बरेली। विन्ध्य की पहाडियों की तलहटी में बसे ग्राम जामगढ़ भगदेई सदियो से अपनी ऐतिहासिकता पुरातत्व महत्व के लिए नर्मदा क्षेत्र में ख्याति बनी हुई है।
बरेली रायसेन मध्य प्रदेश से तखत सिंह परिहार की रिपोर्ट सिलवाह
बरेली रायसेन। उत्साह, उल्लास आत्मीय भाव। भगवान श्रीकृष्ण की ससुराल जामगढ़ के वातावरण को संक्षिप्त में इन तीन शब्दों में बताया जा सकता है। आखिर एक युग की उपेक्षा के बाद इस स्थान के उद्धार की नींव जो रखा रही थी। जामगढ के जन—मन में समाए लाडले प्रतिनिधि और प्रदेश के मंत्री राजर्षि नरेंद्र शिवाजी पटेल कामना और कल्पना से कहीं बहुत कुछ अधिक सौगातें लेकर आए थे। वापोली धाम के संत मुक्तानंद जी और रायसेन जिलाधीश अरविंद दुबे, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मंडल के मनोज कुर्मी और जिला इतिहास संकलन समिति के पंडित राजीवलोचन चौबे, वापोली धाम और ऋषीश्वर संस्कृत पाठशाला के विद्वानों सहित तमाम जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, अधिकारी और हजारों लोग विशाल और भव्य अंतर्राष्ट्रीय गीता जयन्ती महोत्सव के साक्षी बने।
मंच से बताया गया कि त्रेता युग में जामवंत जी ने सबल से युद्ध की कामना जताई थी। द्वापर युग में जामगढ में भगवान श्रीकृष्ण से स्यंमतक मणि को लेकर जामवंत जी का युद्ध हुआ और भगवान का भान होने पर उन्होने मणि के साथ ही अपनी पुत्री जामवंती भी भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित कर दी। एक युग बाद कलियुग में आज इस स्थान के उद्धार का ऐतिहासिक अवसर आया है।गीता जयन्ती महोत्सव कार्यक्रम की शुरूआत राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल द्वारा कन्याओं के पूजन से की गई। संस्कृत विद्यालयों के छात्रों, शिक्षकों द्वारा श्रीमद गीता का सस्वर पाठ किया गया। कार्यक्रम के दौरान राधाकृष्ण गोपियों का नृत्य जिसमें मयूर नृत्य, एक उंगली पर थाली को घुमाते हुए श्रीकृष्ण का नृत्य विशेष आकर्षण का केन्द्र बना रहा।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संरक्षण विभाग के डॉ. मनोज सिंह, जिला इतिहास संकलन समिति के पुरातत्ववेता राजीव लोचन चौबे, स.ना. याज्ञवल्य, कलेक्टर अरविन्द दुबे के साथ प्रदेश के स्वा. एवं परिवार कल्याण शिक्षा राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने अपने उदबौधन के दौरान कहा कि गीता हमें जीवन में जीने की कला से अवगत कराती है। गीता के उपदेश शिक्षा उपदेश से जीवन में अनुशासन आता है, गीता के द्वारा स्वंय का जीवन, समाज देश को भी सुधारने का कार्य कर सकते है। राज्यमंत्री पटेल ने कहा कि आत्मा के लिए गीता से भोजन यानी ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है। कहा कि दुनिया में गीता ऐसा ग्रंथ है, जिसकी जयन्ती मनाई जाती है। गीता आज भी सर्व ज्ञान का भंडार है। सभी धर्म, सम्प्रदायों को गीता उपयोगी है। सतत कर्म करने की शिक्षा देती है। पटेल ने कहा कि गीता सन्यासी और कर्म करने वालों को मोक्ष का मार्ग दिखलाती है। घर-घर गीता का पाठ अध्ययन से लोगो का जीवन बदल सकता है। लक्ष्य प्राप्त करने और सफलता प्राप्त करने के लिए गीता के उपदेश आगे बढऩे का माध्यम बन सकते है।
जामगढ़ आएगा पुरातत्व मानचित्र पर
राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल एवं कलेक्टर अरविन्द दुबे ने कहा कि श्रीकृष्ण से जामगढ़ का संबंध जुडा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा जामगढ़ का चयन किया और कार्यक्रम हुआ है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संरक्षण विभाग के डॉ. मनोज सिंह ने कहा कि जामगढ़ और बाड़ी के पास मृगन्नाथ की गुफा के संरक्षण सर्वेक्षण का शीघ्र कार्य किया जाएगा। कलेक्टर दुबे और राज्यमंत्री पटेल ने शीघ्र प्रस्ताव बना कर भेजने का भरोसा दिया। इसी कार्यक्रम के दौरान राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने गरीबों की समस्याओं को जमीन पर बैठकर आवेदन लिए उनका निराकरण के लिए कलेक्टर एसडीएम को निर्देश दिए कि मेरा गरीब परेशान ना हो। कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष श्रीमती प्रभा पटेल, जनपद सीईओ दानिश खांन, महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी अमरनाथ शर्मा, नपं. बरेली के अध्यक्ष हेमन्त चौधरी, उपा. नेपाल सिंह राजपूत, विधायक प्रतिनिधि राजेश साहू। युवा नेता मनोज राजपूत पं. नरसी प्रसाद शर्मा, बापौली धाम के संत मुक्तानंद महाराज, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश बिदुआ, स.ना.याज्ञवल्य, एसडीएम संतोष मुदगल, एसडीओपी सुरेश दामले, विभिन्न विभागो के अधिकारियों के साथ भारी संख्या में ग्रामीण महिलाओं, पुरूषों, मजदूरो, छात्रों, पत्रकारों, समाजसेवियों एवं धार्मिक श्रद्धालुओं की गीता जयन्ती महोत्सव कार्यक्रम में उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन कमल याज्ञवल्य ने एवं सभी का आभार एसडीएम संतोष मुदगल ने व्यक्त किया।