गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले मे सर्व आदिवासी समाज के द्वारा बड़े ही धूम धाम से मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस…
संवाददाता सूरज यादव
गौरेला पेंड्रा मरवाही। विश्व आदिवासी दिवस या विश्व के स्वदेशी लोगों का अंतरराष्ट्रीय दिवस हर साल 9 अगस्त के दिन मनाया जाता है,यह दिन आदिवासी (Tribal) लोगों की संस्कृति, संभ्यता,उनकी उपलब्धियों और समाज और पर्यावरण में उनके योगदान की सराहना करने का दिन है,आदिवासी लोगों की पर्यावरण के संरक्षण में विशेष भूमिका देखी गई है,जितनी पर्यावरण को इन लोगों की जरूरत है उतनी ही इन लोगों को पर्यावरण की जरूरत है,इसीलिए इनके अधिकारों को बनाए रखने के लिए भी इस दिन को मनाया जाता है,स्वदेशी और आदिवासी लोग विश्व के तकरीबन 70 देशों में रहते हैं,इन लोगों की अपनी अलग संस्कृति,अपनी परंपरा,अपने रिवाज और अपनी अलग दुनिया है जिसमें वे अपने संसाधन पर्यावरण से लेते हैं, सिर्फ भारत की ही बात करें तो भारत में लगभग 10 करोड़,40 लाख लोग रहते हैं,ये संख्या देश की आबादी का लगभग 8 प्रतिशत है,भारत के आदिवासी अत्यधिक मध्य प्रदेश,झारखंड,उड़ीसा और छत्तीसगढ़ में निवास करते हैं।
इस दिन को मनाने की शुरूआत साल 1994 में हुई थी. दिसंबर,1994 में संयुक्त राष्ट्र ने यह निर्णय लिया था कि विश्व के स्वदेशी लोगों का अंतरराष्ट्रीय दिवस हर वर्ष 9 अगस्त के दिन को मनाया जाएगा,इस दिन की आवश्यकता को देखते हुए इसे मनाने का प्रस्ताव रखा गया था और प्रस्ताव पारित हुआ था। संयुक्त राष्ट्र द्वारा आदिवासी लोगों के अधिकारों के महत्व को उजागर करने के लिए ही इस दिन को मनाने की शुरूआत इसीलिए की गई क्योंकि संयुक्त राष्ट्र की यह कोशिश है कि आदिवासी लोगों के जंगलों को,उनके घर को उनसे ना छीना जाए,उनके पर्यावरण के साथ खिलवाड़ ना किया जाए,इस साल विश्व स्वदेशी दिवस पर स्वदेशी लोगों के ‘स्वैच्छिक अलगाव और प्रारंभिक संपर्क में स्वदेशी लोगों के अधिकारों की रक्षा करने’ के महत्व पर जोर दिया जा रहा है,इसका अर्थ है कि स्वैच्छा से यदि आदिवासी या स्वदेशी लोग बातचीत करना चाहें या फिर समाज से जुड़ना चाहें तो उन्हें जुड़ने दिया जाए लेकिन समाज का हिस्सा बनने के लिए उनके साथ किसी तरह की जोर-जबरदस्ती ना की जाए।
छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य पर जिले के सर्व आदिवासी समाज के आवाहन पर एकत्रित हुए समाज के गणमान्य नागरिक,साथ ही सर्व आदिवासी समाज ने जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन नगर पंचायत मरवाही के दुर्गा पंडाल मे किया। कार्यक्रम के दौरान सर्व आदिवासी समाज के द्वारा बाइक रैली का गाजे–बाजे के साथ बड़े ही धूम धाम से पूरे नगर भ्रमण के लिए निकाला गया,
मरवाही विधायक प्रणव कुमार मरपच्चि विश्व आदिवासी दिवस के इस कार्यक्रम मे सम्मलित हुए। मरवाही विधायक ने एक तीर एक कमान,सर्व आदिवासी एक समान कि बात करते हुए,विश्व आदिवासी दिवस कि समस्त आदिवासी भाइयों बहनों को दिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।
विश्व आदिवासी दिवस के इस कार्यक्रम में सर्व आदिवासी समाज जिला अध्यक्ष दया वाकरे,पूर्व विधायक डॉ केके ध्रुव,गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले कि कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी सहित समस्त जिला प्रशासन अधिकारी कर्मचारी,जिला पंचायत सदस्य शुभम् पेन्द्रो, योगेन्द्र सिंह नहरेल,अर्चना पोर्ते, बुंदकुवर,मालती वाकरे,गुलाब दास राज,विशाल सिंह उरेती,गजरूप सिंह सलाम,ओमकार ओट्टी,मुरारी लाल रैदास,केआर परस्ते,नरेश पात्रे,जनभन पैकरा, मनराखन वाक्रे,हीरा सिंह,मनीष धुर्वे,तेज सिंह मसराम,जय सिंह धुर्वे,लाल सिंह,मुद्रिका सिंह,चैन सिंह सरौता,कर्मचारी संघ जिला अध्यक्ष नारायण सिंह पैकरा,अमर भानु एवं सभी जनजाति के समाज प्रमुख आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहें।