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बैतूल आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षक का स्तर बेहतर हो इसलिए समय-समय पर निरीक्षण जरूरी – नायब तहसीलदार पथोरिया नायब तहसीलदार ने किया बालक आश्रम का औचक निरीक्षण कर देखी व्यवस्थाएं

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रिपोर्टर का नाम प्रमोद गुप्ता
स्थान सारनी जिला बैतूल

आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षक का स्तर बेहतर हो इसलिए समय-समय पर निरीक्षण जरूरी – नायब तहसीलदार पथोरिया

नायब तहसीलदार ने किया बालक आश्रम का औचक निरीक्षण कर देखी व्यवस्थाएं

सारनी। प्रदेश सरकार के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित होने वाले आदिवासी शासकीय माध्यमिक शाला और छात्रावास और आश्रम में कैसी व्यवस्था है इसका अवलोकन करने के लिए मंगलवार को सारणिक नायब तहसीलदार संतोष पथोरिया के माध्यम से औचक आदिवासी बहुल क्षेत्र के ग्राम बैलोण्ड में आदिवासी बालक आश्रम,छात्रावास का निरीक्षण किया। श्री पथोरिया ने आश्रम के साथ उसी परिसर में बने शासकीय माध्यमिक विद्यालय,बैलोण्ड का भी निरीक्षण किया।निरीक्षण में छात्रावास में भोजन कक्ष,शयन कक्ष व किचिन शेड के साथ शौचालय में साफ सफाई देखी। साग सब्जियां व खाद्य सामग्री की गुणवत्ता देखी व बच्चों से रहने खाने व पढ़ाई के बारे में चर्चा की एवं बच्चों से उनकी समस्याएं के बारे में पूछा तो सभी बच्चों ने एक स्वर में कहा कि उन्हें कोई समस्या नहीं है और नायब तहसीलदार ने आठवीं कक्षा के बच्चों को गणित,हिंदी व विज्ञान विषय के बारे में पढ़ाया व उनसें भी प्रश्न हल करवाये। साथ ही बच्चों को बाल कटवाने,नाखून काटकर साफ सफाई से रहने की सलाह दी। किचिन शेड में जाकर मीनू अनुसार बनने वाले मध्यान्ह भोजन को भी चैक किया।जिसमें मीनू अनुसार ही खीर पूड़ी बनती मिली। निरीक्षण के दौरान छात्रावास अधीक्षक एम.एफ.तेम्रवाल को निर्देश दिए कि वह बच्चे के बाल कटवाने के लिए कटिंग वाले को छात्रावास में ही बुलाकर कटिंग बनवाएं एवं किचिन शेड की दीवारें धुंए से काली हो रही है तो किचिन की पुताई करवाकर साफ सुथरी करवाएं। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि यदि ग्रामीण क्षेत्र में शासन के माध्यम से संचालित होने वाले आश्रमों में व्यवस्था बेहतर होगी तो वहां के आदिवासी बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और अन्य गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन करने का कार्य करेंगे उन्होंने संचालित वार्ड बॉय को निर्देशित किया है कि वहां पर मेनू के अलावा अतिरिक्त किसी भी तरह की खाद्य सामग्री का निर्माण किया गया और बच्चे साफ सुथरे अवस्था में नहीं पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वार्षिक परीक्षा संचालित हो रही है और कई बच्चों के पेपर भी चल रहे हैं ऐसे अवसर पर उन बच्चों को बेहतर पढ़ाई और प्रदर्शन करने की सलाह भी नायब तहसीलदार संतोष पथोरिया के माध्यम से मंगलवार को देने का कार्य किया गया बच्चों के बीच नायब तहसीलदार के औचक पहुंच जाने पर और बच्चों के बीच मित्रता का माहौल पाए जाने पर आदिवासी बच्चों में उत्साह का माहौल देखने को मिला।

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