सत्यार्थ न्यूज़ /मनीष माली की रिपोर्ट
मनकामनेश्वर से पंचदेहरिया महादेव के लिए निकाली 10 वीं कावड व कलश यात्रा
भौले के भक्तों ने 10 किमी की पद यात्रा कर किया पंचदेहरिया महादेव का जलाभिषेक
सुसनेर। रविवार को मनकामनेश्वर महादेव से पंचदेहरिया महादेव के लिए शिवशक्ति कावड व कलश यात्रा समिति के तत्वावधान में कावड एवं कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा में शामिल शिवभक्तों का नगर के हर समाज के तबके ने मंच लगाकर स्वल्पाहर व पुष्पवर्षा से स्वागत किया। शिवशक्ति समिति के तत्वाधान में निकाली गई इस यात्रा में बडी संख्या में श्रृद्धालुओं ने 10 किलोमीटर की पद यात्रा कर पंचदेहरीया महादेव का जलाभिषेक और पूजन और दर्शन किया। उधर रविवार की अलसुबह से ही भक्तो द्वारा पंचदेहरीया महादेव का जलाभिषेक शुरू हो चुका था। सैकडो की संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के श्रृद्धालु सुबह से शाम तक जलाभिषेक कर चुके थे। उसके बाद यात्रा में शामिल श्रृद्धालुओ ने महादेव का जलाभिषेक किया। यात्रा की शुरूआत सुबह 11 बजे डाक बंगला रोड पर सिंचाई विभाग स्थित श्रीमनकामनेश्वर महादेव मंदिर मंे भौले बाबा का महारूद्राभिषेक कर की गई। यात्रा नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए मैना गांव होते हुएं पंचदेहरीया महादेव पहुची। जहां यात्रा में शामिल सभी श्रृद्धालुओं ने महादेव का जलाभिषेक कर महाआरती की। यात्रा में डीजे, बैण्ड- बाजे, ताशे, आकर्षक झांकिया, कडा बीन, फूलो की तोप आकर्षण का केन्द्र रहे। यात्रा में पूर्व विधायक राणा विक्रमसिंह, दिलीप सकलेचा, भूपेंद्रसिंह चौहान, सजनसिंह कलारिया, लक्ष्मणसिंह कांवल, कैलाश नारायण बजाज, डाक्टर धीरेंद्र पांडे, गोवर्धन शुक्ला, विष्णु भावसार, नगर परिषद अध्यक्ष नलखेड़ा विजय सोनी, डाक्टर गजेन्द्रसिंह चन्द्रावत, राणा अनुरूद्धसिंह, दिलीप जैन सारँगयाखेड़ी, यात्रा संयोजक राणा प्रथमपाल सिंह, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि राहुल सिसोदिया, उपाध्यक्ष राकेश जैन खुपवाला, महेश शर्मा, अभय जैन जम्बू, दिनेश कानूड़िया, अंशुल जैन, शैलेन्द्र सिंघई, मुकेश चौधरी, जितेंद्र सांवला, अभिषेक बजाज, अभिजीत बजाज, रमेशचन्द्र विश्वकर्मा, युगलकिशोर परमार, ईश्वरसिंह कांवल, पीरूलाल गायरी, नगर परिषद अध्यक्ष बड़ागांव इरशाद अजमेरी, पार्षद गोवर्धन वेदिया व अन्य जनप्रतिनिधियो के साथ ही छोटे-छोटे बच्चे भी कांवड अपने कंधो पर उठाए चल रहे थे। तो वही कुछ महिलाए सिर पर कलश लिए भी शामिल थी। रविवार को अवकाश होने के बाद भी निजी स्कूलो का स्टाफ झांकियो के साथ इस यात्रा में शामिल हुआ।
बच्चो की आस्था रही चर्चा में
कलश एवं कांवड यात्रा में 8 से 10 साल के कई बच्चे नंगे पेर ही अपने कंधो पर कांवड लेकर शामील हुवे। ये बच्चे पूरी यात्रा का केन्द्र बिन्दू बने रहे। इन बच्चो ने 10 किलोमीटर का सफर भोले बाबा के जयकारे लगाते हुए पैदल तय किया तथा अपने बचपन की झलक भी दिखाई। पूरी यात्रा में इन बच्चो की आस्था चर्चाओ में रही।
चित्र 1 यात्रा में कावड उठाए जनप्रतिनिधि।
चित्र 2 यात्रा में शामिल महिलाएं।
चित्र 3 यात्रा में आकर्षण का केन्द्र रही झांकी।
चित्र 4 झांसी की रानी बनी युवती का।
चित्र 5 : बरसते पानी मे भी यात्रा में रही भोले के भक्तों की भारी भीड़।