• यूपी पुलिस रेडियो भर्ती परीक्षा में कंप्यूटर हैक कर सेंध लगाने वाले 6 शातिर गिरफ्तार, अपराध का तरीका जान कर रह जाएंगे दंग…
वाराणसी। यूपी पुलिस भर्ती रेडियो ऑपरेटर की परीक्षा का पेपर कंप्यूटर हैक करने वाले गैंग के सरगना समेत 6 शातिरों को पुलिस नें गिरफ्तार किया है। इनमें 5 पुरुष व एक महिला भी शामिल है। इन सभी के पास से तीन एंड्राइड मोबाइल व एक एप्प्ल का IOS फोन बरामद किया है। पुलिस इन सभी के खिलाफ आईटी एक्ट व सम्बंधित धाराओं में कार्यवाही में जुटी रही।
प्रकरण के मुताबिक, चोलापुर थाना अंतर्गत चमरहा चौराहा पर एक सेंटर के इनविजिलेटर रितिक संतोष शंकर सिंह नें पुलिस को सूचना दिया कि दो लोगों द्वारा परीक्षा हाल में लगे कंप्यूटर को हैक किया जा रहा है। इसी बीच पुलिस नें सक्रियता दिखाते हुए प्रकरण में शामिल दो अभियुक्तों साहिल अख्तर व अभ्यर्थी मनोज कुमार यादव को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आईटी एक्ट व सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
इसके बाद इस मामले की जांच साइबर क्राइम थाने को ट्रांसफर की गई। जिसकी विवेचना साइबर थाना प्रभारी विजय नारायण मिश्र स्वयं कर रहे थे। साइबर पुलिस नें एडीसीपी वरुणा ज़ोन टी सरवणन व एसीपी गौरव कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। जिसमें डिजिटल फूटप्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की सहायता से कुल 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों नें बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा सर्वप्रथम अभ्यर्थियों से मिलकर उनसे उनका पेपर, कम्प्यूटर को हैक कर उसका एक्सेस बाहर बैठे साल्वर को भेजकर पास कराने का ठेका लिया जाता है, जिसमें इनके द्वारा अच्छी खासी रकम ली जाती है। फिर ऑनलाइन सेंटर के केन्द्र व्यवस्थापक तथा आई0टी0 हेड के साथ मिलकर सेटिंग बनाई जाती है। पुनः इनके द्वारा परीक्षा के एक दिन पहले अभ्यर्थी के कम्प्यूटर को बूटेबल मोड से हटाकर उसमें रिमोट एक्सेस एप्लीकेशन ANYDESK इन्स्टॉल किया जाता है फिर उसका एक्सेस बाहर बैठे हैकर को दिया जाता है।
हैकर द्वारा कंप्यूटर में इन्टरनेट के लिए CC PROXY सर्वर इन्स्टॉल किया जाता है फिर इनके द्वारा कम्प्यूटर में AMMY ADMIN साफ्टवेयर (RAT) डाला जाता है। पुनः परीक्षा के दिन इनके द्वारा उस कम्प्यूटर का IP ADDRESS बाहर बैठे हैकर को दे दिया जाता है। जिससे कम्प्यूटर की स्क्रीन हैकर के पास दिखने लगती है, जिससे वहां पर बैठे साल्वर के जरिये पेपर को साल्व कर दिया जाता है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में उमेश कुमार भारद्वाज सिंधोरा का रहने वाला है। वह उक्त इंस्टिट्यूट का आईटी हेड था। दूसरा आरोपी हिमांशु त्रिपाठी कोतवाली थाना अंतर्गत नाटी इमली का रहने वाला है। तीसरा आरोपी अजय कुमार मौर्या सारनाथ थाना अंतर्गत दीनदयालपुर का रहने वाला है। वह इस पूरे प्रकरण का सरगना है। इनकी टीम में एक अभियुक्ता भी गिरफ्तार हुई है, जो कि उक्त केंद्र की व्यवस्थापक रही है। इसके अलावा पहले की गिरफ़्तारी में साहिल अख्तर लालपुर थाना अंतर्गत खजुरी का रहने वाला है। जो कि अभ्यर्थी का कंप्यूटर हैक कर रहा था। दूसरा आरोपी मनोज यादव चौबेपुर थाना अंतर्गत रुस्तमपुर का रहने वाला है, जो कि अभ्यर्थी है।
आरोपियों की गिरफ़्तारी करने वाली पुलिस टीम में एसआई नीलम सिंह, एसआई सतीश सिंह, हेड कांस्टेबल श्याम लाल गुप्ता, हेड कांस्टेबल आलोक कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल प्रभात द्विवेदी, हेड कांस्टेबल गोपाल चौहान, हेड कांस्टेबल रविकान्त जायसवाल, हेड कांस्टेबल गौतम कुमार, कांस्टेबल चन्द्रशेखर यादव, कांस्टेबल देवेन्द्र यादव, कांस्टेबल पृथ्वीराज सिंह, कांस्टेबल दिलीप कुमार, कांस्टेबल सूर्यभान सिंह, कांस्टेबल अनिल मौर्या, कांस्टेबल अवनीश सिंह, कांस्टेबल अंकित प्रजापति, कांस्टेबल ड्राइवर विजय कुमार, महिला कांस्टेबल पुनीता यादव व महिला कांस्टेबल प्रीति सिंह शामिल रहीं।