• सीएमओ के आदेश की धज्जियां उड़ाती एएनएम ट्रांसफर के बाद भी एक ही जगह पर जमी हुई है।
•दो दशकों से ज्यादा समय से एक ही जगह पर है पोस्टिंग।
सोनभद्र से रिपोर्टर संतेश्वर सिंह की रिपोर्ट
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सोनभद्र बैनी , जहां एक तरफ सरकार तबादला नीति की गाइड लाइन जारी कर आदेश देती है है कि कोई भी कर्मचारी एक जिले में अधिकतम तीन वर्ष या मंडल में छह वर्ष से ज्यादा दिन तक एक ही जगह पर नहीं रहना है । लेकिन जिले के अधिकारी सरकार के तबादला नीति की धज्जियां उड़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।ताजा मामला विकास खंड नगवां के उप स्वास्थ्य केंद्र रतहरा का है जहां कि एएनएम करीब बीस वर्षो से ज्यादा समय से एक ही जगह पर जमी हुई है कोई अधिकारी सुध लेने वाला कोई नहीं है एएनएम बकायदा घर जैसे रहकर खेती बाड़ी भी करती है नगवा ब्लॉक का रातहरा स्वास्थ्य केंद्र इस प्रकार रास आ रहा है कि एएनएम यहां से किसी भी कीमत पर जाने को तैयार नहीं है।
काफी हो हल्ला के बाद तत्कालीन सीएमओ द्वारा एएनएम का का ट्रांसफर नगवा ब्लॉक के चेरूई में कर दिया गया तब से एएनएम द्वारा ट्रांसफर रोकवाने के लिए नेताओं से लेकर अधिकारियो के यहां जुगाड लगा रही है जिसका असर ही है की ट्रांसफर के बाद भी टिकी हुई है और बकायदा ड्यूटी कर रही है।
जब इस मामले को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैनी के प्रभारी रोहित सिंह से वार्ता की गई तो उन्होंने ने बताया कि एएनएम के ट्रांसफर होने की जानकारी है लेकिन मुझे कोई अधिकारिक लेटर या आदेश नही मिला है। इस लिए रिलीज नही किया जा रहा है।
जब इसी मामले को लेकर सीएमओ से फोन पर वार्ता किया गया तो उनका कहना था कि अगर एएनएम ट्रांसफर के बाद भी वही पर जमी हुई है तो उसका वेतन रोक कर विभागीय कार्रवाई की जायेगी। उसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैनी के प्रभारी रोहित सिंह द्वारा रिलीज कर दिया गया फिर भी एएनएम जाने को तैयार नहीं है अभी तक स्वास्थ्य केन्द्र रतहरा में ही रहकर अपने ड्यूटी का निर्वाहन कर रही है।
ट्रांसफर के बाद भी एएनएम का नही जाने की वजह से क्षेत्र में लोगों के बीच तरह तरह की चर्चा हो रही है जो भी स्वास्थ्य विभाग अपनी खूब किरकिरी करवा रहा है। अब सवाल यह है कि एक कर्मचारी जो एएनएम है सीएमओ के आदेश को नही मान रही है तो क्या पूरे सोनभद्र स्वास्थ्य विभाग का क्या हाल होगा सोनभद्र में अवैध अस्पतालों का संचालन तो धड़ल्ले से हो ही रहा है अवैध पैथालॉजी सरकारी अस्पताल में बाहर की दवा जांच आदि तो बेरोक टोक चल रहे है सरकार के कड़े आदेश के बाद भी भ्रष्ट स्वास्थ्य विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है।
क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी सोनभद्र से स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की मांग की है।