चितरंगी संवाददाता बिद्या साहू
रमनरेगा सोशल ऑडिट करने गए कर्मचारियों को पैसे देकर सरपंच करा रहे भ्रष्टाचार की लीपापोती
विकासखंड चितरंगी के ग्राम पंचायतों में चल रहा मनरेगा सोशल ऑडिट जिसमें हर पंचायत में एक साल में कितना कार्य किया गया है जिसकी जानकारी सोशल ऑडिट के कर्मचारियों द्वारा हर पंचायत में जा कर कार्यों को देखा जाता है जिसमें पंचायत सरपंच सचिव रोजगार सहायक भी मौजूद रहते हैं जिनसे हर एक कार्य का ब्यौरा सोशल ऑडिट कर्मचारियों द्वारा लिया जाता है जिसकी जानकारी जिला विकास अधिकारी के पास जाती है लेकिन यहां उल्टा हो रहा है
मनरेगा सोशल ऑडिट के द्वारा पंचायत में कार्य को देखने गए कर्मचारियों को सरपंचों द्वारा कार्य में हुए भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए ऑडिट कर्मचारियों को सरपंचों द्वारा दो चार हजार रुपए देकर भ्रष्टाचार को छुपा दिया जा रहा है,,,, सूत्र
जिससे ऑडिट कर्मचारियों द्वारा पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की जानकारी जिला विकास अधिकारी के पास नहीं पहुंच पा रही है सूत्रों की माने तो विकासखंड चितरंगी में जितनी पंचायतों में सोशल ऑडिट हो चुका उन सभी पंचायतों से ऑडिट कर्मचारियों को भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए सरपंचों द्वारा पांच हजार रुपए दिया गया है ,
आपको बता दें की मनरेगा सोशल ऑडिट महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना के तहत होने वाले कार्यों का सोशल ऑडिट, ज़िला अधिकारी के नियंत्रण में काम करने वाले ज़िला विकास अधिकारी के निर्देश पर किया जाता है.
मनरेगा योजना के तहत होने वाले कार्यों का सोशल ऑडिट पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है. इसके अलावा, सोशल ऑडिट के ज़रिए, योजनाओं, कानूनों, और नीतियों के कार्यान्वयन में सार्वजनिक जवाबदेही सुनिश्चित की जाती है