जीएमओयू की ओवरलोड बस सल्ट तहसील स्थित कूपी के पास अनियंत्रित होकर करीब 100 मीटर खाई में जा गिरी।
बस में 63 यात्री सवार थे, जिसमें से 36 यात्रियों की मौत हो गई। जबकि दुर्घटना में 27 यात्री गंभीर रूप घायल हो गए। यह हादसा कमानी पट्टा टूटने से हुआ।
संवाददाता विशाल लील की रिपोर्ट
घायलों का नैनीताल जिले के उपजिला अस्पताल, रामनगर, तीन गंभीर को हेलीकाप्टर से एम्स ऋषिकेश व एक का एसटीएच हल्द्वानी में इलाज चल रहा है।
बस हादसे के बाद पुलिस-प्रशासन अलर्ट
अल्मोड़ा बस हादसे के बाद पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। बस हादसे का संज्ञान लेते हुए डीएम पौड़ी डॉ आशीष चौहान ने त्वरित प्रक्रिया के तहत जिला आपदा परिचालन केंद्र में संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाकर दुर्घटना में प्रभावित यात्रियों की राहत एवं बचाव कार्य को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके उपरांत जिलाधिकारी तत्काल रांसी हेलीपैड पौड़ी से प्रभावित स्थल के लिए रवाना हुए। इसके साथ ही नैनीताल जिलाधिकारी भी पल-पल की अपडेट ले रहीं हैं।
सीएम धामी का बस हादसे में सख्त ऐक्शन
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित क्षेत्र के ARTO प्रवर्तन को सस्पेंड कर कुमाऊं कमिश्नर को मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए है। सीएम धामी ने प्रशासन को घायलों का उम्दा चिकित्सीय सुविधाएं देने के सख्त निर्देश दिए हैं।
सीएम ने दिल्ली के अपने प्रस्तावित कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। सीएम धामी दोपहर बाद करीब साढ़ तीन बजे रामनगर पहुंचेंगे। सीएम ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों को एक-एक लाख रुपये देने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्रवाई करते हुए पौड़ी और अल्मोड़ा के एआरटीओ प्रवर्तन को निलंबित कर दिया है। सीएम ने मृतकों को चार लाख व घायलों को इलाज के लिए एक-एक लाख देने की घोषणा की है। घटना की जांच के लिए कुमाऊं कमिश्नर, परिवहन विभाग को निर्देशित किया गया है। मृतकों में 27 पुरुष व 9 महिलाएं हैं।
हादसे की बड़ी बातें
•••सोमवार की सुबह छह बजे गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड की एक बस संख्या यूके12पीए- 0061 पौड़ी जिले के नैनीडांडा ब्लाक स्थित के बारातकिनाथ से 63 यात्रियों को लेकर रामनगर के लिए रवाना हुई थी।
••अधिकतर यात्री दीपावली की छुट्टी में घर आये थे और वह अपने कार्य क्षेत्र को लौट रहे थे।
•••सुबह करीब आठ बजे अल्मोड़ा-रामनगर स्टेट हाईवे पर ज्यूखड़ाचौड़ा बैंड के पास बस अचानक अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
••घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची राहत और बचाव कार्य चलाया।
•••घटना में 20 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि आठ लोगों ने रास्ते में और रामनगर अस्पताल में दम तोड़ा।
••घायलों को एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवालय, रामनगर चिकित्सालय, एसटीएच हल्द्वानी भेजा गया।
••प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गाड़ी ओवरलोड थी। गाड़ी में कुछ जोर से आवाज आई। शायद कमानी पट्टा टूट गया हो। जिसके बाद गाड़ी अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। घटना के बाद कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, डीएम आलोक पांडे, एसएसपी देवेंद्र पींचा मौके पर पहुंचे।
घायलों की चिंताजनकर हालत को देखते हुए हुए उन्हें एयर लिफ्ट कर एम्स के लिए रेफर किया गया है। बस हादसे की सूचना मिलते ही परिजनों ने रामनगर स्थित अस्पताल की दौड़ लगाई। अस्पताल में लगी लाशों की भीड़ के बीच लोग अपने परिजनों को नम आंखों से तलाशते रहे।
कड़ी मेहनत के बाद जब लोगों को अपने परिवारवालों की सफेद चादर में लिपटी लाश दिखी तो उनके सब्र का बांध भी टूट गया। अपने को देख परिजना फुट-फुटकर रोने लगे। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था।
एक साथ सामूहिक पोस्टमार्टम को देखकर लोग सिहर उठे। सभी के आंखें नम हो गई थीं। बस हादसे के बाद एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने तुरंत ही राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को रेस्क्यू कर नजदीकि अस्पताल में भर्ती कराया और शवों को नैनीताल जिले के रामनगर में पहुंचाया गया।
ऐसे हुआ अल्मोड़ा बस हादसा
पौड़ी जिले के गौलीखाल से नैनीताल जिले के रामनगर जा रही बस अल्मोड़ा जिले के सल्ट ब्लॉक में स्थान मार्चुला (कूपी बैण्ड) के पास करीब-करीब 150 मीटर गहरी खाई में गिर गई। बस हादसे में 36 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि चार घायलों को एयरलिफ्ट किया गया है।
टूटा हुआ कमानी पट्टा ले गए अधिकारी
ज्यूखड़ाचौड़ा बैंड पर जिस जगह से बस खाई में गिरी थी वहां पर गाड़ी का कमानी पट्टा भी गिर गया था। संभागीय परिवहन विभाग के अधिकारी मौके से वह पट्टा जांच के लिए अपने साथ ले गए।
शाम तक चला राहत बचाव का कार्य
पुलिस, प्रशासन व एसडीआरएफ की टीम पहुंचने से पहले कूपी क्षेत्र के ग्रामीणों ने मौके में पहुंचकर रेस्क्यू का कार्य चलाया। हादसे के आधे घंटे बाद पहुंची पुलिस प्रशासन की टीमों के बचाव, राहत का कार्य किया। शाम तक रेस्क्यू का कार्य चला। कई घायल व मृतक बस में फंसे हुए थे। जिन्हें निकालने में देरी हुई।
दो घंटे और करीब 40 किमी चली बस
चालक सहित 43 यात्रियों के लिए पास जीएमओयू की बस 2009 में खरीदी गई थी। बस इंदुदेवी निवासी बिरखेत, पोस्ट दिगोलीखाल, जिला पौड़ी के नाम पंजीकृत है। 63 यात्रियों से ओवरलोड बस दो घंटे करीब 40 किमी तक चली, लेकिन इस दौरान ना तो पुलिस ना ही एआरटीओ की नजर इस पर नहीं पड़ी। अगर नियमित चेकिंग होती तो हादसा टाला जा सकता था।