संवाददाता:-हरिकृष्ण शुक्ल
आज हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा भगवान दत्तात्रेय का जन्मदिन
शुक्ला ब्रेकर्स के मालिक सच्चिदानंद शुक्ल ने पत्रकारों को आमंत्रित कर दी जानकारी
पुरवा-उन्नाव:-सनातन धर्म के लोगों के लिए ब्रह्मा जी, भगवान विष्णु और महेश जी की पूजा का विशेष महत्व है, जिन्हें त्रिदेव कहा जाता है। भगवान दत्तात्रेय त्रिदेव के ही अंश हैं, जिनकी पूजा से साधक को तीनों देवों की पूजा के समान फल मिलता है। हालांकि कुछ लोग भगवान दत्तात्रेय को गुरु का भी स्वरूप मानते हैं। इसलिए इन्हें देश के कई राज्यों में श्रीगुरुदेव दत्त के नाम से भी जाना जाता है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 14 दिसंबर 2024, दिन शनिवार को शाम 4:58 मिनट से हो रही है, जिसका समापन अगले दिन 15 दिसंबर 2024, दिन रविवार को दोपहर 2:31 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर पूर्णिमा तिथि का व्रत 15 दिसंबर 2024, दिन रविवार को रखा जाएगा। जबकि दत्तात्रेय जयंती 14 दिसंबर 2024 को मनाई जाएगी।
शुक्ला ब्रेकर्स के मालिक सच्चिदानंद शुक्ल जी ने बताया कि पुरवा में यह हमारे कुल गुरू है इकलौता मंदिर है जो हमारी आस्था का प्रतीक है, हम आज जो भी है हमारे गुरु दत्तात्रेय भगवान ही है उन्होंने कहा हर वर्ष हम भगवान दत्तात्रेय का जन्मदिन अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाते है,उन्होंने यह भी बताया कि कन्या भोज दोपहर 12 बजे से प्रारम्भ होगा व प्रभू दत्त भगवान का जन्मदिन दोपहर दो बजे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा व प्रसाद वितरण प्रभू की इच्छा तक