नदी-नालों में ग्रामीणों को दिखा बाघ पहुंची फारेस्ट टीम, लोगों में दहशत
संवाददाता गोविन्द दुबे उदयपुरा
दिमाडा ग्राम के बाद ग्राम बाग पिपरिया के नदी नालों में दिखा बाघ की अनेक टीमों ने सर्च की। ड्रोन केमरो का भी उपयोग किया गया, परंतु बाघ नहीं मिला। भोपाल से भी टीम आई और रिर्पोट में कहा गया कि बाघ वापिस जंगल की तरफ चला गया है। अभ्यारण अधीक्षक ने कहा कि बाड़ी के पास जंगल में बाघ का ठिकाना है, जिसका वीडियों वायरल किया जा रहा है
सिंघोरी अभ्यारण से बाहर मैदानी क्षेत्र में आया बाघ ग्राम बाग पिपरिया, तेदौनी नदी के किनारे ग्राम उंटिया कलां की तरफ हनुमान घाट की तरफ वन विभाग की टीम को पद चिन्ह जरूर मिले है। वह पद चिन्ह टाइगर के है या तेंदुआ के है, इसकी जांच की जा रही है। दीपावली की रात में ग्राम दिमाडा के पास बाघ दिखलाई दिया था। जिसकी खोज के लिए वन विभाग की टीमें सक्रिय रही। सिंघोरी अभ्यारण अधीक्षक ने बताया कि वन विभाग पदचिन्हों की हो रही जांच रविवार की सुबह से बाघ ग्राम बाग पिपरिया निकट से निकली तेदौनी नदी और नाले में बाघ दिखलाई देने की चर्चा बनी रही। उसके बाद नदी के उपरी हिस्से ग्राम उंटिया कलां के आसपास बाघ दिखने की चर्चा बनी रही। अभ्यारण अधीक्षक मयंक राज ने कहा कि हनुमान घाट के पास जरूर पुराने पद मार्क मिले है। । जिनकी जांच की जा रही है। रविवार की सुबह से बाघ ग्राम बाग पिपरिया निकट से निकली तेदौनी नदी और नाले में बाघ दिखलाई देने की चर्चा बनी रही। उसके बाद नदी के उपरी हिस्से ग्राम उंटिया कलां के आसपास बाघ दिखने की चर्चा बनी रही।अभ्यारण अधीक्षक मयंक राज ने कहा कि हनुमान घाट के पास जरूर पुराने पद मार्क मिले है। जिनकी जांच की जा रही है। दहशत में ग्रामीण बाड़ी उसके बाद दिमाडा और रविवार को तहसील के ग्राम बाग पिपरिया एवं उटिया
इनका कहना है :-
कुछ ग्रामीणों ने नदी और नाले में बाघ देखने की बाते कही गई है। वन विभाग की टीम ने आकर खोजबीन की है। लोगो में भय बना हुआ है।-रेवाशंकर गोदर, सरपंच बाग पिपरिया
रविवार को ग्राम बाग पिपरिया, उंटिया कलां में बाघ देखे जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग के लगभग 50 कर्मचारियों को भेजा गया। परंतु छानबीन खोज में कोई सबूत नहीं मिले है।
-मयंक राज, अधीक्षक सिंघोरी अभ्यारण बाड़ी
कलां में बाघ होने की व्यापक चर्चाओं से ग्रामीणों, किसानो में दहशत भय का माहौल बना नजर आ रहा है। वही वन विभाग के अधीक्षक का कहना है, कि अभी तक बाघ तेंदुआ होने के प्रमाण नहीं मिले है। सिर्फ हवा हवाई चर्चाओं का दौर ग्रामीणों के बीच बना हुआ है।