रिपोर्टर देवीनाथ लोखंडे
शाहपुर- बैतूल
सीसीटीवी कांड के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग युवा आदिवासी विकास संगठन ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
एकलव्य आवासीय विद्यालय के प्राचार्य और सहायक आयुक्त पर कार्रवाई की मांग
बैतूल। जिले के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शाहपुर में सीसीटीवी कैमरों का विवाद बढ़ता जा रहा है। युवा आदिवासी विकास संगठन ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए इस गंभीर मामले पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। संगठन के जिला अध्यक्ष जितेंद्रसिंह इवने ने बताया कि इस घटना से आदिवासी छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। यह मामला तब प्रकाश में आया जब विद्यालय में आयोजित संभाग स्तरीय साहित्य प्रतियोगिता के दौरान छात्राओं ने चेंजिंग रूम में सीसीटीवी कैमरे देखे।
यह घटना तब हुई जब छात्राएं प्रतियोगिता के दौरान कपड़े बदलने के लिए विद्यालय के एक कक्ष में गईं। कपड़े बदलने के बाद उन्होंने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों को देखा और तुरंत विद्यालय के स्टाफ को सूचित किया। प्राचार्य ने जब यह सुना, तो कथित रूप से उन्होंने पूरी हार्ड डिस्क को नष्ट कर दिया। छात्राओं ने इस घटना पर गहरी नाराजगी जाहिर की और इसे गंभीर लापरवाही करार दिया।
प्राचार्य और सहायक आयुक्त के बयान में विरोधाभास
मीडिया में दिए गए प्राचार्य और सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग शिल्पा जैन के बयानों में भी विरोधाभास स्पष्ट नजर आ रहा है। प्राचार्य ने कहा कि ऑडिटोरियम में चेंजिंग रूम की व्यवस्था की गई थी, लेकिन छात्राएं आराम करने के लिए स्कूल के एक कक्ष में चली गईं और वहां कपड़े बदल लिए। वहीं, सहायक आयुक्त शिल्पा जैन ने कहा कि छात्राएं देर से पहुंचीं और ड्रामा का समय निकट था, इस वजह से उन्होंने विद्यालय के एक कक्ष में कपड़े बदल लिए। इस विवादित स्थिति में युवा आदिवासी विकास संगठन ने इसे लीपापोती करने का प्रयास बताया है।
पहले भी विवादों में रहा है विद्यालय
इससे पहले भी विद्यालय विवादों में घिरा रहा है। कुछ समय पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान बाहरी लोगों के प्रवेश और डांस के वीडियो सामने आए थे, जिससे काफी बवाल मचा था। इस बार भी प्राचार्य और सहायक आयुक्त की जिम्मेदारी को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
कड़ी कार्रवाई की मांग
युवा आदिवासी विकास संगठन ने कलेक्टर से मांग की है कि इस गंभीर मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। संगठन के जिला महासचिव रामदास उइके ने कहा कि प्राचार्य और सहायक आयुक्त की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। इस मौके पर उपस्थित संगठन के अन्य सदस्यों सुनील कवड़े, महेश भलावी, आशीष उइके, और जगन्नाथ उइके ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की।