बड़े ही पुण्य कर्मो के पश्चात ईश्वर हम सबको मनुष्य का जन्म देता है :-आचार्य प्रमोद
पलवल-10 नवंबर
कृष्ण कुमार छाबड़ा
आर्य समाज दरबार कुआं शहर पलवल का साप्ताहिक सत्संग बड़े धूमधाम से मनाया गया प्रात : आचार्य ओम प्रकाश शास्त्री जी के ब्रह्मत्व में यज्ञ किया गया जिसमें मुख्य यजमान मास्टर घनश्याम दास सिंगला उप प्रधान आर्य समाज शहर पलवल तथा अनुभव मंगला थे ।
यज्ञ के पश्चात श्री विशाल गोयल जी ने वेद का मंत्र पढ़कर के उसे सरल तरीके से सभी लोगों को समझाया और बताया कि वेद कह रहा है कि ईश्वर निराकार है उसकी कोई मूर्ति नहीं है उसकी कोई शक्ल सूरत नहीं है ।
तत्पश्चात आचार्य प्रमोद शास्त्री जी ने सुमधुर भजन प्रस्तुत किया अपने भजन के माध्यम से उन्होंने आए हुए सभी लोगों को मंत्र मुक्त कर दिया और बताया कि हम सभी आर्य भाइयों को आपस में मिलकर रहना चाहिए कभी किसी से द्वेष नहीं करना चाहिए सदैव सुख-दुख में साथ रहना चाहिए मनुष्य का जन्म बार-बार नहीं मिलता हमें यह कीमती समय आपस के वैर विरोध में नष्ट नहीं करना चाहिए बड़े ही पुण्य कर्मों के पश्चात ईश्वर हम सबको मनुष्य का जन्म देता है। इसलिए ध्यान रखें प्रातः जल्दी उठे ईश्वर का चिंतन करें भूल कर भी किसी के साथ धोखा ना करें हमें लगता है कि हम दूसरे के साथ धोखा कर रहे हैं किंतु यह धोखा हम अपने साथ कर रहे हैं ।
ऐसा मान कर सदैव बुराइयों से दूर रहना चाहिए अच्छे लोगों के संग रहना और उनके जैसा आचरण बनाना ही सत्संग कहलाता है ।
सत्संग से मनुष्य का सुधार होता है कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज के प्रधान श्री मोतीलाल गुप्ता जी ने की इस अवसर पर आर्य समाज के महामंत्री यशवीर कुमार वीर कोषाध्यक्ष सुभाष चंद्र छाबड़ा , जगबीर सिंह आर्य नरेश छाबड़ा अशोक कुमार गर्ग श्रीमती कमलेश गर्ग सीमा अश्वनी कुमार शास्त्री यशपाल गर्ग शिक्षाविद दयानंद वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रधान डॉक्टर महेश गर्ग रविंद्र कुमार आर्य जयदेव आर्य यशपाल गोयल कैलाश चंद्र आर्य आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित थे।
प्रसाद वितरण व शांति पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया