सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
इन दिनों लोग अक्सर दर्द की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में इससे राहत पाने के लिए लोग कई बार बिना डॉक्टर की सलाह के लिए पेनकिलर्स खा लेते हैं। हालांकि ज्यादा मात्रा में इसे खाना आपकी किडनी और पेट के लिए हानिकारक हो सकता है। आइए आपको बताते हैं पेनकिलर्स (Painkiller Overusing Side Effects) के कुछ डराने वाले साइड इफेक्ट्स।
HighLights
इन दिनों लोग अक्सर किसी न किसी दर्द से परेशान रहते 1.हैं।
2.ऐसे में दर्द से राहत पाने के लिए लोग Painkillers की मदद लेते हैं।
3.हालांकि, ज्यादा पेनकिलर्स आपकी किडनी और पेट को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इन दिनों मौसम में ठंडक महसूस होने लगी है,जिसकी वजह से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं आम हो चुकी हैं। इस मौसम में अक्सर शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द की समस्या होती है। इसके अलावा रोज की भागदौड़ और काम के बोझ की वजह से शरीर के किसी-न-किसी हिस्से में दर्द बना रहता है। सिरदर्द, कमरदर्द, बदन दर्द जैसी समस्याएं अक्सर लोगों के लिए परेशानी की वजह बनी रहती हैं। ऐसे में इस दर्द से राहत पाने के लिए लोग अक्सर पेनकिलर का इस्तेमाल करते हैं। पेनकिलर्स दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवाई है। हालांकि, जरूरत से ज्यादा इसकी इस्तेमाल आपकी सेहत के लिए हानिकारक होता है। दरअसल, दर्द निवारक दवाएं, खासतौर से नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं (NSAIDs) और ओपिओइड, किडनी और पेट जैसे जरूरी अंगों के लिए नुकसानदेह हो सकती हैं। आइए आपको बताते हैं पेनकिलर्स के इनपर साइड इफेक्ट्स-
अल्सर और पेट से खून आना
पेनकिलर्स खाने से पेट की लाइनिंग को नुकसान पहुंच सकता है,जिससे पेट में एसिडिटी बढ़ जाती है, जिससे अल्सर और गैस्ट्रिक ब्लीडिंग का खतरा बढ़ जाता है। खासकर अगर आप अक्सर इसे खाते हैं,तो यह खतरा ज्यादा हो सकता है।
किडनी इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाना
दर्द निवारक दवाएं शरीर के फिल्ट्रेशन सिस्टम को बदल देती हैं,जिससे किडनी में बैक्टीरिया जमा हो सकते हैं। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए,तो ये संक्रमण सेप्सिस में बदल सकते हैं,जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्या पैदा हो सकती है।
किडनी स्टोन का खतरा
लगातार पेनकिलर खाने से किडनी स्टोन का खतरा भी बढ़ जाता है। खासकर ओवर-द-काउंटर दवाएं खाने से यूरिन में कैल्शियम लेवल बढ़ सकता है, जो किडनी स्टोन का एक प्रमुख कारण है। ऐसे में लगातार दवाएं खाने से स्टोन फॉर्मेशन बिगड़ जाता है, जिससे असुविधा होती है और किडनी की फंक्शनिंग में मुश्किल होती है।
किडनी डैमेज का खतरा
लंबे समय तक पेनकिलर्स खाने से क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) हो सकता है। NSAIDs प्रोस्टाग्लैंडिंस (एक हार्मोन जो किडनी में ब्लड फ्लो को कंट्रोल करते हैं) को रोकते हैं, जिससे डिहाइड्रेशन होता है और फिल्ट्रेशन कम हो जाता है। इसकी वजह से किडनी डैमेज का खतरा बढ़ जाता है।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफ्लेमेशन
NSAIDs के बहुत ज्यादा इस्तेमाल से अक्सर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में सूजन हो जाती है, जिससे गैस्ट्राइटिस जैसी कंडीशन हो सकती है। यह सूजन मतली और पेट की परेशानी का कारण बन सकती है।
गैस्ट्रिक कैंसर
अगर आप लंबे समय तक पेनकिलर्स का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे पेट के कैंसर के विकास का खतरा बढ़ जाता है। हाई एसिडिटी और लगातार सूजन रहने की वजह से पेट की लाइनिंग में सेलुलर बदलाव तेज हो जाते हैं, जिससे इसका खतरा बढ़ जाता है।
इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बिगड़ सकता है
किडनी हमारे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती है। ऐसे में अगर आप पेनकिलर्स खाते हैं, तो इससे इस प्रोसेस में बाधा आती है, जिससे असंतुलन होता है और मांसपेशियों में कमजोरी, अनियमित दिल की धड़कन और थकान जैसे लक्षण महसूस होते हैं।