ब्रेकिंग न्यूज़

महिला हेल्प डेस्क ने सुलझाए पारिवारिक विवाद उन्नाव में 27 दंपतियों के बीच समझौता, अब साथ रहने को तैयारकिरावली में भाजपा का विकसित भारत संकल्प सभा का आयोजन किया गयासुबह देश और राज्यों से बड़ी खबरें एक साथसोनभद्र -समाजवादी पार्टी अनुसूचित प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष का आगमन आज16 जून 2025 सोमवार आज का पंचांग व राशिफल और जानें कुछ खास बातें पंडित नरेश सारस्वत रिड़ी के साथपोषण का भंडार होते हैं बादाम के छिलके! 5 फायदे पता हों; तो लोग कभी न करें इन्हें फेंकने की गलतीआज दिनांक 15 6 2025 दिन इतवार को समय 8:00 बजे एम पर अंजुमन कमेटी के सदर जनाब कलामुद्दीन सिद्दीकी की अध्यक्षता में मोहर्रम अखाड़ा कमेटी का चुनाव नए सिरे से किया गयापूर्व विधायक महिया की अगुवाई में कल होगी विशाल ललकार रैली की तैयारियां जोरो पर समिति के सदस्यों ने किया डोर तो डोर जनसंपर्क रैली में शामिल होने की अपीलमुख्यमंत्री डॉ यादव 16 जून को बरेली में 138.96 करोड़ रू से अधिक राशि के विकास कार्यो की देंगे सौगातनिःशुल्क बाल योग समर कैंप में तीसरे दिन उत्साह के साथ 64 बच्चों की भागीदारी,जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा की अध्यक्ष सुशीला पुगलिया ने शिविर का अवलोकन कर बच्चों को प्रोत्साहित कियाएक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योगभामाशाह परिवार के रोशन कुमार मूंधड़ा ने गौ सेवा कर मनाया जन्म दिवस, सूरत प्रवासी प्रभु राम जाखड़ ने किया गौशाला का भ्रमण कमेटी ने जताया आभारजैसलसर में बिजली समस्या को लेकर पीसीसी सदस्य हरीराम बाना ने लिखा जिला कलक्टर को पत्र, विद्युत सप्लाई शुरू करवाने की मांगशाम की देश और राज्यों से बड़ी खबरें एक साथएसएफआई ने किया बैठक का आयोजन, कल होने वाली ललकार रैली के लिए किया जनसंपर्क,आगामी स्कूलो, कॉलेजों में सदस्यता अभियान को लेकर हुई चर्चा

शरद पूर्णिमा आज की रात जागने पर मिलेगा धन इस दिन अपनी नाम राशि के अनुसार क्या करे क्या ना करे 

😊 Please Share This News 😊


Rajat Bisht
Spread the love

शरद पूर्णिमा आज की रात जागने पर मिलेगा धन इस दिन अपनी नाम राशि के अनुसार क्या करे क्या ना करे 

शरद पूर्णिमा की रात को सबसे उज्जवल चांदनी छिटकती है। चांद की रोशनी में सारा आसमान धुला नज़र आता है। ऐसा लगता है मनो बरसात के बाद प्रकृति साफ और मनोहर हो गयी है। माना जाता है कि इसी धवल चांदनी में मां लक्ष्मी पृथ्वी भ्रमण के लिए आती हैं। शास्त्रों के अनुसार शरद पूर्णिमा की मध्य रात्रि के बाद मां लक्ष्मी अपने वाहन उल्लू पर बैठकर धरती के मनोहर दृश्य का आनंद लेती हैं।

साथ ही माता यह भी देखती हैं कि कौन भक्त रात में जागकर उनकी भक्ति कर रहा है। इसलिए शरद पूर्णिमा की रात को कोजागरा भी कहा जाता है। कोजागरा का शाब्दिक अर्थ है कौन जाग रहा है। मान्यता है कि जो इस रात में जगकर मां लक्ष्मी की उपासना करते हैं मां लक्ष्मी की उन पर कृपा होती है। शरद पूर्णिमा के विषय में ज्योतिषीय मत है कि जो इस रात जगकर लक्ष्मी की उपासना करता है उनकी कुण्डली में धन योग नहीं भी होने पर माता उन्हें धन-धान्य से संपन्न कर देती हैं।

शरद पूर्णिमा अर्थात कोजागरी व्रत आश्विन शुक्ल मध्य रात्रि व्यापिनी पूर्णिमा में किया जाता है। ज्योतिषिय नियमों के अनुसार इसी दिन चन्द्र अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है। कुछ क्षेत्रों में इस व्रत को कौमुदी व्रत भी कहा जाता है। इस दिन के संदर्भ में एक मान्यता प्रसिद्ध है कि इस दिन भगवान श्री कृ्ष्ण ने गोपियों के साथ महारास रचा था। इस दिन चन्द्रमा कि किरणों से अमृत वर्षा होने की मान्यता प्रसिद्ध है। इसी कारण इस दिन खीर बनाकर रात्रि काल में चन्द्र देव के सामने चांदनी में व मां लक्ष्मी को अर्पितकर अगले दिन प्रात: काल में ब्रह्मण को प्रसाद वितरण व फिर स्वयं प्रसाद ग्रहण करने का विधि-विधान है। इस दिन एरावत पर आरूढ़ हुए इन्द्र व महालक्ष्मी का पूजन किया जाता है। इससे अवश्य ही लक्ष्मी और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

शरद पूर्णिमा का महत्व

===============

ऐसी मान्यता है कि माता लक्ष्मी का जन्म शरद पूर्णिमा के दिन हुआ था। इसलिए देश के कई हिस्सों में शरद पूर्णिमा को लक्ष्मी पूजन किया जाता है। द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ तब मां लक्ष्मी राधा रूप में अवतरित हुई। भगवान श्री कृष्ण और राधा की अद्भुत रासलीला का आरंभ भी शरद पूर्णिमा के दिन माना जाता है।

शैव भक्तों के लिए शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कुमार कार्तिकेय का जन्म भी शरद पूर्णिमा के दिन हुआ था। इसी कारण से इसे कुमार पूर्णिमा भी कहा जाता है। पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में इस दिन कुमारी कन्याएं प्रातः स्नान करके सूर्य और चन्द्रमा की पूजा करती हैं। माना जाता है कि इससे योग्य पति प्राप्त होता है।

इस दिन मनुष्य विधिपूर्वक स्नान करके उपवास रखे और जितेन्द्रिय भाव से रहे। मां लक्ष्मी की प्रतिमा को स्थापित कर भिन्न-भिन्न उपचारों से उनकी पूजा करें, तदनंतर सायंकाल में चन्द्रोदय होने पर घी के 100 दीपक जलाए। इस रात्रि की मध्यरात्रि में देवी महालक्ष्मी अपने कर-कमलों में वर और अभय लिए संसार में विचरती हैं और मन ही मन संकल्प करती हैं कि इस समय भूतल पर कौन जाग रहा है? जागकर मेरी पूजा में लगे हुए उस मनुष्य को मैं आज धन दूंगी।

इस प्रकार यह शरद पूर्णिमा, कोजागर व्रत लक्ष्मीजी को संतुष्ट करने वाला है। इससे प्रसन्न हुईं मां लक्ष्मी इस लोक में तो समृद्धि देती ही हैं और शरीर का अंत होने पर परलोक में भी सद्गति प्रदान करती हैं।

मंत्र-

‘ॐ इन्द्राय नमः’,

‘ॐ कुबेराय नमः’

“ॐ धनदाय नमस्तुभ्यं, निधि-पद्माधिपाय च। भवन्तु त्वत्-प्रसादान्ने, धन-धान्यादि-सम्पदः।।”

पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में इस दिन कुमारी कन्याएं प्रातः काल स्नान करके सूर्य और चन्द्रमा की पूजा करती हैं। माना जाता है कि इससे उन्हें योग्य पति की प्राप्त होती है।

अनादिकाल से चली आ रही प्रथा का आज फिर निर्वाह किया जाएगा। स्वास्थ्य और अमृत्व की चाह में एक बार फिर खीर आदि को शरद-चंद्र की चांदनी में रखा जाएगा और प्रसाद स्वरूप इसका सेवन किया जाएगा। 

मेष-आज का दिन कुछ अलगाव सूचक, स्वजनों एवं परिजनों से मतभेद बढ़ानेवाला होगा।

क्या करें-चावल पकाकर देसी घी डालकर पक्षी को दें।

क्या न करें-अतिआत्मविश्वास में ना रहें।

वृषभ-आज परिवार, मित्रों, साथियों के सहयोग से लाभ होगा।

क्या करें-गुरु का आशीर्वाद लें।

क्या न करें-बाहर ज्यादा नहीं खाए-पीए।

मिथुन-आपके अधीनस्थ कर्मचारी व मित्र बहुत काम आएंगे।

क्या करें-आज व्रत रखे व एक समय भोजन करें।

क्या न करें-बड़ों की बात को दिल पर ना लें।

कर्क-आप अपने रास्ते की कठनाई को कड़े परिश्रम से हटा सकने में कामयाब रहेंगे।

क्या करें-लाल चंदन का तिलक ललाट पर लगाएं।

क्या न करें-लापरवाही से बचें।

सिंह-अच्छा समय व्यतीत होगा, आज खूब काम करने की प्रवृत्ति बनेगी।

क्या करें-संध्या काल में तुलसी के पौधे के समक्ष घी के दीपक में दो लौंग डालकर जलाएं व प्रणाम करें।

क्या न करें-यात्रा नहीं करें।

कन्या-रोजगार की तलाश पूरी होगी। आर्थिक लाभ होगा।

क्या करें-मस्तक पर गोपीचंदन का तिलक लगायें।

क्या न करें-मित्रों की संगत से दूर रहें।

तुला-व्यवसाय या यात्रा से भी आमदनी के आसार प्रबल होंगे।

क्या करें-श्री कृष्ण जी की अराधना करें।

क्या न करें-कोई नया अग्रीमेंट नहीं करें।

वृश्चिक-कोई गुरु या गुरु समान व्यक्ति आप पर भारी उपकार करेगा।

क्या करें-पीपल वृक्ष के समक्ष तिल के तेल का दीपक जलायें।

क्या न करें-वाहन नहीं चलायें।

धनु-आपके अपने परिश्रम से कुछ विस्मयकारी शुभ परिणाम प्रत्यक्ष होंगे।

क्या करें-राधाकृष्ण की मूर्ति के सामने तुलसी का पौधा एवं गंगाजल रखें।

क्या न करें-जल्दबाजी नहीं करें।

मकर-वाहन दुर्घटनाओं के बीच अपने साहस को बनाये रखें।

क्या करें-परिवार के साथ हनुमान मंदिर अवश्य जायें।

क्या न करें-बुरा नहीं सोचें।

कुम्भ-अपने परिश्रम और चेष्टाओं के बल पर उत्तम व शुभ परिणाम प्राप्त करेंगे।

क्या करें-हनुमान मंदिर में लाल चंदन दान करें।

क्या न करें-अपशब्द नहीं कहें।

मीन-किसी नए समबन्ध से सहयोग के कारण व्यापार में चमत्कृत लाभ होंगे।

क्या करें-सूती लाल कपड़े में थोड़ी सी सौंफ बांधकर अपने साथ रखें।

क्या न करें-किसी की बुराई नहीं करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

Donate Now

MORE STORIES

Live AajTak TV

वोट जरूर करें

क्या भारत को पाकिस्तान पर हमला करना चाहिए

View Results

Loading ... Loading ...

विज्ञापन बॉक्स

[Rich_Web_Slider id="1"]

RASHIFAL

LIVE CRICKET

WEATHER UPDATE

+38
°
C
High:+41
Low:+31
Wed
Thu
Fri
Sat
[covid19-country-updates country=IN country_list=0 layout=3 label="India Covid19 Data" colors="#d80027,#0052b4"]

Stock Market Update

Panchang

LIVE FM

    [Rich_Web_Slider id="1"]
    error: Content is protected !!