• जिला के डीडीयू जंक्शन के पानी के सैंपल की हुई जांच।
चंदौली : जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने पानी का सेंपल लेकर जांच की। इसमें टीडीएस 226 आया। इतने टीडीएस वाले पानी को स्वच्छ जल माना जाता है और लोगों के लिए पीने योग्य है। हावड़ा दिल्ली रूट पर अतिव्यस्त पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर रोजाना 25 हजार से अधिक यात्री आते हैं और ट्रेनों पर सवार होते हैं। वहीं रोजाना यहां से 110 जोड़ी ट्रेने गुजरती है। इससे तीन लाख से अधिक यात्री गुजरते हैं। आठ प्लेटफार्मों पर 325 पेयजल टोटियां लगी है। यही नहीं सात वाटर कूलर लगाए गए हैं। वहीं 12 स्थानों पर वाटर वेडिंग मशीन लगाई है। बावजूद इसके यहां रोजाना 15 हजार से अधिक पानी की बोतले बिकती है।इसी वजह से 15 से बीस रुपये वाली एक लीटर की बोतल खरीद कर पानी पीते हैं। रेलवे की ओर से दो अक्तूबर से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। प्लेटफार्म संख्या एक पर स्थित वाटर वेंडिंग मशीन और प्लेटफार्म संख्या दो पर स्थित गंगोत्री वाटर बूथ संख्यचा 48 से पानी के सेंपल लेकर जांच की गई तो इसमें 226 टीडीएस आया।इस सम्बन्ध में जांच करने वाले मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक अक्षय कुमार, राजेश कुमार, ज्योति प्रकाश और कार्यालय सहायक रंजीत कुमार की टीम ने बताया कि पानी की शुद्धता का स्तर टीडीएस (टोटल डिस्वोल्ड सोलिड्स) लेवल पर देखा जाता है। टीडीएस लेवल के हिसाब से पानी पीने योग्य या नहीं, यह तय होता है।विश्व स्वास्थ्य संगठन एक लीटर पानी में टीडीएस की मात्रा 300 मिलीग्राम से कम होनी चाहिए। स्वास्थ्य निरीक्षकों की टीम ने शुद्ध पानी पीने का आह्वान किया।