों में कोई भी कार्य पूरा नहीं हुआ और न ही 31 मार्च तक पूरा हो पाएगा। ये विडियो जोन 9 के वार्ड संख्या 1 के मोहल्ला पूरन नगर का है जहां पानी के लिऐ घरो में कनेक्शन लगभग तीन वर्ष पहले किए गए थे जिनसे घरों तक पानी आज तक नही पहुंचा सिर्फ सड़कों पर ही बहता देखा जा सकता है, पाइपों से बहते अमृत जल को रोकने और घरों तक पहुंचाने के लिऐ इनके लीकजो को कंपनी के लोगों ने पांच पांच बार बनवाया लेकिन एक भी लीकेज सही नही हुऐ जोकि अपने आप में कंपनी द्वारा प्रयोग की जा रही सामग्री पर बड़ा सवाल उठाते दिख रही हैं। साथ ही बताते चले की स्थानीय लोगो से बात करने पर पता चला की पाइप लाइन को जोड़ने के लिऐ सीसी रोड को तोड़ा गया था जोकि कंपनी ने काम होने के कई माह बीत जाने के बाद भी आज तक नही बनाया और तो और नाली क्रास के कवर तोड़ दिए थे जोकि कई बार कहने के बावजूद भी नही रखवाए गए जिससे कार आदि निकालने में लोगों को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ता है ।
लोगों की समस्या के लिए बैठे अधिकारियों ने भी नहीं लिया कोई जायज
लोगो की समस्याओं के लिए बैठे जिम्मेदार जलनिगम के अधिकारी भी कंपनी की कार्यशैली को देखते हुऐ भी मौनधारण किए हुऐ हैं । बताते चले की कम्पनी के पास नगर पालिका उन्नाव में पूरे शहर का पाइप लाइन और ग्रहसंयोजन का कार्य है जिसे 1 से लेकर 10 जोनों में बाटा गया हैं जिनमे से कोई भी जोन ऐसा नहीं हैं जहां पर इनका कार्य पूरा हों और न ही सारे घरों के कनेक्शन में पानी पहुंच रहा हैं इतनी बड़ी कंपनी होने के बावजूद भी न ही कंपनी के पास कुशल पर्याप्त मजदूर हैं और न ही कुशल पाइप लाइन के पर्याप्त मिस्त्री शायद यहीं कारण है की कंपनी सभी जोनों में एक साथ काम नहीं कर पा रही हैं काम कर रहीं है तो सिर्फ़ और सिर्फ चार से पांच जोन में, अगर इसी प्रक्रिया से काम करते रहेंगे तो कंपनी आगामी डेढ़ दो साल तक और काम पूरा नहीं कर पायेगी और ना ही लोगों तक अमृत पेयजल की आपूर्ति हो पाएगी। गौरतलब हों की कंपनी की कार्यशैली से संबंधित अधिकारी पूरी तरह से वाकिफ होने के बावजूद भी इस ओर कोइ ध्यान नहीं देते हैं*