योगी ने किया विश्व के पहले, गिद्धराज जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र का उद्घाटन
सत्यार्थ वेब न्यूज
शिवरतन कुमार गुप्ता “राज़”
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गोरखपुर/महराजगंज
・गिद्धराज जटायु के त्रेतायुग (रामायणकालीन) संस्मरण के प्रति,कृतज्ञता ज्ञापित करने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा, गिद्धराज जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र- सीएम योगी
・गोरखपुर वन प्रभाग के कैम्पियरगंज रेंज में बना है जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग को निर्देशित करते हुए कहा है कि गोरखपुर में एक फॉरेस्ट्री कॉलेज बनाए जाएं।जहां वनों से संबंधित पढ़ाई के लिए डिग्री और डिप्लोमा कोर्स के पाठ्यक्रम चलाए जाएं।इससे वन विभाग की आवश्यकता के अनुरूप विभिन्न पदों पर युवाओं को नौकरी भी मिल सकेगी।साथ ही यह फॉरेस्ट्री को विकसित करने और वन संरक्षण का बड़ा महत्वपूर्ण माध्यम भी बनेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गोरखपुर वन प्रभाग के कैम्पियरगंज रेंज के भारीवैसी में स्थापित विश्व के पहले,गिद्धराज जटायु (रेड हेडेड वल्चर) संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र’ का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री ने इस केंद्र के निर्माण में योगदान देने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जब विकास प्रकृति और पर्यावरण को बचाकर किया जाएगा, तभी वह सतत विकास होगा। लंबे समय तक उसका लाभ मिलेगा। प्रकृति और पर्यावरण की कीमत पर होने वाला विकास क्षणिक और खतरनाक होता है। इसके दूरगामी परिणाम होते हैं।
गिद्धराज जटायु के रामायणकालीन आख्यान का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पेस्टीसाइड के दुष्प्रभाव से पर्यावरण के संरक्षक गिद्धों की संख्या आज तेजी से घटी है। उनके संरक्षण के लिए यूपी और भारत ही नहीं बल्कि पूरीदुनिया का पहला संरक्षण केंद्र कैम्पियरगंज में खोला गया है।
खुशी की बात यह भी है कि इस केंद्र में वनटांगिया समुदाय के लोग भी केयरटेकर के रूप में नौकरी से जुड़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति और इसके जीवों को बचाने की जिम्मेदारी हम और आप सबकी है।
धर्म, नारी गरिमा की रक्षा के लिए गिद्धराज जटायु रामायण काल के सबसे पहले बलिदानी थे ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपस्थित जनसमूह एवं प्रदेश वासियों को हरतालिका तीज के पावन पर्व की बधाई देते हुए कहा कि,आज हम जटायु संरक्षण केंद्र के माध्यम से अपनी वैदिक और पौराणिक परंपरा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रहे हैं। गिद्धराज जटायू धर्म और नारी गरिमा की रक्षा के लिए रामायण काल के सबसे पहले बलिदानी थे। उन्होंने सीताजी के दुखभरे वचन को सुनकर ही जान लिया था कि,यह आवाज रघुकुल तिलक,श्रीराम जी की अर्धांगिनी का है,और उन्हें दुष्ट लंकापति रावण हरण करके ऐसे ले जा रहा है,जैसे कोई मलेक्छ कपिला गाय को ले जा रहा हो।
गिद्धराज जटायु राजा दशरथ के परम मित्र थे। मित्रता निभाने और धर्म तथा नारी गरिमा की रक्षा के लिए वे निहत्थे ही रावण से भिड़ गए और खुद को बलिदान कर दिया।
रामायण से हमें मित्रता, नारी गरिमा, मर्यादा, अनुशासन और वचन रक्षा की प्रेरणा मिलती है।
आज के कालखंड में भी पर्यावरण की शुद्धि के लिए जो कार्य जटायु के वंशजों द्वारा किया जाता है, वह अविस्मरणीय है। जटायु के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए, रामायणकालीन उनकी स्मृतियों को बनाए रखने के लिए अयोध्या में राम मंदिर के सामने गिद्धराज जटायु की विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है,और अब यह जटायु संरक्षण केंद्र भी उसी की कड़ी में है।
प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा के प्रति संकल्पित है सरकार:-
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि सरकार,प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा के लिए संकल्पित भाव से काम कर रही है।
हमारे इन्हीं कार्यों की देन है कि आज उत्तर प्रदेश देश ही नहीं बल्कि दुनिया का ऐसा पहला राज्य बना है,जिसने 7 वर्षों में 200 करोड़ के पौधारोपण के लक्ष्य को आसानी से हासिल किया है।
2017 के पहले हमें जहां जंगलों की कटान देखने को मिलती थी वहीं अब बड़े पैमाने पर पौधे लगाए और बचाए जा रहे हैं। प्रकृति, पर्यावरण और वर्तमान पीढ़ी को बचाने के लिए आवश्यक भी है,क्योंकि यदि प्रकृति सुरक्षित नहीं रहेगी तो मानवता पर भी संकट निश्चित ही आएगा। योगी ने कहा कि आज हम सभी क्लाइमेट चेंज होने के कारण,असमय बारिश, तो कभी अतिवृष्टि तो कभी सुख जैसी स्थितियों को देख रहे हैं।
दूसरी तरफ प्लास्टिक कचरे के कारण गोवंश मौत के गाल में समा रहे हैं,और खेती को बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए एक तरफ हम अधिक से अधिक पौधरोपण पर जोर दे रहे हैं तो दूसरी तरफ देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 12 करोड़ महिलाओं को मुफ्त में रसोई गैस का कनेक्शन दिया गया।
उत्तर प्रदेश में 1 करोड़ 86 लाख महिलाओं को इससे धुएं से मुक्ति मिली है,तो साथ ही पर्यावरण की भी रक्षा हो रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार इन कनेक्शन धारकों को होली और दिवाली में मुफ्त रसोई गैस भी दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे जंगल ऑक्सीजन के केंद्र हैं। इनके माध्यम से क्लाइमेट चेंज की चुनौतियां से भी बचा जा सकता है।
सरकार पर्यावरण संरक्षण के क्रम में जहां 100 वर्ष पुराने वृक्षों को हेरिटेज वृक्ष घोषित कर एक विस्तृत श्रृंखला खड़ी कर रही है तो वहीं वेटलैंड, पक्षी विहार, टाइगर रिजर्व भी बना रही है। अपने संबोधन से उन्होंने कहा कि,प्रदेश में जंगलों के बढ़ने के साथ ही हरियाली का दायरा भी बढ़ा है।इससे जंगली जीवों को बचाने में भी हमें काफी कामयाबी मिली है।
इसी के साथ नदियों का संरक्षण करने का भी कार्य सरकार कर रही है। इन प्रयासों के चलते नदियों में अब जल की शुद्धता की प्रतीक डॉल्फिन भी दिखाई देने लगी हैं।
तेजी से हो रहा यूपी और गोरखपुर का विकास :-
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश और गोरखपुर के विकास की भी विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा आज कि यूपी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यूपी ने हरेक क्षेत्र में प्रगति की है। यहां हाइवे बन रहे हैं, रेलवे का विस्तार हो रहा है, मेट्रो ट्रेन पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए बेहतरीन माध्यम बन रही है, एयर कनेक्टिविटी भी मजबूत हो रही है। साथ ही नौकरी और रोजगार के नए द्वार भी खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि नए भारत में नए यूपी का निर्माण हो रहा है तो इसमें गोरखपुर भी कहां बिछड़ने वाला है। गोरखपुर में खाद कारखाना, एम्स खुल चुका है तो बीआरडी मेडिकल कॉलेज की सेवाएं और सुविधाएं बेहतरीन हुई हैं। गोरखपुर में फोर लेन और सिक्स लेन की सड़कों का जाल बिछ रहा है।
यहां असफाक उल्ला ख़ां प्राणी उद्यान केंद्र (चिड़ियाघर) और रामगढ़ताल को देखने के लिए दूर – दूर से सैलानी आ रहे हैं। यहां के सड़कों पर लगे पथ प्रकाश की व्यवस्था सबको अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
सीएम योगी के विजन से लखनऊ में बनने जा रही विश्व की छठवीं नाइट सफाई : डॉ. सक्सेना
इस अवसर पर वन, पर्यावरण एवं जंतु उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों जटायु संरक्षण केंद्र की सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि जटायु की महिमा और महत्व का वर्णन रामायण काल में मिलता है। रामायण काल में माता सीता की रक्षा करने में बलिदान हुए जिस जटायु का अंतिम संस्कार प्रभु श्रीराम ने अपने हाथों किया था, आज उनकी वर्तमान और भावी पीढ़ी के संरक्षण का बीड़ा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उठाया है।
डॉ. सक्सेना ने मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा किए गए रिकॉर्ड पौधरोपण और पर्यावरण संरक्षण को लेकर किए गए कार्यों पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि सीएम के नेतृत्व में यूपी साल दर साल पौधरोपण में विश्व कीर्तिमान रच रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व में अभी सिर्फ पांच नाइट सफारी हैं, छठवीं नाइट सफारी मुख्यमंत्री के विजन से लखनऊ में बनने जा रही है।
सीएम योगी के नेतृत्व में हुआ गोरखपुर का अभूतपूर्व विकास : रविकिशन
गिद्धराज जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र के उद्घाटन समारोह में गोरखपुर सदर सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि महिलाओं के पहले रक्षक जटायु जी थे। आज उत्तर प्रदेश में महिलाओं की पुख्ता सुरक्षा की व्यवस्था मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है।
जटायु संरक्षण केंद्र की स्थापना सीएम योगी ने विलुप्त हो रहे गिद्धराज को बचाने और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से की है। रविकिशन ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गोरखपुर का अभूतपूर्व विकास हुआ है।
यह पर्यटन का केंद्र बन गया है। यहां बड़े-बड़े उद्योग लग रहे हैं। मुख्यमंत्री की सोच यूपी को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की है। उनके शासन में सभी लोगों को योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव मिल रहा है। सांसद रविकिशन ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव का यह बयान कि उनकी सरकार आई तो सारे बुलडोजर गोरखपुर कूच करेंगे, नितांत शर्मनाक है। क्या उनकी सोच सनातन साहित्य के सबसे बड़े केंद्र गीताप्रेस पर बुलडोजर चलाने की है या फिर नाथपंथ के विश्व विख्यात गोरखनाथ मंदिर पर है। उद्घाटन समारोह को विधायक कैंपियरगंज विधायक फतेह बहादुर सिंह,पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर वन,पर्यावरण एवं जंतु उद्यान राज्य मंत्री केपी मलिक, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी, फरेंदा के पूर्व विधायक बजरंग बहादुर सिंह “बजरंगी” आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
सीएम ने किया जटायु संरक्षण केंद्र का निरीक्षण
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र का गहन भ्रमण कर निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं की पूरी जानकारी ली। सीएम ने संरक्षण केंद्र के हर हिस्से का भ्रमण करने के साथ ही बाड़े में संरक्षित जटायु का भी अवलोकन किया। इस दौरान प्रभागीय वनाधिकारी एवं चिड़ियाघर के निदेशक विकास यादव उन्हें केंद्र से संबंधित जानकारी देते रहे।
संरक्षण केंद्र के जरिए बढ़ेगी गिद्धराज की जनसंख्या
इस जटायु संरक्षण केंद्र का शिलान्यास भी मुख्यमंत्री ने 7 अक्टूबर 2020 को किया था।
गिद्धराज जटायु की गाथा तो रामायण काल से ही सभी जानते हैं लेकिन पर्यावरणीय खतरे के चलते जटायु के वंशजों के अस्तित्व पर ही संकट आ गया। योगी सरकार ने इस संकट को दूर करने का संकल्प लिया है। गिद्धराज के संरक्षण व संवर्धन के लिए गोरखपुर वन प्रभाग के कैम्पियरगंज (भारीवैसी) में जटायु संरक्षण व संवर्धन केंद्र बनाया गया है। इस केंद्र के जरिये राजगिद्धों की संख्या बढ़ेगी ही, विलुप्त होती प्रजातियों में शामिल इन जीवों को देखने के लिए सैलानियों की आमद बढ़ने से ईको टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र की स्थापना पर कुल 2 करोड़ 80 लाख 54 हजार रुपये की लागत आई है। इसमें ब्रीडिंग एवरी, होल्डिंग एवरी, हॉस्पिटल एवरी, नर्सरी एवरी, वेटनरी सेक्शन, प्रशासनिक भवन, रिकवरी एवरी, गार्डरूम, जेनरेटर रूम, पाथवे का निर्माण किया गया है। इस केंद्र में कुल 8 कर्मचारी कार्यरत हैं। जटायु संरक्षण केंद्र में कुल 6 राजगिद्धों (नर एवं मादा) को लाया जा चुका है। यहां राजगिद्धों की निगरानी के साथ सीसी टीवी कैमरों से की जाएगी। पांच हेक्टेयर जमीन पर बनाए गए इस केंद्र के लिए बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी और प्रदेश सरकार के बीच में समझौता हुआ है। गोरखपुर वन प्रभाग द्वारा बनाई गई कार्ययोजना के अनुसार इस जटायु संरक्षण केंद्र से आगामी आठ-दस साल में 40 जोड़े राजगिद्ध छोड़े जाने का लक्ष्य है।