कुरुक्षेत्र। जिले में डेंगू का डंक बढ़ता ही जा रहा है। यहां डेंगू का आंकड़ा 218 तक पहुंच गया है। रविवार को पांच और लोगों की रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव आई है। आज सोमवार को एंटोमोलॉजिस्ट टीम (कीट वैज्ञानिक) भी अपने सर्वे की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा करेगी। रविवार को टीम ने एकता विहार, सेक्टर-दो और मोहन नगर में जांच, दवा छिड़काव, फॉगिंग और एंटी लारवा व मच्छर अभियान चलाया।
इस दौरान टीम ने डेंगू संदिग्ध 88 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे, जिसमें पांच लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। इसके अतिरिक्त टीम ने कुल 5,836 घर और पानी जमा होने के 32,504 स्त्रोत की जांच की, जिसमें 12 घर समेत कुल 24 जगह से डेंगू का लारवा बरामद हुआ। इसमें विभाग ने दूसरी बार लारवा मिलने वाले चार घरों को नोटिस दिए। अब तक विभाग की ओर से कुल 13,21,461 घर और 45,87,824 कंटेनर को जांचा जा चुका है। इसमें टीम को घरों से 1932 समेत कुल 3,928 जगह से डेंगू का लारवा बरामद हो चुका है। इसमें विभाग दूसरी बार लारवा मिलने पर लोगों को नोटिस देता है। अभी तक ऐसे 1,135 लोगों को नोटिस थमाया गया है। इन लोगों पर कार्रवाई के लिए संबंधित स्थानीय विभाग को सिफारिश की गई है।
सोमवार को रिपोर्ट पेश करेगी टीम : डॉ. प्रदीप कुमार
जिला मलेरिया एवं सर्वेक्षण अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया कि एंटोमोलॉजिस्ट टीम सोमवार को अपनी रिपोर्ट विभाग के साथ साझा करेगा। इस रिपोर्ट के बाद मच्छरों की ज्यादा घनत्व वाली जगह पर फॉगिंग, एंटी लारवा गतिविधियां और जांच की कार्रवाई तेजी से की जागएी। जिले में डेंगू के कुल 218 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें 194 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसमें 17 मरीजों का अस्पताल तो सात का घर पर उपचार चल रहा है।
थानेसर के विधायक अशोक अरोड़ा ने डेंगू के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई। उन्होंने यह भी दावा किया कि सरकार असली आंकड़े छिपा रही है। अशोक अरोड़ा ने कहा, “डेंगू के मामलों की संख्या बढ़ रही है और लोग मर रहे हैं। वास्तविक आंकड़ों को छिपाने के बजाय सरकार को बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने पर ध्यान देना चाहिए। मैंने इस मामले को संबंधित अधिकारियों के समक्ष उठाया है और इस मुद्दे से निपटने के लिए कुछ ठोस कदमों की आवश्यकता है क्योंकि यह हर साल एक ही कहानी है।”
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ प्रदीप कुमार ने कहा, “मच्छरों के प्रजनन की जांच के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग लोगों में जागरूकता पैदा कर रहा है ताकि वे अपने आसपास पानी को स्थिर न होने दें। एंटी-लारवल स्प्रे किया जा रहा है और फॉगिंग भी तेज हो गई है। यह देखा गया है कि लोग की जा रही अपीलों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, और यह एक प्रमुख कारण था कि डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। प्रसार को नियंत्रित करने के लिए शहरी क्षेत्रों में एक विशेष अभियान शुरू किया गया है।”
“डेंगू संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है। लोगों को जाल का उपयोग करना चाहिए और रोगी को जाल में रखना चाहिए। शहरी क्षेत्रों में गुरुवार से घर-घर जाकर सर्वे करने के लिए तीन दिवसीय विशेष अभियान चलाया गया है। उन्होंने कहा, मामलों की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है और हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति में और सुधार होगा।
“सभी पुष्ट मामले सामने आ रहे हैं। निजी लैब प्लेटलेट काउंट देखकर ही रैपिड टेस्ट कर डेंगू की पुष्टि कर रही हैं। दिशानिर्देशों के अनुसार, डेंगू की पुष्टि के लिए केवल एलिसा परीक्षण विश्वसनीय है। तेजी से परीक्षण के लिए जाने के बजाय, एलिसा परीक्षण पुष्टि की रिपोर्ट के लिए आयोजित किया जाना चाहिए और तदनुसार उपचार लेना चाहिए। लोगों को स्व-दवा से भी बचना चाहिए और किसी भी संदेह के मामले में परीक्षण करवाना चाहिए। डिप्टी सिविल सर्जन ने कहा, एलएनजेपी अस्पताल में दो नमूना संग्रह केंद्र (एलएनजेपी अस्पताल और पॉलीक्लिनिक, सेक्टर 4) और एक परीक्षण केंद्र हैं।
मौसम में गिरते तापमान से सुबह और शाम को ठंडक का एहसास हो लगा है, जिससे चलते अल सुबह से साढ़े आठ बजे तक शहर के कई इलाकों में हल्की धुंध भी देखने को मिली, जिससे दृश्यता भी कम रही दृश्यता कम होने से वाहन भी रेंगते नजर आए तथा उनकी आवाजाही भी कम रही। हल्की धूप खिलने से धुंध तो साफ हुई परंतु दिनभर मौसम में ठंडक बनी रही। मौसम में बदलाव के चलते खांसी, जुकाम व बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। डॉक्टर भी लोगों को बदलते मौसम में सेहत के प्रति सावधान रहने की लोगों को सलाह दे रहे हैं।
मौसम हुए बदलाव से लोगों ने अपने अपने गर्म कपड़ों को निकाल लिया। सुबह तथा शाम को लोग सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहने भी दिखाई दिए। रविवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक रहा। मौसम विभाग के अनुसार अगले सप्ताह तक मौसम में परिवर्तन जारी रहेगा। साथ ही धूप कम खिलने से कोहरा व कम दृश्यता होने के साथ-साथ तेजी से ठंड बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। मौसम में परिवर्तन के कारण होने वाली समस्याओं जैसे खांसी, जुकाम, बुखार, अस्थमा इत्यादि के मरीजों की भीड़ नागरिक अस्पताल में दिखने के मिल रही है।
सुबह के समय तीस मिनट तक सैर तथा व्यायाम अवश्य करें : डॉ. शैली
एलएनजेपी नागरिक अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. शैलेंद्र ममगाईं का कहना है कि बदलते मौसम के दौरान शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे वायरल के होने वाली बीमारी जैसे- खांसी, जुकाम, अस्थमा, बुखार आदि के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिलती है। इनमें ज्यादातर बच्चे व बुजुर्ग शामिल है क्योंकि इनमें उम्र के हिसाब से प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, जिस कारण यह जल्दी इन बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए हमें प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले फलों व हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। साथ सभी को सुबह के समय तीस मिनट तक सैर तथा व्यायाम अवश्य करना चाहिए। इसके साथ ही अपने आस-पास की स्वच्छता का भी ध्यान रखना चाहिए।