सवांददाता मीडिया प्रभारी मनोज मूंधड़ा बीकानेर श्रीडूंगरगढ
हृदय को मजबूत करने में एक्यूप्रेशर चिकित्सा भी सहायक मानी गई है। बिना दवाओं के इसमें हृदय को ताकत दी जाती है। दरअसल, शरीर में कुछ ऐसे दबाव बिंदु होते हैं, जिन पर प्रेशर करने से हृदय विकारों में सुधार होता है।
जानिए ऐसे दबाव बिंदुओं के बारे में-
1.हृदय बिंदु (हार्ट-7)- यह कलाई के अंदरूनी हिस्से में होता है।
2.हृदय बिंदु (हार्ट-3)- कलाई के बाहरी हिस्से में होता है।
3.रक्त प्रवाह बिंदु (लिवर-3) – यह पैर के अंगूठे के बीच में होता है।
4.अति रक्त प्रवाह बिंदु (स्पिलीन -6) – यह पैर के अंदरूनी हिस्से में तलवे के मध्य होता है।
ऐेसे करना चाहिए
1.अंगूठे से दबाव डालना।
2.अंगुलियों से दबाव डालना।
3.घुमावदार गति से दबाव डालना।
4.धीरे-धीरे दबाव डालना और छोडऩा सही प्रक्रिया है।
उपचार की विधि
1.रोगी को लिटाएं या बैठा दें
2.हृदय संबंधी बिंदुओं पर एक्यूप्रेशर तकनीक का प्रयोग करें।
हर बिंदु पर 3-5 मिनट दबाव डालें। इस समय रोगी की सांस लेने की दर व रक्तचाप मॉनिटर करें। ध्यान देने योग्य प्रशिक्षित चिकित्सक से परामर्श करें।
एक्यूप्रेशर के साथ-साथ डॉक्टरी सलाह और उपचार भी जरूरी है। गर्भवती महिलाओं व रोगियों को एक्यूप्रेशर चिकित्सा से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।