जनपद पंचायत मरवाही में सड़कों कि बदहाली स्थिति, ग्रामीणों ने कि मांग लेकिन अभी तक नहीं हुई पूरी,
ग्रामीणों के समस्या का सुध लेने नहीं पहुंच रहें जनप्रतिनिधि शासन प्रशासन जिम्मेदार, ग्रामीणों में भारी आक्रोश
संवाददाता सूरज यादव
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य जनपद पंचायत मरवाही क्षेत्र अंतर्गत स्थित ग्राम पंचायत राजाडीह मंदिर मोहल्ला से लेकर भिरहिनार मोहल्ला तक सड़क के बदहाली व्यवस्था का मातम छाया हुआ हैं, साथ ही सड़क कि समय समय में मरम्मत नहीं होने के कारण सड़क में बड़े बड़े गड्डे हो गए हैं। जिससे पूरे ग्राम पंचायत का आवागमन प्रभावित हो रहीं हैं, इसी रास्ते में शासकीय प्राथमिक शाला भी स्थित हैं,शासन ने स्कूल तो खोल दिए,लेकिन आने जाने के लिए सड़क कि व्यवस्था नहीं कि, बता दे छात्र छात्राओं को स्कूल आने जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं, छात्र छात्राएं साइकिल से स्कूल जाते समय रास्ते में बड़े बड़े गड्डे होने से गिर भी जाते हैं, जिससे आए दिन पढ़ने लिखने वाले बच्चों को स्कूल जाते समय गिरने से बड़ी बड़ी चोटे भी लग जाती हैं। यह सड़क कहीं कोई बड़ी दुघर्टना का इंतजार तो नहीं कर रहा हैं? अच्छी सड़क ना होने कारण छात्र छात्राओं के निरन्तर शिक्षा अध्ययन करने में परेशानी होती हैं। छात्र छात्राओं के शिक्षा अध्ययन को लेकर कही ना कहीं एक बढ़ा सवाल खड़ा होता हैं,गौरेला पेंड्रा मरवाही को जिला बने चार साल अरसा गुजर चुका हैं, लेकिन मरवाही जनपद पंचायत कि बदहाली व्यवस्था सुधरने का नाम ही नहीं ले रही हैं।
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि यह रोड का निर्माण कार्य मध्यप्रदेश शासन काल में किया गया था, तब से आज तक शासन प्रशासन इस गंभीर समस्या का सुध लेने नही पहुंचे। ग्रामीणों का कहना हैं कि हम सभी ग्राम वासियों ने सड़क निर्माण कार्य के लिए पूर्व कि कांग्रेस शासन काल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी इस गंभीर समस्या को लेकर जानकारी दिए थे, और अभी वर्तमान भारतीय जनता पार्टी मरवाही विधायक प्रणव मरपच्ची को विकसित भारत संकल्प यात्रा रैली के दौरान भी सड़क निर्माण के लिए आवेदन दे चुके हैं। लेकिन अभी तक हमारे समस्या से निदान हम सभी ग्राम वासियों को नही मिल पाया हैं।
एक ओर वही देखा जाय तो शासन और जिला प्रशासन के तत्वाधान में लगातार जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा हैं, लेकिन वहीं एक ओर आम जनों को शिविर का कोई लाभ नहीं मिल पा रही हैं। शिविर स्थल में प्राप्त आमजनों कि समस्याओं का जिक्र सिर्फ और सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहती हैं। धरातल में इसका कोई आस्तित्व नहीं दिखाई दे रही हैं, ग्रामीणाचल क्षेत्रों में आए दिन सड़क,बिजली,पानी अपने मूलभूत सुविधाओं को लेकर आमजन दर–बदर कि ठोकरें खा रहे हैं।