शिव तांडव गुफा कुनिहार में महाशिवपुराण कथा के श्रवण को उमड़ रहा है भक्तों का सैलाब l आज कथा में शिव – पार्वती विवाह प्रसंग का रहा विशेष आकर्षण l
कुनिहार से पवन कुमार की रिपोर्ट
शिव तांडव गुफा कुनिहार के प्रांगण में आयोजित हो रही महा शिव पुराण कथा के श्रवण करने के लिए कुनिहार एवं आसपास के सैकड़ो की संख्या मेंभक्तजन प्रतिदिन आ रहे हैं l कथा के आज सातवें दिन कथा वाचक आचार्य हेमंत भारती ने अपने मुखारविंद से ज्ञान की गंगा प्रवाहित करते हुए कथा प्रसंग में बताया कि भगवान शिव का चिंतन करने पर सब सिद्धियां प्रत्यक्ष सिद्ध हो जाती है अन्य मूर्तियों का ध्यान करने पर भी शिव रूप का अवश्य चिंतन करना चाहिए l शिव ध्यान के समान कोई तीर्थ नहीं है और शिव ध्यान के समान कोई यज्ञ नहीं है l इसलिए प्रत्येक मानव को शिवा का ध्यान अवश्य करना चाहिए l उन्होंने अपनी कथा प्रसंग में बताया कि देवताओं का मंगल करने वाले देव परमात्मा शिव तो सर्व समर्थ है l आत्माराम होकर भी उन्होंने पुत्र की उत्पत्ति के लिए पार्वती के साथ विवाह किया था l आज कथा में शिव विवाह की कथा बहुत ही रोचक और झांकी के माध्यम से प्रांगण में भक्त जनों को सुनाया गया l उनके पुत्र किस प्रकार उत्पन्न हुआ तथा तारकाशुर का वध कैसे हुआ इस कथा प्रसंग को उन्होंने बहुत ही रोचक और सहज तरीके से उपस्थित भक्तों को सुनाया l इस कथाके की विस्तृत जानकारी देते हुए शिव तांडव विकास समिति के प्रधान राम रतन तंवर ने बताया किअपराह्न 1:00 बजे से 4:00 बजे तक प्रतिदिन कथा का आयोजन हो रहा है उसके उपरांत नारायण सेवा के रूप में सभी भक्तजनों को भंडारे की व्यवस्था भी की गई हैl इस अवसर पर शिव तांडव विकास समिति के उप प्रधान अमरीश ठाकुर, गुमान सिंह कँवर,मनु भारद्वाज हरी पाल सिंह ,इंदर सिंहगर्ग राजेंद्र ठाकुर ,नेकराम,मनी झांझी एवं शंभू परिवार के समस्त सदस्य इस भी कथा में उपस्थित रहे l